IPL 2025 में सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) की लगातार चौथी हार,
गुजरात टाइटंस (GT) के ख़िलाफ़ आई। इस हार के बाद भारत के पूर्व खिलाड़ी
अंबाती रायुडू का कहना है कि उनकी गेंदबाज़ी बल्लेबाज़ी से ज़्यादा चिंता का विषय है।
रायुडू का मानना है कि अगर टीम को अपनी क़िस्मत बदलनी है, तो उन्हें मिडिल ओवर्स में विकेट लेने होंगे। पांच मैचों में SRH ने इस चरण (ओवर 7 से 16) में केवल 12 विकेट लिए हैं, जिसमें उनका औसत (41.33) और इकॉनमी (9.92) दस टीमों में तीसरा सबसे ख़राब है।
रायुडू ने ESPNcricinfo के TimeOut शो में कहा, "मुझे लगता है गेंदबाज़ी से ज़्यादा उनकी बल्लेबाज़ी संघर्ष कर रही है। मिडिल ओवर्स में उनके पास ऐसा कोई नहीं है जो महत्वपूर्ण विकेट ले सके और विपक्षी टीम पर दबाव बना सके, जैसा कि GT ने साई किशोर, राशिद [ख़ान] और प्रसिद्ध कृष्णा ने किया। इनतीनों गेंदबाज़ों ने SRH पर काफ़ी दबाव बनाया।"
"मुझे नहीं लगता SRH विकेट लेने की कोशिश कर रही है। वे बस रक्षात्मक खेल रहे हैं और बल्लेबाज़ों को बाउंड्री मारने से रोकने की कोशिश कर रहे हैं। आप औसत मिडिल-ओवर गेंदबाज़ी से IPL नहीं जीत सकते। बीच के ओवरों में आपके पास अच्छे गेंदबाज़ होने चाहिए, जो विकेट निकाल सकें।"
बल्लेबाज़ी की बात करें तो, सीज़न शुरू होने से पहले कई लोगों को उम्मीद थी कि SRH इस टूर्नामेंट का पहला 300-प्लस स्कोर बनाएगी। उन्होंने पहले मैच में राजस्थान रॉयल्स के ख़िलाफ़ 6 विकेट पर 286 रन बनाए, लेकिन उसके बाद से उनकी अतिआक्रामक रणनीति उलटी पड़ गई है। हालांकि उन्होंने लखनऊ सुपर जायंट्स के ख़िलाफ़ नौ विकेट पर 190 रन बनाए, लेकिन पिछले तीन मैचों में उनके स्कोर 163, 120 और 152/8 रहे हैं।
उन्होंने कहा, "मुझे लगता है उसे बस अपने सोचने के तरीके में बदलाव की ज़रूरत है। बस कुछ बाउंड्री ज़मीन पर मिड-ऑफ़ या मिड-ऑन के पास मारो; सिंगल्स लो; 10-15 रन बना लो; और फिर तुम्हारा शरीर रफ़्तार पकड़ेगा। उसके बाद बड़े शॉट अपने आप आएंगे, क्योंकि तुमने उसके लिए ट्रेनिंग की है। तुम उन्हें मारने के लिए ही मैदान पर हो। बस थोड़ी देर बेसिक्स पर टिके रहो। मुझे लगता है SRH को अब बेसिक्स पर लौटना होगा।"
"ऐसे में उन्हें विपक्षी टीमें फुलर लेंथ की गेंदें फेंक रही हैं। फिर भी ये बल्लेबाज़ फील्ड के ऊपर से मारने की कोशिश कर रहे हैं। मुझे लगता है उन्हें थोड़ा समझदारी से खेलना होगा और गैप्स में शॉट लगाने होंगे, क्योंकि ये गेंदें असल में हाफ़ वॉली हैं। मुझे लगता है उन्हें सोचने का तरीका थोड़ा बदलना होगा। जैसे कि अगर गेंद फुल है, तो सामान्यतः एक बल्लेबाज़ के रूप में हमें सिखाया जाता है कि फुल गेंद का इंतज़ार करें। तो बस यही करना है: फुल गेंद का इंतज़ार करें, गैप में मारो, और फिर उन्हें वो लेंथ या शॉर्ट गेंद डालने दो, और तब तुम आक्रामक हो सकते हो। उन्हें बस थोड़ा रुकना है और फिर लय में आना है।"