2022 महिला टी20 चैलेंज ओपनर की पूर्व संध्या पर, सुपरनोवास और भारत की टी20 कप्तान
हरमनप्रीत कौर ने
पूजा वस्त्रकर को टूर्नामेंट की सफलता की कहानियों में से एक के रूप में नामित किया, जिसने इसके अर्थ और उद्देश्य को खोजने के लिए संघर्ष किया है।
2018 में पहले एक-गेम संस्करण में 2-0-9-0 के अलावा वस्त्रकर के दो संस्करणों में तीन आउटिंग में प्रदर्शन के बारे में लिखने के लिए बहुत कुछ नहीं था।
हरमनप्रीत के दावे के 24 घंटे से कुछ अधिक समय बाद, वस्त्रकर ने एमसीए स्टेडियम में सुपरनोवास की 49 रन की जीत में अपना सर्वश्रेष्ठ टी20 गेंदबाज़ी आंकड़ा -12 रन पर 4 विकेट का प्रदर्शन किया। सुपरनोवास की यह जीत टूर्नामेंट के चार सत्रों में रन के अंतर से अब तक की सबसे बड़ी जीत है। मध्य प्रदेश की 22 वर्षीय ने शानदार वापसी की कहानी में एक नया अध्याय जोड़ा, जो पिछले जून में शुरू हुआ था।
पिछले एक साल में, वस्त्रकर ने बार-बार साबित किया है कि वह एक्स-फैक्टर हैं जो निश्चित रूप से भारत के पक्ष में तराजू को झुका सकती हैं, चाहे प्रारूप या मैच की स्थिति कोई भी हो। 2021 में ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के दौरे और विश्व कप से ठीक पहेल न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ द्विपक्षीय सीरीज़ में वस्त्रकर ने ख़ुद को एक गेंदबाज़ी ऑलराउंडर और मैदान में तेज़ फ़ील्डर के तौर पर स्थापित किया।
न्यूज़ीलैंड दौरे पर खेले टी20 मुक़ाबले में वस्त्रकर ने अपने पहले दो ओवर में सिर्फ़ दो रन दिए थे, जिसमें एक मेडन ओवर भी शामिल था। वस्त्रकर ने अपने चार ओवरों में कुल 16 रन देकर दो बल्लेबाज़ों को अपना शिकार बनाया था। जिसमें अमीलिया कर और लिया तहुहू का महत्वपूर्ण विकेट शामिल था। मार्च-अप्रैल में हुए विश्व कप के दौरान भी इस तेज़ गेंदबाज़ ने अपने मिश्रण से बल्लेबाज़ों को बखूबी परेशान किया। ट्रेलब्लेबज़र्स के ख़िलाफ़ खेले गए मुक़ाबले में भी वस्त्रकर ने कुछ इसी अंदाज़ में गेंदबाज़ी की।
जब हरमनप्रीत ने वस्त्रकर को गेंद थमाई तब
ट्रेलब्लेज़र्स ने पहले चार ओवरों में 34 रन बना लिए थे। गेंदबाज़ी शुरु करने से पहले वस्त्रकर और हरमनप्रीत के बीच फ़ील्ड को लेकर काफ़ी चर्चा भी हुई। पहली पांच गेंदों पर सिर्फ़ पांच रन गए, इसके बाद एक बार फिर फ़ील्ड को लेकर चर्चा हुई। लांग ऑन को पीछे कर दिया गया, थर्ड मैन को घेरे के अंदर लाया गया। हेली मैथ्यूज़ को कवर के ऊपर से प्रहार करने का आमंत्रण भेजा जा रहा था। मैथ्यूज़ ने कुछ वैसा ही करने का प्रयास किया। मैथ्यूज़ ने लेग साइड में शफ़ल किया और वह डाउन द ग्राउंड करने इन साइड आउट के लिए गईं लेकिन यह प्रयास विफल साबित हुआ। गेंद मैथ्यूज़ के बल्ले का किनारा लेती हुई कीपर के दस्तानों में चली गई। वस्त्रकर ने 39 रनों की इस साझेदारी पर लगाम लगा दी थी।
इसके बाद वस्त्रकर ने अपने दूसरे ओवर में स्मृति मांधना और सोफ़िया डंकली को पवेलियन चलता कर दिया। प्रिया पुनिया ने दो लो कैच लपके जो कि एक दूसरे की कार्बन कॉपी प्रतीत हो रहे थे। वस्त्रकर ने 12वें ओवर में वस्त्रकर ने सलमा ख़ातून को भी पवेलियन चलता कर दिया जो कि कवर पर खड़ीं सोफ़ी एक्लस्टन के हाथों में एक चिप शॉट खेल बैठीं।
प्लेयर ऑफ़ द मैच चुनी गईं वस्त्रकर ने कहा, "मैं अपने क्षेत्रों में गेंद को पिच करने और टीम को जल्द से जल्द सफलता दिलाने पर ध्यान केंद्रित कर रही थी, मुझे इस सतह पर गेंदबाज़ी करने में बहुत आनंद आया क्योंकि जब हम यहां ट्रेनिंग कर रहे थे, तभी मुझे एहसास हुआ कि हार्ड लेंथ एक बड़ी भूमिका निभा सकती है। पूरे समय काफ़ी हवा चल रही थी, इसलिए हमने पारी के ब्रेक के दौरान बातचीत की कि हमें उन्हें पावरप्ले में सीमित करने की कोशिश करनी चाहिए। उसके बाद, हमारा ध्यान बाउंड्री को रोकने और विकेट-टू-विकेट लाइन के अनुरूप रहने पर था।"
हरमनप्रीत ने भी सुपरनोवास की तरफ़ खेल के मोमेंटम को शिफ़्ट करने में सबसे बड़ा श्रेय पूजा के शुरुआती तीन विकेटों को दिया। उन्होंने कहा, "पूजा ने हमारे लिए बड़ा काम किया। हम उनसे ऐसे ही प्रदर्शन की उम्मीद कर रहे थे। ऐसे कंडिशंस ने उन्हें गेंदबाज़ी करने में काफ़ी मदद की। जिस तरह से उन्होंने गेंदबाज़ी की मैं इससे काफ़ी ख़ुश हूं।"
हालांकि वस्त्रकर ने सिर्फ़ गेंदबाज़ी में ही टीम के लिए योगदान नहीं दिया। उन्होंने हरमनप्रीत के साथ छठे विकेट लिए 19 गेंदों में 27 रन भी जोड़े। जिसमें पूजा ने 12 गेंदों में 14 रनों की उपयोगी पारी खेली। वस्त्रकर ने हाल ही में हुई सीनियर महिला टी20 लीग में भी अपनी बल्लेबाज़ी का लोहा मनवाया था जिसमें उन्होंने 36 के औसत और 118 के स्ट्राइक रेट से 183 रन बनाए थे।