IPL 2025 में ऑफ़ साइड और सिर के ऊपर की वाइड में हॉक-आई का होगा इस्तेमाल
IPL ने निर्णय लिया है कि वाइड गाइडलाइंस बल्लेबाज़ों के हक़ में जाएगी

IPL 2025 में बल्लेबाज़ ऑफ़ स्टंप के बाहर और सिर के ऊपर वाइड का सही निर्णय पाने के लिए हॉक-आई का इस्तेमाल कर सकेंगे। इस फ़ैसले को मान्यता IPL में गुरुवार को मिली जहां पर 22 मार्च से शुरू होने वाले 2025 सीज़न से पहले सभी टीमों के कप्तानों ने मुंबई में हुई बैठक में सहमति दिखाई।
सिर के ऊपर की वाइड
ESPNcricinfo को पता चला है कि सिर के ऊपर की वाइड के लिए उसी तक़नीक का इस्तेमाल किया जाएगा जिसका IPL 2024 में कमर के ऊपर की नो बॉल के लिए इस्तेमाल किया गया था। हॉक-आई का हिस्सा बॉल-ट्रैकिंग तक़नीक पॉपिंग क्रीज़ पर बल्लेबाज़ के पास से गुज़रने पर गेंद की ऊंचाई को मापेगी, जिसे फिर बल्लेबाज़ के सीधे खड़े होने पर उसके पैर से सिर तक की ऊंचाई से मिलान किया जाएगा, जो पहले से रिकॉर्ड किया गया है। अगर गेंद की ऊंचाई दर्ज की गई सिर की ऊंचाई से ज़्यादा है, तो उसे वाइड घोषित कर दिया जाएगा।
प्रत्येक खिलाड़ी के सिर की ऊंचाई को डाटाबेस में एकत्रित किया जाएगा और निर्णय लेने में कोई व्यक्ति के हित में निर्णय शामिल नहीं होगा, क्योंकि माप एक स्वचालित प्रणाली द्वारा किया जाएगा।
बल्लेबाज़ के शफ़ल करने पर वाइड की गाइडलाइन
वाइड का फै़सला करने में शामिल व्यक्ति के हित को भी इस सीज़न से हटा दिया जाएगा क्योंकि IPL ने फै़सला किया है कि वाइड गाइडलाइन आमतौर पर नीले रंग की लाइन बल्लेबाज़ के साथ-साथ चलती रहेगी। उदाहरण के लिए, यदि दाएं हाथ का बल्लेबाज़ ऑफ़ स्टंप के बाहर अपने दाएं तरफ़ एक फीट आगे बढ़ता है, तो वाइड गाइडलाइन उसी दूरी पर शिफ़्ट हो जाएगी और वाइड का फै़सला करने के लिए इसका इस्तेमाल किया जाएगा।
हॉक-आई तक़नीक स्वचालित रूप से माप लेगी कि बल्लेबाज़ ने कितना मूव किया है और गाइडलाइन क्या कहती है। टीवी अंपायर अपनी स्क्रीन पर मूवमेंट देख सकता है और यह तय कर सकता है कि गेंद संशोधित वाइड गाइडलाइन के भीतर या बाहर पिच हुई है या नहीं, इस आधार पर यह वाइड है या नहीं। माप टीवी स्क्रीन पर नहीं दिखाए जाएंगे, यह केवल टीवी अंपायर को ही दिखाई देंगे। सफे़द रंग से चिह्नित रिटर्न क्रीज़ नहीं हिलेगी। साथ ही, नई प्रणाली लेग-साइड वाइड के निर्णय के लिए लागू नहीं होगी।
पिछले कुछ सालों से IPL निर्णय लेने में तक़नीक को अपनाने में सबसे आगे रहा है। 2023 में WPL में इस प्रणाली का परीक्षण किया गया, जो T20 क्रिकेट में भी पहला उदाहरण था। इसके बाद टीमों को वाइड और नो-बॉल को IPL में दो DRS समीक्षाओं के हिस्से के रूप में दिए जाने की अनुमति मिली। पिछले साल IPL कमर के ऊपर नो-बॉल का फै़सला करने के लिए बॉल-ट्रैकिंग तक़नीक का उपयोग करने वाली पहली लीग बन गई।
नागराज गोलापुड़ी ESPNcricinfo में न्यूज़ एडिटर हैं।
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