जम्मू-कश्मीर ने रणजी ट्रॉफ़ी 2024-25 के क्वार्टर फ़ाइनल में जगह बना ली है, जो उनके क्रिकेट इतिहास में एक ऐतिहासिक उपलब्धि है। जम्मू कश्मीर की टीम ने मुंबई को पिछली राउंड में हरा कर महत्वपूर्ण अंक हासिल किया था और अब उन्होंने
बड़ौदा को हराया है, जिससे उन्होंने अंतिम आठ में अपनी जगह पक्की कर ली।
जम्मू कश्मीर के अलावा केरल, विदर्भ, तमिलनाडु, हरियाणा, मुंबई, सौराष्ट्र और गुजरात की टीम ने नॉकआउट स्टेज में प्रवेश किया है। BCCI द्वारा साझा किए गए दस्तावेज़ के अनुसार, क्वार्टर फ़ाइनल मुक़ाबले इस प्रकार होंगे: जम्मू-कश्मीर बनाम केरल, विदर्भ बनाम तमिलनाडु, हरियाणा बनाम मुंबई, और सौराष्ट्र बनाम गुजरात। सभी क्वार्टर फ़ाइनल मुक़ाबले 8 फ़रवरी से खेले जाएंगे। हालांकि अभी तक वेन्यू की पुष्टि नहीं हुई है।
जम्मू-कश्मीर की इस शानदार यात्रा में ऑफ़ स्पिनर साहिल लूथरा ने अहम भूमिका निभाई, जिन्होंने निर्णायक मुक़ाबले में सात विकेट लेकर टीम को जीत दिलाई।
रणजी ट्रॉफ़ी के अंतिम राउंड में बड़ौदा और जम्मू कश्मीर का मैच एक वर्चुअल नॉकआउट की तरह था। ग्रुप ए से मुंबई की टीम ने मेघालय के ख़िलाफ़ पहले ही बोनस अंक के साथ जीत दर्ज करते हुए, क्वार्टर फ़ाइनल में अपनी जगह पक्की कर ली थी। इसके बाद बड़ौदा और जम्मू कश्मीर में से कोई एक टीम नॉकआउट में जा सकती थी। जम्मू कश्मीर के लिए ड्रॉ भी काफ़ी था लेकिन बड़ौदा को जीत ही चाहिए थी, जिसे प्राप्त करने में वह नाक़ाम रहे।
वड़ोदरा में जम्मू कश्मीर और बड़ौदा के बीच खेले गए मैच में मेहमानों ने पहले बल्लेबाज़ी करते हुए 246 रन बनाएं लेकिन इसके बाद उन्होंने मेज़बानों को सिर्फ़ 166 रन पर ढेर करते हुए, एक अहम बढ़त हासिल कर ली। इसके बाद जम्मू ने बड़ौदा के सामने 365 रनों का लक्ष्य रखा, जिसे प्राप्त करने में वह नाक़ाम रहे।
बड़ौदा की टीम 365 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए रात भर में 58/2 के स्कोर पर थी, लेकिन चौथे दिन सुबह के सत्र में ऑफ़ स्पिनर साहिल लूथरा की घातक गेंदबाज़ी ने उनकी पारी को बिखेर कर रख दिया। लूथरा ने पहले ही सत्र में दिन के शुरुआती चार विकेट चटकाए, जहां उनकी टर्न और बाउंस ने बल्लेबाज़ों को चकमा दिया। बड़ौदा की टीम इस बात पर से काफ़ी निराश होगी कि उनके कई बल्लेबाज़ लूथरा के ख़िलाफ़ रिवर्स स्वीप करने के प्रयास में आउट हुए और आख़िरकार वे अपने लक्ष्य का सिर्फ़ आधा स्कोर ही बना सके।
इसके अलावा एक और उल्लेखनीय बात यह है कि सर्विसेज़ की टीम ने
लीग स्टेज को एक शानदार रिकॉर्ड के साथ समाप्त किया है। सर्विसेज़ ने 376 का बड़ा टोटल बिना किसी विकेट के नुक़सान के हासिल करते हुए ओडिशा की टीम को हराया है। इस मैच में सूरज वशिष्ठ ने 154 रन की नाबाद पारी खेली, जबकि शुभम रोहिला ने 270 गेंदों पर 209 रन बनाए।
यह रणजी ट्रॉफ़ी इतिहास में हासिल किया गया दूसरा सबसे बड़ा लक्ष्य है, जो रेलवे द्वारा त्रिपुरा के ख़िलाफ़ पिछले सीजन के आख़िरी लीग राउंड में 378 रन के लक्ष्य का पीछा करने के बाद आता है। सर्विसेज़ का यह रिकॉर्ड अब तक का सबसे बड़ा प्रथम श्रेणी सफल लक्ष्य है, जिसमें एक भी विकेट नहीं गिरा।