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कैसे चेन्नई सुपर किंग्स के एक फ़ैसले ने रहाणे के लिए T20 क्रिकेट में सफलता की नींव रखी

सैयद मुश्ताक़ अली ट्रॉफ़ी में रहाणे ने अब तक 169.41 की स्ट्राइक रेट से 432 रन बनाए हैं

Ajinkya Rahane reached his 28-ball fifty while batting with Shreyas Iyer, Baroda vs Mumbai, Syed Mushtaq Ali Trophy, 1st semi-final, Bengaluru, December 13, 2024

Ajinkya Rahane ने इस सीज़न पावरप्ले में 194.59 के स्ट्राइक रेट से रन बनाया है  •  PTI

सैयद मुश्ताक़ अली ट्रॉफ़ी में बड़ौदा के ख़िलाफ़ सेमीफ़ाइनल में अंजिक्य रहाणे ने 56 गेदों में 98 रनों की बेहतरीन पारी खेली। उनकी इस पारी की बदौलत मुंबई की टीम टूर्नामेंट के फ़ाइनल में पहुंच गई।
IPL 2023 तक अजिंक्य रहाणे का टी20 पावरप्ले में स्ट्राइक रेट 115.31 था। इसके बाद यह 156.83 तक पहुंच गया। रहाणे का मानना है कि उनके पूर्व IPL फ्रेंचाइज़ी चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) द्वारा दी गई आज़ादी ने उनके खेल में नई ऊर्जा भर दी। साथ ही पावरप्ले के दौरान खुलकर खेलने का मौक़ा उनके प्रदर्शन को निखारने में मददगार रहा।
रहाणे ने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में बड़ौदा के खिलाफ 98 रन की पारी खेलने के बाद कहा, "CSK का संदेश साफ़ था - मैदान पर जाओ और अपना नैचुरल गेम खेलो। उन्होंने कभी ऐसा नहीं कहा कि 'तुम एंकर की भूमिका निभाओ और बाक़ी खिलाड़ी तुम्हारे आसपास खेलेंगे।' दूसरी टीमों से मुझे यही संदेश मिलता था कि '15-16 ओवर तक खेलो और बाक़ी तुम्हारे आसपास खेलेंगे।' यही वजह थी कि मैं 120-130 के स्ट्राइक रेट पर खेल रहा था। लेकिन पिछले दो सालों ने मुझे छोटे फ़ॉर्मेट में काफ़ी कुछ सिखाया है।"
CSK का यह साधारण संदेश उनके खेल पर जादू जैसा काम कर गया। IPL 2023 में उनका स्ट्राइक रेट 172.48 था, और इस सीजन के मुश्ताक़ अली ट्रॉफ़ी में उन्होंने 169.41 के स्ट्राइक रेट से 432 रन बनाए, जो किसी भी बल्लेबाज़ के लिए सबसे ज़्यादा है। साथ ही पावरप्ले में उनका स्ट्राइक रेट 194.59 तक पहुंच गया, जो पावरप्ले में कम से कम 25 गेंदें खेलने वाले किसी भी बल्लेबाज़ के लिए सबसे अधिक है।
रहाणे ने पारंपरिक शॉट्स के जरिए प्रभाव डाला है, जैसे दोनों ओर के इनफील्ड के ऊपर से आसानी से शॉट लगाना या शॉर्ट गेंदों को पुल करना।
बड़ौदा के ख़िलाफ़ 98 रन बनाने से पहले, उन्होंने आंध्रा के ख़िलाफ़ 54 गेंदों पर 95 रन बनाए, जहां मुंबई ने 230 रनों का रिकॉर्ड पीछा किया। उसके बाद उन्होंने क्वार्टर फ़ाइनल में विदर्भ के ख़िलाफ़ 45 गेंदों पर 84 रन बनाए थे, जहां मुंबई ने 222 रनों का पीछा किया था। इस पारी में उन्होंने अपने शॉट्स का दायरा दिखाया, जिसमें दर्शन नलकांडे की गेंद पर स्कूप करते हुए सिक्सर भी शामिल था। यह शॉट उन्होंने क्रीज़ में गहराई तक जाकर सूर्यकुमार यादव की शैली में मारा।
तीन लगातार प्लेयर ऑफ़ द मैच ख़िताब जीतने के बाद रहाणे का कहना है कि वे चीज़ों को "सिंपल रखना" पसंद करते हैं। उनका मानना है कि "सिर्फ मानसिकता में बदलाव" और "फॉर्मेट के साथ प्रासंगिक बने रहने के विचार" ने पिछले दो सालों में उनके लिए बेहतर काम किया है।
उन्होंने कहा, "मैं ताकतवर खिलाड़ी नहीं हूं। मैं हमेशा गेंद को अच्छी तरह से टाइम करते हुए शॉट लगाना चाहता हूं। साथ ही पहली गेंद से इरादा साफ़ रखना काफ़ी महत्वपूर्ण है। मेरे सभी शॉट्स मेरी डिफेंस का विस्तार हैं। इसलिए मैं सिर्फ़ यही फोकस कर रहा हूं कि बहुत ज़ोर से खेलने की कोशिश न करूं, बल्कि हमेशा गेंद को टाइम करूं और अपना फ़ॉर्म बनाए रखूं।"
बड़ौदा के ख़िलाफ़ 159 रनों का पीछा करते हुए, रहाणे ने दूसरे ओवर की पहली तीन गेंदों पर 4, 6, और 4 रन बनाए। उन्होंने पहले ही शॉट में लुकमान मेरीवाला को डीप स्क्वायर लेग पर हिट किया, जिससे यह साफ़ हो गया कि उनके खेल में असफलता का डर नहीं है।
रहाणे ने कहा, "मुझे पता था कि लुकमान मेरीवाला कैसी गेंदबाज़ी करेंगे। इसलिए मैंने पहले गेंद पर आक्रमण किया ताकि वह अपनी लेंथ बदलें। इसके बाद उन्होंने अगली दो गेंदें शॉर्ट फेंकी, और मैं वही चाहता था।"
अपनी निडर सोच के साथ रहाणे ने मुंबई को सैयद मुश्ताक़ अली ट्रॉफ़ी के ख़िताब से एक कदम दूर पहुंचा दिया है, जो उन्होंने 2021-22 में मुंबई की कप्तानी करते हुए जीता था।