सपनों की नई उड़ान भरने के लिए देशपांडे फिर से 'फ़िट एंड फ़ाइन'
तुषार देशपांडे को टखने की सर्जरी करवानी पड़ी थी जिसके कारण उन्हें काफ़ी समय तक क्रिकेट से दूर रहना पड़ा था
देवरायण मुथु
30-Aug-2025 • 8 hrs ago
"अब मैं पूरी तरह से फ़िट हूं" • Associated Press
मुंबई के तेज़ गेंदबाज़ तुषार देशपांडे को टखने में चोट लगी थी। समस्या इतनी बढ़ी कि पिछले साल अक्तूबर में उन्हें सर्जरी करानी पड़ी। इस कारण से वह पूरे 2024-25 घरेलू सीज़न से बाहर रहे। हालांकि अब वह पूरी तरह से फ़िट हैं और एक बार फिर मैदान पर अच्छा प्रदर्शन करने के लिए बेताब हैं।
उन्हें उम्मीद थी कि वह फ़रवरी में रणजी ट्रॉफ़ी के नॉकआउट स्टेज में खेलने के लिए फ़िट हो जाएंगे लेकिन उन्हें रिहैब में ज़्यादा समय लग गया। इसके बाद 30 वर्षीय देशपांडे ने IPL 2025 में राजस्थान रॉयल्स (RR) की तरफ़ से वापसी की और फिर जून में इंग्लैंड लायंस के ख़िलाफ़ नॉर्थैम्पटन में भारत A के लिए लाल गेंद के मैच में शामिल हुए। इसके बाद यह साफ़ हो गया कि वह पूरी तरह से फ़िट हैं।
हाल ही में दलीप ट्रॉफ़ी से पहले चेन्नई में बुची बाबू टूर्नामेंट में हरियाणा के ख़िलाफ़ तीन दिवसीय मैच में उन्होंने 18 ओवर की गेंदबाज़ी की।
उस दौरान देशपांडे ने कहा, "मैंने इस वापसी के लिए काफ़ी मेहनत की है। यह एक बड़ी सर्जरी थी। चूंकि यह मेरा लैंडिंग फ़ुट है, इसलिए ऑपरेशन भी बेहद ज़रूरी था। आने वाले समय में बहुत से अंतर्राष्ट्रीय दौरे आने वाले हैं। मैं उसी की तैयारी कर रहा हूं। साथ ही इस सीज़न में एक अच्छी शुरुआत करने के लिए भी मैं काफ़ी अच्छा महसूस कर रहा हूं।
"भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट खेलना मेरा सपना रहा है। हालांकि मैं एक समय पर सिर्फ़ एक ही मैच के बारे में सोचता हूं। मैं लगातर इसी प्रक्रिया का पालन करता आया हूं। पिछले सीज़न में मैं काफ़ी दिनों तक बाहर रहा था। पिछले साल मैंने खेल से काफ़ी समय गंवाया था। इसलिए अब मेरी पहली प्राथमिकता ख़ुद को फ़िट रखना है।"
सितंबर में भारत ए और ऑस्ट्रेलिया ए के बीच मैच होने वाला है। इससे देशपांडे को उम्मीद है कि वह दलीप ट्रॉफ़ी में अच्छा प्रदर्शन करेंगे और लखनऊ में होने वाले दो अनौचपारिक टेस्ट का हिस्सा बनेंगे।
उन्होंने कहा, " अब मैं फ़िट एंड फ़ाइन हूं। मैं आने वाली हर चुनौती के लिए तैयार हूं। इंग्लैंड में खेलना भी आसान नहीं था, लेकिन मैं तैयार था। अगर मुझे टेस्ट टीम में शामिल किया जाता तो मैं उसके लिए भी तैयार था।
"मेरे लिए सबकुछ फ़िटनेस के इर्द-गिर्द घूमता है। पिछले साल मैं फ़िट नहीं था, सर्जरी करानी पड़ी थी, इसलिए खेल से दूर रहा। अब मैं ठीक हूं और भारत के लिए खेलने के लिए हमेशा तैयार हूं।"
बुची बाबू टूर्नामेंट और दलीप ट्रॉफ़ी से पहले देशपांडे ने ट्रॉय कूली (बीसीसीआई सेंटर ऑफ एक्सीलेंस, बेंगलुरु के गेंदबाज़ी कोच) के साथ काफ़ी मेहनत की थी।
उन्होंने कहा: "मैं पिछले सीज़न से ट्रॉय के साथ काम कर रहा हूं। उनकी सलाह मल्टी-डे फ़ॉर्मेट के वर्कलोड को लेकर बहुत कारगर रहा है। चार दिन के मैच में तेज़ गेंदबाज़ को लगभग 30-35 ओवर डालने होते हैं। मैंने इसका अभ्यास किया और अब मैं दो पारियों में इतने ओवर डालने में सक्षम हूं।"
देशपांडे ने कई बार बल्ले से भी कमाल दिखा है। उन्होंने पिछले साल रणजी क्वार्टर फ़ाइनल (2023-24) में बड़ौदा के ख़िलाफ़ नंबर 11 पर बल्लेबाज़ी करते हुए शतक लगाया था।
तुषार देशपांडे और तनुष कोटियान ने मुंबई के लिए 2023-24 रणजी ट्रॉफ़ी में नंबर 11 और 10 पर खेलते हुए शतक बनाया था•PTI
देशपांडे ने कहा, "मैं जब अंडर 13 खेल रहा था, तब मैंने तेज़ गेंदबाज़ी करना शुरू किया था। मुझे ऐसा लगता है कि बल्लेबाज़ी मुझे स्वाभाविक तौर पर आती है। पिताजी हमेशा कहते थे कि धैर्य से बल्लेबाज़ी करोगे तो अच्छे बल्लेबाज़ बनोगे।
"मेरे शतक के दौरान तनुष (कोटियान) ने मुझ पर भरोसा किया और स्ट्राइक रोटेट की, इसलिए उस शतक का श्रेय उन्हें भी जाता है।"
IPL 2025 में राजस्थान रॉयल्स के लिए देशपांडे ने 10 मैचों में नौ विकेट लिए लेकिन उनकी इकॉनमी 10 से ज़्यादा की रही। हालांकि अभी वह इस चीज़ पर ध्यान नहीं दे रहे हैं।
लगातार दो IPL सीज़न (2023 और 2024) में तुषार देशपांडे CSK के लिए काफ़ी अच्छी गेंदबाज़ी की थी•AFP/Getty Images
उन्होंने कहा, " IPL में खिलाड़ियों पर काफ़ी दबाव होता है। इम्पैक्ट प्लेयर नियम के बाद बल्लेबाज़ और भी आक्रामक क्रिकेट खेल रहे हैं। मैं हमेशा पावरप्ले और डेथ ओवर में गेंदबाज़ी करता हूं, जो सबसे कठिन समय होता है।
कभी मैच गेंदबाज़ के पक्ष में जाता है और कभी बल्लेबाज़ हावी रहते हैं। मेरे लिए ख़ुद को संतुलित रखना ज़रूरी था। CSK के लिए मैंने 2023 और 2024 दोनों सीज़न में सबसे ज़्यादा विकेट लिए थे।"
IPL 2025 के अंत में उन्होंने दिल्ली में चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) के ख़िलाफ़ 19वें ओवर में सिर्फ़ छह रन देते हुए एम एस धोनी और शिवम दुबे को आउट किया था।
देशपांडे ने उस मैच के बारे में कहा, "उस ओवर से मुझे बहुत आत्मविश्वास मिला। माही भाई को गेंदबाज़ी करना हमेशा दबाव वाला काम होता है। वह दुनिया के सबसे अच्छे फ़िनिशर हैं।"
जुलाई 2024 में देशपांडे ने ज़िम्बाब्वे के ख़िलाफ़ भारत के लिए T20I डेब्यू किया था। चोट के कारण वह थोड़ा सा पीछे छूट गए लेकिन अब वह पूरी तरह तैयार हैं और राष्ट्रीय टीम में वापसी की उम्मीद कर रहे हैं।