बांग्लादेश की टीम द्विपक्षीय सीरीज़ के लिए भारत 2019 के बाद पहला और कुल मिलाकर तीसरा दौरा कर रही है। हाल ही में उनको टेस्ट क्रिकेट में सबसे बड़ी सफलता मिली जहां पर उन्होंने पाकिस्तान को पाकिस्तान में 2-0 से हराया। यहां ऐसे पांच बांग्लादेशी खिलाड़ियों पर नज़र डालते हैं जो भारत में दो मैच की टेस्ट सीरीज़ में कमाल कर सकते हैं।
बांग्लादेश के कप्तान शान्तो ने पाकिस्तान में 2-0 से टेस्ट सीरीज़ जीतने में अहम भूमिका निभाई। उन्होंने कप्तानी का बेहतरीन कौशल दिखाया ख़ासतौर से अपने तेज़ गेंदबाज़ों को संभालने में। 26 वर्षीय खिलाड़ी ने टीम में अनुभवी और युवा खिलाड़ियों के बीच एक पुल का काम किया।
बांग्लादेश के भारत में विश्व कप में ख़राब प्रदर्शन के बाद BCB ने पिछले साल नवंबर में उनको कप्तान बनाया था। तब शान्तो ने सिलहट में शतक लगाया जहां उन्होंने पहली बार घर में न्यूज़ीलैंड को हराया। मार्च से शान्तो अपनी सर्वश्रेष्ठ लय में नहीं दिखे लेकिन BCB ने उनके संयम और लड़ने वाले रवैये को देखते हुए उन्हें अपना पसंदीदा कप्तान ही रहने दिया।
नाहिद राणा वह तेज़ गेंदबाज़ हैं जो इस समय बांग्लादेश में सबसे अधिक सुर्खियों में हैं। उन्होंने अब तक खेले अपने तीन टेस्ट मैचों में औसतन 145 किमी प्रति घंटा की गति से गेंदबाज़ी की है और जब वह लय में होते हैं तो 150 किमी प्रति घंटा की गति से भी गेंद कर देते हैं। पाकिस्तान के ख़िलाफ़ दूसरे टेस्ट की दूसरी पारी में उन्होंने चार विकेट लिए, जिसमें अपने स्पेल के पहले तीन ओवरों में तीन विकेट शामिल थे, जहां उन्होंने बाबर आज़म और सौद शकील के विकेट शामिल थे। राणा बांग्लादेश के चपाई नवाबगंज से आते हैं, जो भारत के उत्तर पश्चिमी बॉर्डर पर पड़ता है। क्रिकेट शुरू करने के पांच सालों से भी कम समय में उन्होंने टेस्ट में पदार्पण किया। 2022-23 सत्र में उन्होंने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में 32 विकेट निकाले जिससे वह नज़रों में आए और इसके बाद इस साल की शुरुआत में उन्होंने टेस्ट में पदार्पण कर लिया।
बाएं हाथ के ओपनर बल्लेबाज़ ने पाकिस्तान में बांग्लादेश की टेस्ट सीरीज़ जीत में टोन सेट की, जहां रावलपिंडी में पहले टेस्ट में उन्होंने संयम के साथ 93 रनों की पारी खेली। शादमान ने शाहीन शाह अफ़रीदी के नेतृत्व वाले तेज़ गेंदबाज़ी आक्रमण का संयम के साथ सामना किया और जब वह मुशफ़िकुर रहीम के साथ बल्लेबाज़ी कर रहे थे तो खुलकर सामने आए। शादमान अपने दूसरे टेस्ट शतक से चूक गए लेकिन पूरी सीरीज़ में उन्होंने अहम योगदान दिया।
शादमान और ज़ाकिर हसन बांग्लादेश के ओपनर हैं और पाकिस्तान में सफलता की उन्होंने नींव रखी। शादमान ने दो साल बाद टेस्ट टीम में वापसी की है। उन्हें अंतिम समय पर महमुदुल हसन जॉय की जगह चुना गया जो पहले टेस्ट से पहले चोटिल हो गए थे। शादमान अभी भी टेस्ट में जगह बनाने को लेकर संघर्ष कर रहे हैं।
24 वर्षीय महमूद ने पाकिस्तान के ख़िलाफ़ दूसरे मैच में अपना पहला पारी में पांच विकेट लिया, जिससे बांग्लादेश ने पहली बार टेस्ट क्रिकेट में एक पारी में सभी विकेट तेज़ गेंदबाज़ों को दिलाने में मदद मिली। महमूद 135 किमी प्रति घंटे की औसत गति से गेंदबाज़ी करते हैं और गेंद को स्विंग और सीम कराने में भी सक्षम हैं। इस साल की शुरुआत में श्रीलंका के ख़िलाफ़ टेस्ट डेब्यू का मौक़ा मिलने से पहले उन्होंने मुख्य रूप से सफे़द गेंद वाला क्रिकेटर माना जाता था। महमूद पाकिस्तान में एक स्टार खिलाड़ी थे, उन्होंने पुरानी गेंद से बल्लेबाज़ों पर अधिक दबाव डालने से पहले नई गेंद से शुरुआती बढ़त बनाई। उन्होंने बल्ले से भी अच्छा प्रदर्शन किया और दूसरे टेस्ट में लिटन दास के साथ आठवें विकेट के लिए महत्वपूर्ण साझेदारी में दो घंटे तक क्रीज पर टिके रहे।
भारतीय दर्शक मेहदी से अधिक परिचित होंगे। वह भारत में 2023 वनडे विश्व कप में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वालों में से एक रहे और भारत में बांग्लादेश के तीन टेस्ट मैचों में सभी में खेले हैं। इससे पहले, उन्होंने 2022 में बांग्लादेश में द्विपक्षीय वनडे सीरीज़ में भारत के ख़िलाफ़ दो शानदार पारियां खेली थीं। हाल ही में, वह पाकिस्तान में प्लेयर ऑफ़ द सीरीज़ थे, जहां उन्होंने पांच विकेट सहित दस विकेट लिए थे और दो अर्धशतक लगाए थे। दूसरे टेस्ट में बांग्लादेश के 26 रन पर छह विकेट गिरने के बाद मेहदी ने लिटन के साथ सातवें विकेट के लिए 165 रन जोड़े। सबसे पहले, उन्होंने मुशफ़िकुर के साथ सातवें विकेट के लिए 196 रन जोड़े, जिससे बांग्लादेश 500 के पार पहुंच गया। मेहदी एक शानदार खिलाड़ी हैं जो धीरे-धीरे शाकिब अल हसन की छाया से बाहर आ रहे हैं।