2022-23 रणजी ट्रॉफ़ी के पहले दौर में 19 मैचों में से 12 में परिणाम मिले, जिसमें पिछले सीज़न की टॉप 2 टीमें मुंबई और मध्य प्रदेश की जीत भी शामिल है। कई रोमांच और उतार-चढ़ाव, रन और रिकॉर्ड थे, जिनमें से सभी को हमने एकत्र करने की कोशिश की है।
बड़े झटके
देश में तेज़ गेंदबाज़ों को मिलने वाली मदद के लिए मशहूर लाहली में हिमाचल प्रदेश ने हरियाणा को 46 पर समेटते हुए पारी की जीत दर्ज की। छत्तीसगढ़ को 162 पर ऑलआउट करने के बाद पुडुचेरी ख़ुद महज़ 37 रनों के स्कोर पर ऑलआउट हो गई। बाएं हाथ के स्पिनर
अजय मंडल ने सात रन देकर सात शिकार किए।
46 और 37 को पीछे छोड़ते हुए नागालैंड ने अंतिम दिन उत्तराखंड के विरुद्ध अपनी पारी में 10 विकेट गंवाते हुए मात्र 25 रन बनाए। यह पिछले 45 वर्षों में भारतीय घरेलू क्रिकेट में दूसरा सबसे कम स्कोर है। 2010-11 में राजस्थान के विरुद्ध हैदराबाद ने ऑलआउट होने पर केवल 21 रन बनाए थे। मज़ेदार बात यह है कि पहली पारी में नागालैंड ने 389 रन बनाए थे।
अनुभव का जौहर
37 वर्ष की उम्र में भी
फ़ैज़ फ़ज़ल रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं। विदर्भ के कप्तान ने दोनों पारियों में शतक लगाते हुए अपनी टीम को रेल्वेज़ पर 194 रनों की जीत दिलाई। पहली पारी में फ़ज़ल ने 112 रन बनाए जहां
कर्ण शर्मा ने आठ विकेट झटके। दूसरी पारी में फ़ज़ल के बल्ले से 103 रन निकले।
97 पर छह विकेट गंवाने के बाद
प्रियांक पांचाल ने गुजरात की वापसी करवाई। 271 रन बनाने के बावजूद गुजरात के विरुद्ध त्रिपुरा को छोटी बढ़त और नतीजतन तीन अंक मिले। कोलकाता में
मनोज तिवारी ने नाबाद 60 रन बनाते हुए बंगाल को जीत दिलाई।
तीन वर्षों में अपना पहला प्रथम श्रेणी मैच खेल रहे
संजू सैमसन ने पहली पारी में अर्धशतक बनाया। केरला के विरुद्ध हार में झारखंड की ओर से
इशान किशन ने 132 रन बनाए।
डेब्यू पर दबदबा
अपने पिता सचिन तेंदुलकर की तरह
अर्जुन तेंदुलकर ने अपने रणजी ट्रॉफ़ी करियर की शुरुआत शतक लगाकर की। सातवें नंबर पर खेलते हुए अर्जुन ने 120 रन बनाए। पहली पारी में नौ विकेट पर 547 रन बनाने में
सुयश प्रभुदेसाई ने सर्वाधिक 212 रनों का योगदान दिया। इसके चलते गोवा ने राजस्थान पर पहली पारी की बढ़त हासिल की।
सौराष्ट्र के
जय गोहिल ने असम के विरुद्ध दोहरा शतक जड़ा। केवल 246 गेंदों का सामना करते हुए गोहिल ने 32 चौकों और दो छक्कों की मदद से 227 रन बनाए। उन्हें खेलने का मौक़ा मिला क्योंकि चेतेश्वर पुजारा भारतीय टेस्ट टीम में खेल रहे हैं।
मणिपुर के 16 वर्षीय तेज़ गेंदबाज़
फेइरोजम सिंह ने एक पारी में नौ विकेट लेने का कारनामा किया। हालांकि वह सिक्किम की जीत को नहीं रोक पाए। दूसरी पारी में एक विकेट लेकर उन्होंने इस मैच में कुल 10 विकेट लिए। वहीं हैदराबाद में
बी साई सुदर्शन ने डेब्यू पर 179 रनों की पारी खेली।
तमिलनाडु ने खेला बैज़-बॉल
सुदर्शन का प्रदर्शन तो हम जानते हैं लेकिन मैच के अंतिम सेशन में तमिलनाडु को जीत के लिए 11 ओवरों में 144 रनों का लक्ष्य दिया गया था। मैच ड्रॉ होने की पूरी संभावना थी लेकिन तमिलनाडु ने आक्रामक रुख़ अपनाते हुए लक्ष्य का पीछा करने का फ़ैसला किया। सात ओवरों में एक विकेट के नुक़सान पर 108 रन बनाने के बाद चार ओवरों में उन्हें 36 रन और चाहिए थे जब ख़राब रोशनी के कारण खेल को रोक दिया गया और मैच ड्रॉ रहा।
चेन्नई सुपर किंग्स में कई वर्ष बेंच पर बिताने के बाद आईपीएल में खेलने का इंतज़ार कर रहे
नारायण जगदीशन ने 22 गेंदों पर नाबाद 59 रन बनाए। पहली पारी में उनके बल्ले से 116 रन निकले थे और वह विजय हज़ारे ट्रॉफ़ी में लगातार पांच मैचों में पांच शतक लगाकर आ रहे हैं।
अन्य बड़े प्रदर्शन
तमिलनाडु के
संदीप वॉरियर और
आर साई किशोर ने पारी में पांच-पांच विकेट अपने नाम किए। शिवम मावी ने यूपी की ओर से 55 रन देकर छह विकेट लिए लेकिन यह उनकी हार को टालने के काम ना आया।
अपने कप्तान
ऋतुराज गायकवाड़ की अनुपस्थिति में महाराष्ट्र ने 180 की रन-चेज़ को आसान बनाते हुए दिल्ली को नौ विकेटों से हराया।
पवन शाह और युवा
कौशल तांबे ने अर्धशतक बनाए।
शशांक किशोर ESPNcricinfo में सीनियर सब एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी में सब एडिटर अफ्जल जिवानी ने किया है।