सूर्यकुमार यादव की 49 गेंद में 50 रन की बदौलत भारत ने न्यूयॉर्क की धीमी पिच पर एक कम स्कोर के मैच में अमेरिका के ख़िलाफ़ जीत
हासिल की। हालांकि यह सूर्यकुमार की 360 डिग्री की ऐसी पारी नहीं थी जिसके लिए उनको जाना जाता है। इसके बावजूद वह अपने कप्तान रोहित शर्मा को प्रभावित करने में सफल रहे।
लगातार तीन मैच जीत कर भारतीय टीम अब सुपर 8 के लिए क्वालीफ़ाई कर चुकी है। इस पर रोहित शर्मा ने आधिकारिक ब्रॉडकास्टर से कहा, "उन्होंने दिखाया कि वह एक अलग तरह की शैली के साथ भी बल्लेबाज़ी कर सकते हैं। आप अनुभवी खिलाड़ियों से यही उम्मीद करते हैं। मैदान पर उतरने के बाद अक्सर आप परिस्थितियों के हिसाब से बल्लेबाज़ी करने का प्रयास करते हैं। सूर्यकुमार ने आज कुछ वैसा ही किया। सूर्यकुमार और शिवम दुबे के बीच हुई, 67 रनों की साझेदारी हमारे लिए अहम थी। अंत में वह हमें जीत तक लेकर गए और यह एक शानदार प्रयास था।"
"हम जानते थे कि ये 111 रन हमारे लिए मुश्किल चुनौती है, लेकिन इसका श्रेय हमें जाता है। अंत में हमनें संयम बरता और साझेदारी भी की। शुरुआत में हमने विकेट खोए लेकिन इसका श्रेय सूर्यकुमार और शिवम को जाता है जिन्होंने परिपक्वता दिखाई और अंत में हमें जीत तक लेकर गए।"
शिवम ने 35 गेंद में 31 रन बनाए लेकिन स्कोरकार्ड ने उनके तेज़ गेंदबाज़ों के कटर्स के ख़िलाफ़ उनके संघर्ष को बयां नहीं किया। शिवम एक समय 14 गेंद में पांच रन बनाकर क्रीज़ पर थे, लेकिन उन्होंने 15वें ओवर में कोरी एंडरसन पर छक्का लगाकर भारत पर बन रहे दबाव को ख़त्म किया। इससे पहले भारत को 35 गेंद में 44 रनों की दरकार थी।
शिवम को पिछले दो IPL सीज़नों में चेन्नई सुपर किंग्स के लिए मध्य ओवरों में स्पिन हिटिंग के लिए जाना जाता रहा है और इसी वजह से उनका विश्व कप में चयन हुआ और उनसे गेंदबाज़ी में भी योगदान देने की उम्मीद है। बुधवार को रोहित ने दुबे को एक ओवर दिया, जिसमें उन्होंने 11 रन बनाए।
रोहित ने दुबे के ऑलराउंड प्रदर्शन पर कहा, "हम चाहते हैं कि हमारे पास इसी तरह के विकल्प मौजूद हों। हालांकि एक बात यह भी है कि हमें पता होना चाहिए कि हमें कहां उनका प्रयोग कर सकते हैं। आज मुझे लगा कि हम उनका प्रयोग कर सकते हैं, क्योंकि पिच उस तरह की ही थी।"
रोहित ने परिस्थिति को बल्लेबाज़ों के लिए मुश्किल बताया लेकिन अपने गेंदबाज़ों ख़ासतौर से अर्शदीप सिंह की तारीफ़ की। अर्शदीप ने अपने पहले ही ओवर में दो विकेट लिए और अपने चार ओवरों के कोटे में नौ रन देकर चार विकेट लिए, जो उनका टी20आई करियर में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है।
रोहित ने कहा, "हम जानते थे कि गेंदबाज़ों को सामने से हमारी टीम को नेतृत्व करना होगा। हम जानते थे कि इस पिच पर रन बनाना मुश्किल है। दोबारा कहूंगा कि हमारे गेंदबाज़ों ने शानदार काम किया। जिस तरह से उन्होंने ख़त्म किया, वह देखना शानदार था। यहां पर क्रिकेट खेलना आसान नहीं है। यह किसी भी मैच में किसी के साथ भी हो सकता है।"
"तीनों ही मैचों में यहां पर हमें अंत तक डटे रहना था और खेल को गहराई तक लेकर जाना था। हम खु़शकिस्मत रहे कि तीनों ही मैच जीते, जिससे हमें बहुत आत्मविश्वास मिला है।"
रोहित ने अमेरिका के भारतीय मूल के खिलाड़ियों की भी तारीफ़ की। बाएं हाथ के तेज़ गेंदबाज़ सौरभ नेत्रवलकर मुंबई सर्किट में उनके जूनियर रहे हैं, तो वहीं हरमीत सिंह बोरीवली के स्कूल में उनके साथ ही गए हैं।
रोहित ने कहा, "कई लड़के हैं जिनके साथ हमने काफ़ी क्रिकेट खेला है। लेकिन मैं उनको देखकर काफ़ी खु़श हूं। पिछले साल हमने उनको MLC [मेजर क्रिकेट लीग] में भी देखा, वह ताक़त के साथ आगे बढ़े हैं और मैं उम्मीद कर सकता हूं कि इससे बेहतर उनके लिए कुछ नहीं है। वे कड़ी मेहनत करके ही अमेरिका में अपनी पहचान बना पाए हैं।"