3 बांग्लादेश के 50 पर 4 विकेट खोने या इससे ख़राब स्थिति में होने के बाद यह तीसरी बार है जब
लिटन दास ने ऐसी स्थिति में आकर शतक लगाया है। इसमें रावलपिंडी में खेले गए दूसरे टेस्ट
में लगाया गया शतक भी शामिल है। यहां जब वह बल्लेबाज़ी के लिए आए तब बांग्लादेश 26 के स्कोर पर अपने पांच विकेट गंवा चुका था और लिटन ने ऐसी परिस्थिति में 138 रन बनाए। उन्होंने अपना पहला टेस्ट शतक भी पाकिस्तान के ही ख़िलाफ़ चट्टोग्राम में 2021 में लगाया था और उस दौरान जब वह बल्लेबाज़ी के लिए आए थे तब बांग्लादेश 49 के स्कोर पर चार विकेट गंवा चुका था। श्रीलंका के ख़िलाफ़ 2022 में मीरपुर में उनकी 141 रनों की पारी ऐसे समय आई थी जब बांग्लादेश 24 के स्कोर पर अपने पांच विकेट गंवा चुका था।
लिटन टीम के 50 या उससे कम के स्कोर में छठे नंबर या उससे नीचे बल्लेबाज़ी के लिए आकर तीन टेस्ट शतक लगाने वाले पहले खिलाड़ी हैं। ऐसी परिस्थिति में किसी अन्य बल्लेबाज़ के खाते में एक से अधिक शतक नहीं है।
26 बांग्लादेश ने जब अपना छठा विकेट गंवाया तब उसका स्कोर महज़ 26 रन था, यह छह विकेट के नुकसान पर उनका संयुक्त रूप से न्यूनतम स्कोर था। इससे पहले डरबन में 2022 में साउथ अफ़्रीका ने भी बांग्लादेश के 26 के स्कोर पर छह विकेट गंवा दिए थे लेकिन उस मैच में बांग्लादेश की टीम 53 के स्कोर पर ही सिमट गई थी।
262 किसी टीम का 50 या उससे कम के स्कोर में छह विकेट गंवाने के बाद बांग्लादेश का 262 के स्कोर तक पहुंचने के लिहाज़ से सर्वोच्च टोटल है। इससे पहले पाकिस्तान ने इंग्लैंड के ख़िलाफ़ 1967 में ओवल में 41 पर छह के स्कोर से
255 रन बनाए थे। 78 मेहदी हसन मिराज़ ने 26 पर छह होने के बाद बल्लेबाज़ी के लिए आने के बाद 78 रन बनाए। टीम के 30 के स्कोर तक पहुंचने से पहले बल्लेबाज़ी आने के बाद आठवें नंबर के बल्लेबाज़ द्वारा यह बनाए गए सर्वाधिक रन हैं। इससे पहले यह रिकॉर्ड पाकिस्तान के मोईन ख़ान के नाम था, जब उन्होंने एशियन टेस्ट चैंपियनशिप 1988-89 के पहले टेस्ट में कोलकाता में
भारत के ख़िलाफ़ 70 70 रन बनाए थे। उस मैच में पाकिस्तान भी 26 के स्कोर पर अपने छह विकेट गंवा चुका थी।
1 लिटन और मेहदी के बीच 165 रनों की साझेदारी हुई। यह पहली बार है जब कोई टीम 50 के स्कोर तक भी नहीं पहुंची हो और सातवें या उससे नीचे के विकेट ले लिए 150 से अधिक रनों की साझेदारी हुई हो। जॉनी बेयरस्टो और जेमी ओवर्टन के बीच 2022 में लीड्स में न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ सातवें विकेट के लिए 241 रनों की साझेदारी हुई थी लेकिन इस साझेदारी की शुरुआत इंग्लैंड के 55 के स्कोर पर छह विकेट गंवाने के बाद हुई थी।
2 यह किसी टेस्ट श्रृंखला में सिर्फ़ दूसरी बार है जब सातवें या उससे नीचे के विकेट के लिए दो बार 150 से अधिक रनों की साझेदारी हुई हो। इससे पहले 2006 में साउथ अफ़्रीका दौरे पर
न्यूज़ीलैंड की टीम के लिए सातवें या उससे नीचे के विकेट के लिए 150 से अधिक रनों की साझेदारी हुई थी। उस श्रृंखला में सेंचुरियन में सातवें विकेट के लिए 183 तन और केपटाउन में आठवें विकेट के लिए 256 रनों की साझेदारी हुई थी।
2003 खुर्रम शहज़ाद's से पहले (90 रन देकर छह विकेट) घर पर (या UAE में) किसी पाकिस्तानी गेंदबाज़ ने बढ़िया आंकड़ों के साथ गेंदबाज़ी की थी तो ऐसा करने वाले शोएब अख़्तर थे। अख़्तर ने तब पेशावर में 50 रन देकर छह विकेट लिए थे, हालांकि उन्होंने भी यह प्रदर्शन बांग्लादेश के ख़िलाफ़ ही किया था। इन दो प्रदर्शनों के बीच पाकिस्तान ने घर पर या UAE में 68 टेस्ट मैच खेले हैं।