रणजी ट्रॉफ़ी : क्वार्टर-फ़ाइनल में किन खिलाड़ियों पर रहेंगी नज़रें?
मुक़ाबले कहां खेले जाएंगे? इस सीज़न नॉकआउट में पहुंचने वाली टीमों का प्रदर्शन कैसा रहा है? कौन से खिलाड़ियों ने बेहतरीन प्रदर्शन किया है?
Shardul Thakur ने मुंबई के लिए गेंद और बल्ले दोनों से बेहतरीन प्रदर्शन किया है • PTI
मुक़ाबले
जम्मू और कश्मीर बनाम केरल, पुणे (9.30am IST)विदर्भ बनाम तमिलनाडु, नागपुर (9.30am IST)
हरियाणा बनाम मुंबई, कोलकाता (9am IST)
सौराष्ट्र बनाम गुजरात, राजकोट (9.30am IST)
जम्मू और कश्मीर
शुभम खजुरिया ने 12 पारियों में 55.35 की औसत से 663 रन बनाए जिसमें 255 का सर्वाधिक स्कोर भी शामिल है।
आबिद मुश्ताक़ ने 11 पारियों में 22.91 की औसत से 41 विकेट लिए जिसमें 19 रन देकर पांच विकेट उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन था।
आक़िब नबी ने 13 पारियों में 13.44 की औसत से 38 विकेट लिए जिसमें 54 रन देकर छह विकेट उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन था।
सलमान निज़र ने आठ पारियों में 66.50 की औसत से 399 रन बनाए जिसमें 150 रन उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन था।
जलज सक्सेना ने 11 पारियों में 14.81 की औसत से 33 विकेट हासिल किए जिसमें 41 रन देकर छह विकेट उनका सर्बश्रेष्ठ प्रदर्शन था।
विदर्भ
यश राठौड़ ने 12 पारियों में 50.25 की औसत से 603 रन बनाए जिसमें 135 का सर्वाधिक स्कोर भी शामिल है।
अक्षर वाडकर - ने 12 पारियों में 55.60 की औसत से 556 रन बनाए जिसमें 139 का सर्वाधिक स्कोर भी शामिल है।
हर्ष दुबे ने 14 पारियों में 14.50 की औसत से 55 विकेट लिए जिसमें 36 रन देकर छह विकेट उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन था। वह इस टूर्नामेंट में अब तक सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज़ भी हैं।
एन जगदीशन ने 11 पारियों में 63.40 की औसत से 634 रन बनाए जिसमें 118 नाबाद उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर था।
सी आंद्रे सिद्धार्थ ने 10 पारियों में 76 की औसत से 532 रन बनाए जिसमें 106 का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन भी शामिल है।
विजय शंकर ने नौ पारियों में 64.14 की औसत से 449 रन बनाए, जिसमें 150 नाबाद उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन था।
एस अजीत राम ने नौ पारियों में 17.12 की औसत से 31 विकेट हासिल किए जिसमें 34 रन देकर पांच विकेट उनका सर्वक्षेष्ठ प्रदर्शन था।
हरियाणा
हिमांशु राणा ने 11 पारियों में 424 रन बनाए जिसमें 114 का सर्वाधिक स्कोर भी शामिल था।
अंकित कुमार ने 12 पारियों में 38.81 की औसत से 427 रन बनाए जिसमें 118 का सर्वाधिक स्कोर भी शामिल था।
अंशुल काम्बोज ने 10 पारियों में 11.75 की औसत से 29 विकेट लिए जिसमें 49 रन देकर 10 विकेट उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन था।
सिद्धेश लाड ने आठ पारियों में 86.33 की औसत से 518 रन बनाए जिसमें 169 का सर्वश्रेष्ठ स्कोर भी शामिल था।
आयुष म्हात्रे ने 10 पारियों में 41.30 की औसत से 413 रन बनाए जिसमें 176 का सर्वश्रेष्ठ स्कोर भी शामिल है। शार्दुल ठाकुर ने आठ पारियों में 47.82 की औसत से 381 रन बनाए जिसमें 119 का सर्वाधिक स्कोर शामिल है। इसके साथ ही उन्होंने 14 पारियों में 23.95 की औसत से 24 विकेट लिए जिसमें 43 रन देकर चार विकेट उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन था।
शम्स मुलानी ने 14 पारियों में 23.00 की औसत से 34 विकेट लिए जिसमें 115 रन देकर छह विकेट उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन था।
सौराष्ट्र
हार्विक देसाई ने 10 पारियों में 56.77 की औसत से 511 रन बनाए हैं जिसमें 155 का सर्वाधिक स्कोर भी शामिल है।
चिराग़ जानी ने 10 पारियों में 54 की औसत से 486 रन बनाए जिसमें 198 का सर्वाधिक स्कोर शामिल है।
धर्मेंद्रसिंह जाडेजा ने 12 पारियों में 20.40 की औसत से 35 विकेट लिए, जिसमें 51 रन देकर छह विकेट उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन था।
मनन हिंगराजिया ने 11 पारियों में 44.27 की औसत से 487 रन बनाए जिसमें 181 का सर्वाधिक स्कोर भी शामिल है।
सिद्धार्थ देसाई ने 12 पारियों में 23.06 की औसत से 33 विकेट चटकाए, जिसमें 36 रन देकर नौ विकेट उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन था।