चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) के गेंदबाज़ी आक्रमण की रीढ़ दीपक चाहर चोटिल होने के चलते आईपीएल के अधितकर मैचों में टीम का हिस्सा नहीं रहने वाले हैं। साथ ही यह भी ख़बर आ रही है कि मोइन अली शुरुआती कुछ मैचों में टीम का हिस्सा नहीं बन पाएंगे। हालांकि न्यूज़ीलैंड के एडम मिल्ने, डेवन कॉन्वे और मिचेल सैंटनर भी विकल्प के तौर पर मौजूद हैं। नीदरलैंड्स के ख़िलाफ़ न्यूज़ीलैंड की टीम से इन्हें रिलीज़ कर दिया गया है, जिस वजह से यह तीनों ही खिलाड़ी पूरे सीज़न सीएसके के लिए उपलब्ध रहेंगे। वहीं साउथ अफ़्रीकी तेज़ गेंदबाज़ ड्वेन प्रिटोरियस बांग्लादेश के ख़िलाफ़ घरेलू सीरीज़ का हिस्सा होने की वजह से लीग के शुरुआत में सीएसके का हिस्सा नहीं रह पाएंगे।
बल्लेबाज़ी
सीएसके की बल्लेबाज़ी में काफ़ी गहराई नज़र आ रही है। न्यूज़ीलैंड के एडम मिल्न के खाते में चार प्रथम श्रेणी अर्धशतक और एक लिस्ट ए अर्धशतक भी है। पिछले सीज़न की तरह टीम में अब फाफ़ डुप्लेसी भी नहीं हैं और मोइन अली भी शुरुआती मैचों में शायद टीम में शामिल नहीं होंगे। ऐसे में अगर दीपक की जगह चेन्नई की टीम किसी विदेशी खिलाड़ी को लेकर आना चाहती है तो रॉबिन उथप्पा को टीम में एक सलामी बल्लेबाज़ के तौर पर शामिल किया जा सकता है। पिछले सीज़न उन्होंने कुछ शानदार पारियों के साथ चेन्नई की टीम को जीत दिलाने का काम किया था। वहीं मोइन अगर पहले कुछ मैचों में टीम में नहीं रहते हैं तो डेवॉन कॉन्वे को टीम में शामिल किया जा सकता है। कॉन्वे को लेकर चेन्नई के मुख्य कोच स्टीवन फ्लेमिंग काफ़ी आश्वस्त है और उन्होंने कॉन्वे की काफ़ी तारीफ़ भी की है। मुंबई के ऑलराउंडर शिवम दुबे भी मध्य क्रम को मज़बूती प्रदान कर सकते हैं।
सीएसके अमूमन अपनी बल्लेबाज़ी के साथ छेड़छाड़ करने में विश्वास नहीं रखती है, लेकिन सीएसके के पास तमिलनाडु के एन जगदीशन और हरि निशांत भी मौजूद हैं, जो कि पिछले काफ़ी समय से सीएसके का हिस्सा हैं। वहीं सीएसके ओडिशा के कप्तान सुभ्रांशु सेनापति के राजकोट की लाल मिट्टी पर खेलने के अनुभव का भी फ़ायदा उठा सकती है।
चाहर के चोटिल होने से सीएसके के गेंदबाज़ी आक्रमण को झटका ज़रूर लगा है, लेकिन सीएसके के पास लोकल और ओवरसीज़ गेंदबाज़ों के तौर पर कई विकल्प मौजूद हैं। स्वदेशी गेंदबाज़ों में सीएसके के पास तुषार देशपांडे और मुकेश चौधरी मौजूद हैं, जबकि बतौर विदेशी गेंदबाज़ सीएसके के पास क्रिस जॉर्डन और प्रिटोरियस उपलब्ध हैं। हालांकि सीएसके के लिए चिंता का सबब यह है कि इन गेंदबाज़ों में से एक भी गेंदबाज़ पावरप्ले का स्पेशियलिस्ट नहीं है। दीपक चाहर के रिप्लेसमेंट के तौर पर श्रीलंका के मिस्ट्री स्पिनर महीश थीकशाना भी एक बेहतर विकल्प हैं, जो कि पावरप्ले में सीएसके के लिए गेंदबाज़ी कर सकते हैं।
मध्य और डेथ ओवरों में गेंदबाज़ी करने के लिए सीएसके के पास कीवी गेंदबाज़ मिल्न मौजूद हैं, जो कि अपने कटर्स से बल्लेबाज़ों को नियंत्रित करने का माद्दा रखते हैं। मिल्न सीएसके के लिए कुछ वैसी ही भूमिका अदा कर सकते हैं जो कि पिछले कुछ सीज़न में जॉश हेज़लवुड निभाते हुए आ रहे थे। ड्वेन ब्रावो अब उस तरह के खिलाड़ी नहीं रहे, ब्रावो अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा भी कह चुके हैं, लेकिन सीएसके को आज भी ब्रावो की क़ीमत पता है।
टीम में एक अग्रणी रिस्ट स्पिनर की कमी भी सीएसके के लिए चिंता का सबब है। अब तक सीएसके के लिए नेट्स में गेंदबाज़ी करने वाले प्रशांत सोलंकी ही सीएसके के पास बतौर रिस्ट स्पिनर मौजूद हैं। हालांकि आईपीएल का पिछला खिताब अपने नाम करने वाली सीएसके लेग स्पिनर कर्ण शर्मा के बगैर ही खेली थी। जबकि इमरान ताहिर को सीएसके ने सिर्फ़ एक ही मुक़ाबले में खेलने का मौक़ा दिया था।
इस युवा खिलाड़ी पर रहेंगी सबके नज़रें
राजवर्धन हंगरगेकर, दीपक चाहर की अनुपस्थिति में टीम के लिए तुरुप का इक्का साबित हो सकते हैं। सीएसके ने राजवर्धन को डेढ़ करोड़ की मोटी रकम देकर इस नीलामी में ख़रीदा था। नीलामी के समय मुंबई इंडियंस और लखनऊ सुपरजायंट्स ने इस खिलाड़ी को खरीदने में अपनी दिलचस्पी दिखाई थी। अंडर-19 विश्व कप के दौरान राजवर्धन ने अपनी ऑलराउंड प्रदर्शन से सभी को प्रभावित किया था। राजवर्धन के पास 140 किमी प्रति घंटा की रफ़्तार से गेंद फ़ेंकने की क्षमता है, वहीं वे निचले क्रम में आकर धुआंधार बल्लेबाज़ी करने की भी क्षमता रखते हैं।