मैच (12)
IPL (4)
County DIV1 (3)
County DIV2 (4)
त्रिकोणीय वनडे सीरीज़, श्रीलंका (1)
ख़बरें

रोहित : हम बुमराह की ग़ैरमौजूदगी के बारे में लगातार नहीं सोच सकते

वहीं कोहली ने कर्ण शर्मा को सराहा तो डुप्लेसी के साथ साझेदारी को उम्दा बताया

Virat Kohli and Rohit Sharma share a light moment on the field, Royal Challengers Bangalore vs Mumbai Indians, IPL 2023, Bengaluru, April 2, 2023

विराट और रोहित दोनों के लिए समान नहीं थी रविवार की रात  •  BCCI

रविवार रात जब रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु बिना कोई विकेट गंवाए 148 के स्कोर तक पहुंच गया तो सभी के मन में जसप्रीत बुमराह की ग़ैरमौजूदगी के बारे में सवाल आना लाज़मी था।हालांकि मुंबई कप्तान रोहित शर्मा ने ज़ोर देकर कहा कि मुंबई उन पर ही ध्यान केंद्रित नहीं कर सकता । हार के बाद उन्होंने कहा, "पिछले छह से आठ महीनों से, मैं जसप्रीत बुमराह के बिना खेलने का आदी हो चुका हूं। बेशक़, यह एक अलग सेट-अप है और किसी को उनकी जगह भरनी होगी। हम उन पर ही ध्यान कायम नहीं रख सकते। आप उन चीज़ों को नियंत्रित कर सकते हैं जो आपके नियंत्रण में हैं और जो आपके नियंत्रण में नहीं है, आप उसके बारे में कुछ नहीं कर सकते। चोटें आपके नियंत्रण में नहीं होती हैं। हमारे पास अन्य प्रतिभाशाली खिलाड़ी भी हैं। सिर्फ़ उन्होंने बहुत अधिक आईपीएल नहीं खेला है। हमें उन्हें समर्थन देने की ज़रूरत है।"
171 के स्कोर का बचाव करते हुए, मुंबई के सभी गेंदबाज की इकॉनमी आठ से अधिक थी। केवल अनुभवी लेगस्पिनर पीयूष चावला को छोड़कर, जिन्होंने चार ओवर में 26 रन दिए। मुंबई की ओर से की गई 11.2 ओवर की तेज़ गेंदबाज़ी में 11.29 रन प्रति ओवर की दर से रन दिए, इस दौरान जोफ़्रा आर्चर, कैमरन ग्रीन और जेसन बेहरेनडॉर्फ़ जैसे बड़े गेंदबाज़ों ने बोलिंग की। जिससे चावला ने भी अपना नियंत्रण खो दिया और मुंबई ने ये मैच 22 गेंद शेष रहते आठ विकेट से गंवा दिया।
रविवार को पांच बार की चैंपियन मुंबई की सिर्फ़ गेंदबाज़ी ही बेअसर नहीं रही बल्कि नौवें ओवर तक 48 रन पर उनके चार बल्लेबाज़ भी पवेलियन लौट चुके थे। लेकिन तिलक वर्मा ने टी20 डेब्यू कर रहे नेहल वधेरा और अरशद ख़ान के साथ साझेदारियों की और अपनी टीम को 171 तक पहुंचाया। तिलक ने पांचवें विकेट के लिए वधेरा के साथ 50 रन जोड़े और अरशद के साथ मिलकर 17 गेंदों में 48 रन। साथ ही तिलक ख़ुद 46 गेंदों में 84 रन बनाकर नाबाद रहे। कप्तान रोहित भी "साहस दिखाने और बहादुर होने" पर इन युवा खिलाड़ियों की प्रशंसा किए बिना ख़ुद को रोक नहीं सके।
रोहित ने कहा, "वे काफ़ी सकारात्मक होने के साथ-साथ प्रतिभाशाली भी हैं। उन्होंने सीज़न के पहले गेम में जो शॉट खेले वे साहस भरे थे। इस बारे में हमने बात की थी कि मैदान पर हमें बहादुर और साहसी जैसा ही खेलना है। हमने अच्छी शुरुआत नहीं की, लेकिन तिलक की तारीफ़ करनी होगी जिन्होंने हमें अच्छे टोटल तक पहुंचा दिया।" यह बल्लेबाजी करने के लिए अच्छी पिच थी। हमने अपनी पूरी क्षमता के आधे से भी बल्लेबाजी नहीं की और फिर भी 170 रन बनाए। शायद 30-40 रन और होते तो बढ़िया रहता। तिलक ने शानदार प्रदर्शन किया।"
कोहली: 'मैंने और फ़ाफ़ ने अच्छी शुरुआत की'
बल्ले के साथ मज़बूत पारी खड़ी करने के बाद मुंबई लय में थी और वर्ष 2013 से हार के साथ सीज़न की शुरुआत करने की परिपाटी के उलट, जीत की उम्मीद में थी। लेकिन विराट कोहली और फ़ाफ़ डुप्लेसी की 148 रनों की सलामी साझेदारी ने सभी उम्मीदों पर पानी फेर दिया। इस बारे में कोहली ने कहा कि इस "अभूतपूर्व जीत" के साथ उन्होंने अपने घर में बेहतरीन शुरुआत की है।
कोहली ने कहा, "मुझे लगा कि नई गेंद के ख़िलाफ़ ये पिच बल्लेबाज़ी करने के लिए थोड़ी मुश्किल थी। लेकिन क्योंकि हमने नई गेंद से ही प्रहार शुरू कर दिया और इस वजह से मैच हमारे पक्ष में मुड़ गया। उन्होंने आख़िरी दो ओवरों में जिस तरह से बल्लेबाज़ी की, इसके जवाब में मज़बूत इरादों की ज़रूरत थी और हम दोनों ने मुंबई की लय को कुंद कर दिया।"मैंने और फ़ाफ़ ने सही शुरुआत की। लय बरकरार रखी और ख़ुद पर भरोसा रखा। फ़ाफ़ ने शुरुआत की और फिर मैं भी शुरू हो गया। ये एक बहुत ही बेहतरीन जीत थी और हम 20 ओवर के पहले ही जीतना चाहते थे ताकि हमारे नेट रन रेट में फायदा हो।"
बेंगलुरु टीम का हिस्सा होने के बावजूद लेग स्पिनर कर्ण शर्मा को पिछले सीज़न में एक भी मैच नहीं मिला था। हालांकि, रविवार को उन्होंने मुंबई के मध्यक्रम के कुछ महत्वपूर्ण विकेट लिए। वधेरा के बल्ले से दो छक्के खाने के बाद, कर्ण ने उन्हें आउट किया और उसके बाद टिम डेविड को भी बोल्ड किया।
कोहली ने कर्ण के बारे में कहा, "जब उसने दो छक्के खाने के बाद बाएं हाथ के बल्लेबाज़ को आउट किया, तो ये उम्दा गेंदबाज़ी थी। सही जगह पर बार-बार गेंदबाज़ी करने से ही ऐसा नतीजा आता है। उनका घरेलू सत्र काफ़ी अच्छा रहा। वे पिछले साल भी हमारे लिए अच्छी गेंदबाजी कर रहे थे लेकिन दुर्भाग्य से उन्हें एक भी गेम नहीं मिला। वो खेलने के लिए तैयार थे, यहां नेट्स के दौरान भी उनकी गेंदबाज़ी पर छक्के नहीं लग रहे थे। उन्हें अपने हुनर पर भरोसा है और उनका स्पेल बहुत महत्वपूर्ण था। उन्होंने दो बड़े विकेट लिए और मैच के मध्य भाग में टीम को हावी होने का मौका दिया।"