हरमनप्रीत कौर अपने अनुभव के कारण महिला T20 विश्व कप 2024 के लिए भारतीय टीम को लेकर "काफ़ी आश्वस्त" हैं। भारत की 15 सदस्यीय टीम में से 12 को टूर्नामेंट खेलने का पूर्व अनुभव है, वहीं श्रेयंका पाटिल, आशा शोभना और एस सजना, महिला प्रीमियर लीग (WPL) में शानदार प्रदर्शन करके विश्व कप में पहली बार भाग ले रही हैं।
हरमनप्रीत ने मंगलवार को विश्व कप के लिए रवाना होने से पहले मुंबई में कहा, "अगर मैं इस टीम के बारे में बात करूं तो हमारे पास कुछ खिलाड़ी हैं, जो लंबे समय से खेल रही हैं और वे अपनी भूमिका अच्छी तरह से जानती हैं। मैं इस टीम को लेकर काफ़ी आश्वस्त हूं और मैं कह सकती हूं कि यह हमारी सबसे अच्छी टीम है।"
"पूजा [वस्त्रकर] अच्छा कर रही हैं और रेणुका [सिंह] वास्तव में उसका अच्छी तरह से समर्थन कर रही हैं और वह ऐसी खिलाड़ी हैं, जो हमेशा हमें सफलता दिलाती है। अरुंधति [रेड्डी] एक ऑलराउंडर हैं और वह ऐसी खिलाड़ी हैं, जो हमेशा टीम के लिए कुछ ओवर फ़ेंक सकती हैं और बल्लेबाज़ी में गहराई भी देती हैं। मैं अपनी गेंदबाज़ी लाइन अप की तुलना अन्य टीमों से नहीं कर सकती क्योंकि हर टीम की अपनी सकारात्मक और नकारात्मक बातें होती हैं, लेकिन मुझे अपनी टीम पर पूरा भरोसा है। मैं जानती हूं कि वे क्या कर रही हैं और क्या करने में सक्षम हैं।"
भारत ने T20 विश्व कप से पहले एशिया कप के अलावा ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, साउथ अफ़्रीका और बांग्लादेश के ख़िलाफ़ T20 मैच खेले हैं। वे इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2-1 से सीरीज़ हार गए थे, लेकिन उन्होंने बांग्लादेश में 5-0 से जीत हासिल की और एक गेम बर्बाद होने के बाद साउथ अफ़्रीका के ख़िलाफ़ श्रृंखला 1-1 से बराबर की। हालांकि आश्चर्यजनक परिणाम एशिया कप में आया, जहां श्रीलंका ने फ़ाइनल में उन्हें हराकर अपना पहला ख़िताब जीता।
हरमनप्रीत ने कहा, "अगर मैं पूरे टूर्नामेंट की बात करूं तो एशिया कप के दौरान हमने वास्तव में अच्छा क्रिकेट खेला। केवल फ़ाइनल का ही दिन ऐसा दिन था, जहां चीज़ें उस तरह नहीं हुईं, जैसा हम चाहते थे। हमने बैठकर चर्चा की कि हम तैयारी शिविरों में अपनी कमियों पर कैसे काम करना चाहते हैं और अगर अगली बार इस प्रकार की परिस्थितियां उत्पन्न होती हैं, तो हम कहां सुधार कर सकते हैं।"
भारत पिछली बार जुलाई में एशिया कप में उतरा था। तब से उन्हें कुछ अभ्यास शिविरों से गुजरना पड़ा, जबकि कुछ खिलाड़ियों ने द हंड्रेड और महिला कैरेबियन प्रीमियर लीग खेला। मुख्य कोच अमोल मज़ूमदार ने कहा कि ये तैयारी शिविर बहुत विशेष थे और मैच अभ्यास की कमी से भारत को विश्व कप अभियान में कोई अड़चन नहीं आनी चाहिए।
पिछले साल दिसंबर में कोच बने मज़ूमदार ने कहा, "हमने सबसे पहले एक फ़िटनेस और क्षेत्ररक्षण शिविर किया, जो कि राष्ट्रीय क्रिकेट एकेडमी, बेंगलुरू में हुआ। यह विशेष शिविर इन दोनों क्षेत्रों के लिए किया गया था, जिसमें कौशल पहलू को नहीं छुआ गया था। इसमें पूरे 15 दिन फ़िटनेस और क्षेत्ररक्षण को दिए गए। बाद में हमारे पास दस दिन का कौशल शिविर था, जहां न केवल नेट सत्र थे बल्कि खिलाड़ियों ने दस दिनों में लगभग पांच मैच खेले। इसलिए यदि आप गेमटाइम मांगते हैं, तो हमने उस बॉक्स पर टिक कर लिया है। हमने कुछ प्रतिस्पर्धी मैच खेले।"
भारत 2020 में T20 विश्व कप में उपविजेता रहा और 2018 व 2023 में सेमीफ़ाइनल में हार गया। वे 2022 में उद्घाटन राष्ट्रमंडल खेलों में ऑस्ट्रेलिया से स्वर्ण पदक भी हार गए थे। भारतीय टीम ने दबाव से निपटने में मदद करने के लिए खेल मनोवैज्ञानिक मुग्धा बावरे के साथ सत्र किए। अतीत में हरमनप्रीत ने बताया था कि कैसे बावरे ने उन्हें मानसिक थकान से उबरने में मदद की थी और पिछले महीने शिविर में सत्र से अन्य खिलाड़ियों को भी मदद मिली।
हरमनप्रीत ने कहा, "जब आप व्यक्तिगत रूप से किसी मनोवैज्ञानिक से बात करते हैं, तो आप जानते हैं कि आप क्या बात कर रहे हैं और आप किन क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करना चाहते हैं। लेकिन जब टीम की बात आती है, तो यह महत्वपूर्ण है कि हर कोई खुलकर बात करे ताकि एक टीम के रूप में हम एक साथ काम कर सकें और आवश्यकतानुसार खिलाड़ी की मदद कर सकें। हमारे पास कुछ सत्र थे जहां हमने एक-दूसरे से बात की कि हम कैसा महसूस कर रहे हैं। मुग्धा की मदद से कई सत्र हुए जिसके बाद हमें अच्छा महसूस हुआ और फिर इसे अमलीजामा पहनाने के बाद हमें बेहतर महसूस हुआ। वह वास्तव में हम पर कड़ी मेहनत कर रही है और अब तक वास्तव में इससे हमें मदद मिल रही है।"
मज़ूमदार : हमने नंबर 3 चुन लिया है लेकिन अभी खुलासा नहीं करेंगे
मज़ूमदार को भी नंबर 3 स्थान की चिंता है, जो हाल के दिनों में फ़ोकस में रहा है। अप्रैल में जेमिमाह रोड्रिग्स के नंबर 5 पर खिसकने के बाद से भारत ने उस स्थान पर यास्तिका भाटिया, दयालन हेमलता, एस सजना और उमा छेत्री को आजमाया है। अप्रैल के बाद से भारत द्वारा खेले गए 12 मैचों में से सात में नंबर 3 पर बल्लेबाज़ी करते हुए हेमलता ने सबसे अधिक रन बनाए। हालांकि भाटिया की वापसी के साथ कौन वन डाउन बल्लेबाज़ी कर सकता है, इसका अंदाज़ा किसी को नहीं है।
मज़ूमदार ने कहा, "जब से मैंने कार्यभार संभाला है, हमने अच्छी टीमों के ख़िलाफ़ कुछ मुश्किल सीरीज़ देखी हैं जिसमें इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया, साउथ अफ़्रीका, बांग्लादेश और फिर एशिया कप शामिल हैं। इसलिए, मुझे लगता है कि तैयारी शानदार रही है। जहां तक शीर्ष छह का सवाल है, मुझे लगता है कि वे सर्वश्रेष्ठ हैं।"
"मैं इस तथ्य को जानता हूं कि T20 में नंबर 3 स्थान बहुत महत्वपूर्ण है। हमने हमारे नंबर 3 की पहचान कर ली है, लेकिन हम अपने शुरुआती गेम के क़रीब ही इसका खुलासा करने की कोशिश करेंगे।"
जुलाई-अगस्त में बांग्लादेश में सरकार विरोधी आंदोलन, जिसके कारण कई मौतें हुईं। इस वजह से T20 विश्व कप 2024 को संयुक्त अरब अमीरात (UAE) में कराया जाएगा। मज़ूमदार ने स्वीकार किया कि आयोजन स्थल में बदलाव एक आश्चर्य के रूप में आया, लेकिन उन्होंने कहा कि भारत UAE में आने वाली चुनौतियों का मुक़ाबला करने के लिए अच्छी तरह से तैयार है।
UAE में 2020 में हुए IPL में राजस्थान रॉयल्स के बल्लेबाज़ी कोच रहे मज़ूमदार ने कहा, "हम विशेष रूप से मई में बांग्लादेश गए थे और परिस्थितियों से अभ्यस्त होने के लिए पांच T20 मैच खेले थे। मुझे लगता है कि UAE में परिस्थितियां वैसी ही होंगी, जैसी हमारे यहां भारत में हैं। यह सीज़न की शुरुआत है, मुझे लगता है कि विशेष रूप से दुबई की पिचों पर थोड़ा उछाल होगा।"
"उमस वहां एक भूमिका निभाएगी। वहां बहुत गर्मी होगी लेकिन मुझे लगता है कि हमें वहां जाकर स्थिति का आकलन करना होगा, पहले ज़मीनी हालात को समझना होगा। हमें दुबई में तीन मैच और फिर शारजाह में एक मैच खेलना है। हमें वास्तव में वहां जाना होगा, पिच को महसूस करना होगा और फिर तय करना होगा कि हमें कैसे और किन गेंदबाज़ों और किस संयोजन के साथ खेलना है।"
हरमनप्रीत अपना नौवां T20 विश्व कप खेलने वाली एकमात्र भारतीय होंगी, जिन्होंने 2009 में उद्घाटन के बाद से हर संस्करण खेला है। हालांकि उन्होंने पिछले साल T20 विश्व कप के बाद से केवल दो अर्धशतक बनाए हैं। हरमनप्रीत ने कहा कि वह आज़ादी के साथ खेलेंगी।
उन्होंने कहा, "मैंने बहुत सारे विश्व कप खेले हैं और वह अनुभव व माहौल किसी भी द्विपक्षीय श्रृंखला या किसी अन्य टूर्नामेंट से बिल्कुल अलग है। मैं उसी उत्साह के साथ जा रही हूं, जैसा कि मैं तब थी जब मैं सिर्फ़ 19 साल की थी। मैं बस वहां जाना चाहती हूं और आनंद लेना चाहती हूं। अब मुझे पता है कि मेरे पास इतना अनुभव है। मैं जानती हूं कि दबाव कैसा है और मैं इसे कैसे संभालूंगी। यह पूरी आज़ादी के साथ खेलने के बारे में है और मैं सिर्फ़ यह नहीं सोच रही कि परिणाम क्या होगा। लेकिन अगर मैं वहां जाती हूं और खुलकर खेलती हूं और अपने क्रिकेट का आनंद लेती हूं, तो मुझे पता है कि मैं बहुत सी चीज़ें बदल सकती हूं।"