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नायर: हम शिखा का अनुभव और दीप्ति की वापसी चाहते थे

UPW के कोच ने सोफ़ी एकलस्टन के लिए 1.50 करोड़ की उम्मीद की थी और केवल 85 लाख में उन्हें पाकर आश्चर्यचकित रह गए

Daya Sagar
दया सागर
28-Nov-2025 • 3 hrs ago
WPL 2026 की नीलामी में यूपी वॉरियर्ज़ (UPW) की टीम सबसे बड़े पर्स 14.50 करोड़ रूपये के साथ उतरी थी और उन्होंने इस पर्स के द्वारा पिछले सीज़न की अपनी कार्यवाहक कप्तान और भारत की विश्व कप विजयी अभियान में प्लेयर ऑफ़ द सीरीज़ रहीं दीप्ति शर्मा, अनुभवी स्पिनर सोफ़ी एकलस्टन, तेज़ गेंदबाज़ शिखा पांडे, सलामी बल्लेबाज़ प्रतिका रावल और ऑस्ट्रेलियाई जोड़ी मेग लैनिंग व फ़ीबी लिचफ़ील्ड जैसे नामों को अपनी टीम में शामिल किया।
नीलामी से पहले UPW ने सिर्फ़ एक खिलाड़ी को रिटेन किया था, लेकिन नीलामी के दौरान उन्होंने दीप्ति, एकलस्टन सहित क्रांति गौड़ और किरण नवगिरे पर राइट टू मैच (RTM) का प्रयोग किया और एक मज़बूत व बेहतर टीम बनाने की कोशिश की है। नीलामी के बाद टीम के मुख्य कोच अभिषेक नायर ने कहा कि RTM का यह प्रयोग उनकी रणनीति का हिस्सा था और वह इस नीलामी से बहुत ख़ुश हैं।
ESPNcricinfo से बात करते हुए नायर ने कहा, "मैं इस नीलामी से बहुत संतुष्ट और ख़ुश हूं। मेरा मानना है कि नीलामी के बाद अगर आपको आपके चाहे हुए 80 प्रतिशत खिलाड़ी मिल जाते हैं, तो आपको अच्छा लगता है। हमें भी वे 80 प्रतिशत खिलाड़ी मिल गए हैं। हमने RTM का प्रयोग करने के लिए जो योजनाएं बनाई थी, उससे बेहतर उनका प्रयोग किया। सोफ़ी (एकलस्टन) पर हमने लगभग 1.5 करोड़ रूपये तक का पर्स रखा था, लेकिन वह हमें आश्चर्यजनक रूप से सिर्फ़ 85 लाख रूपये में मिल गईं। इसी तरह क्रांति (गौड़) और किरण (नवगिरे) के लिए भी हमने अधिक पैसे अपने पर्स में रखे थे। लेकिन ऐसे ही नीलामी चलती है, आप कहीं कम दाम देते हो, तो कहीं ज़्यादा देना पड़ता है।"
ग़ौरतलब है कि UPW ने दीप्ति पर RTM कार्ड के द्वारा 3.20 करोड़ रूपये की बोली लगाई, जो WPL इतिहास में स्मृति मांधना के बाद संयुक्त रूप से दूसरी सबसे अधिक बोली है। इससे पहले जब दीप्ति का नाम नीलामी में आया था, तो उन पर सिर्फ़ दिल्ली कैपिटल्स (DC) ने पचास लाख रूपये की पहली बोली लगाई थी। बाद में DC, RTM में UPW द्वारा लगाई गई बोली को मैच नहीं कर पाई और दीप्ति फिर से अपनी गृह राज्य की टीम की हो गईं। वह लैनिंग के साथ UPW के लिए कप्तानी की भी विकल्प होंगी। हालांकि नायर ने इस पर अपने पत्ते नहीं खोले हैं।
दीप्ति पर बात करते हुए नायर ने कहा, "उनके लिए हमारी रणनीति बहुत सरल थी। मेरा हमेशा यह मानना है कि कई बार आप चाहते है कि किसी खिलाड़ी की क़ीमत बाजार तय करे। अगर आपको किसी कैप्ड खिलाड़ी को पहला रिटेंशन बनाना था, तो आपको 3.5 करोड़ रूपये ख़र्च करने पड़ते, लेकिन नीलामी में वह हमें सिर्फ़ 3.2 करोड़ रूपये में मिल गईं और हमने 30 लाख रूपये बचा लिए, जिसको हमने एक दूसरे खिलाड़ी पर ख़र्चा। हालांकि हम पहले से ही अपने दिमाग़ में स्पष्ट थे कि हमारे पास RTM है और उन्हें हम अपनी टीम में लेने जा रहे हैं।"
UPW के लिए एक और आश्चर्यजनक ख़रीद तेज़ गेंदबाज़ पांडे को अपनी टीम में शामिल करना था। पांडे ने फ़रवरी 2023 में भारतीय टीम के लिए अपना पिछला अंतर्राष्ट्रीय मैच खेला था। तब से वह लगातार भारतीय टीम से बाहर हैं। हालांकि वह इस दौरान लगातार WPL और अन्य फ़्रैंचाइज़ी लीगों में अच्छा प्रदर्शन कर रही हैं। वह WPL के तीन सीज़न में सिर्फ़ 6.96 की इकॉनमी से रन देते हुए 30 विकेट ले चुकी हैं, जो कि तेज़ गेंदबाज़ों में नैट-सिवर ब्रंट के बाद दूसरा सर्वाधिक है। भारतीय तेज़ गेंदबाज़ों में उनके बाद दूसरा नाम अरूंधति रेड्डी का आता है, जिनके पास पांडे से आधे से भी कम सिर्फ़ 14 विकेट हैं। पांडे डेथ ओवरों और पावरप्ले में भी सबसे सफल भारतीय तेज़ गेंदबाज़ हैं।
नायर ने पांडे के बारे में बात करते हुए कहा, "वह ट्रायल्स पर आई थीं और तीन मैचों में अच्छा प्रदर्शन किया था। हमने उन पर बहुत निकटता से निग़रानी की। वह बहुत अनुभवी खिलाड़ी हैं और एक ऊंचे दबाव वाले टूर्नामेंट में हम अनुभव पर काफ़ी निर्भर करते हैं। WPL के पिछले तीन साल में भारतीय तेज़ गेंदबाज़ों में उनके नंबर सबसे अच्छे हैं, फिर चाहे वो पावरप्ले हो या डेथ। हम चाहते थे कि वहां पर हमारे पास अनुभव रहे। क्रांति गौड़ बहुत युवा और एक्साइटिंग खिलाड़ी हैं, लेकिन जैसे मैंने कहा हमें अनुभव की भी ज़रूरत थी और पांडे हमें वह अनुभव देती हैं।"
UPW के लिए अपनी कोर टीम को बचाने के अलावा दो प्रमुख ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों लैनिंग और लिचफ़ील्ड को अपनी टीम में शामिल करना, इस नीलामी का एक प्रमुख हाइलाइट रहा। लैनिंग ने पिछले तीन सीज़न में DC की अगुवाई की थी और अपनी टीम को तीनों साल शीर्ष पर रखते हुए फ़ाइनल तक पहुंचाया था। हालांकि कभी ख़िताब नहीं जीत पाईं। फ़िलहाल वह WBBL में मेलबर्न स्टार्स की तरफ़ से खेल रही हैं, जहां उन्होंने पिछले सप्ताह ही सिडनी सिक्सर्स के ख़िलाफ़ शानदार शतक लगाया था। अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट ना खेलने के बावज़ूद वह वर्तमान में 65.40 की औसत और 154.24 के स्ट्राइक रेट से 327 रन बनाकर WBBL 2025 की सर्वाधिक रन बनाने वाली बल्लेबाज़ हैं। वहीं लिचफ़ील्ड एक उभरती हुई बाएं हाथ की ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज़ हैं, जिनका भारत में रिकॉर्ड शानदार रहा है।
नायर कहते हैं, "ये दोनों ना सिर्फ़ बेहतरीन खिलाड़ी हैं, बल्कि टीम में एक लीडरशिप भूमिका भी लाती हैं। मेग (लैनिंग) किस तरह की लीडर हैं, वह हम सबको पता है। फ़ीबी भी एक तरह की लीडर हैं और टीम में बहुत सारा वैल्यू जोड़ती हैं। वह एक निडर क्रिकेटर हैं और 360 डिग्री का खेल दिखा सकती हैं। हम उन्हें अपनी टीम में खेलता देखने के लिए उत्साहित हैं। हालांकि ये दोनों ही टीम के लिए ओपनिंग करेंगी, यह अभी मैं नहीं कह सकता।"
UPW ने ना सिर्फ़ इन ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों बल्कि प्रतिका रावल, आशा शोभना और हरलीन देओल जैसे भारतीय नामों पर भी दांव खेला। नायर का कहना है कि वे टीम में अधिक से अधिक भारतीय प्रतिभाओं को रखना चाहते थे, ताकि आगे आने वाले सालों में इन्हीं में से कोई एक नया भारतीय सुपरस्टार खिलाड़ी खड़ा हो सके और फ़्रैंचाइज़ी का चेहरा बन सके।
उन्होंने कहा, "हमारा अधिक से अधिक ज़ोर अनुभवी भारतीय खिलाड़ियों को ख़रीदने पर था, जो आगे आने वाले सालों में इस फ़्रैंचाइज़ी को आगे ले जाएं। इसी के तहत हमने प्रतिका (रावल) को ख़रीदा है। हमें पता है कि वह चोटिल हैं, लेकिन हमें यह भी पता है कि भारतीय क्रिकेट में अगर कोई सुपरस्टार उभर के आ रहा है, तो वह प्रतिका रावल हैं। जब आप किसी भी अच्छे खिलाड़ी को लेते हो तो यह गारंटी नही होता कि वह सीज़न में फ़िट होंगी या नहीं। लेकिन हमें यह पता है कि वह आगे आने वाले कुछ सालों में टीम के लिए अपना योगदान दे सकती हैं और टीम का चेहरा बन सकती हैं।"
ग़ौरतलब है कि विश्व कप में बांग्लादेश के ख़िलाफ़ फ़ील्डिंग के दौरान रावल को टखने में चोट लगी थी और रिपोर्ट्स के अनुसार जनवरी-फ़रवरी में होने वाले WPL तक उनके फ़िट होने की संभावनाएं बहुत कम हैं। IPL टीम कोलकाता नाइट राइडर्स के भी मुख्य कोच और हाल ही में भारतीय टीम के भी सहायक कोच रहे नायर फ़िलहाल अपनी नई पारी के लिए उत्साहित भी हैं। हालांकि उनके लिए यह चुनौती भी रहेगी कि वह UPW जैसी टीम को, जिनका पिछले तीन सीज़न में प्रदर्शन कुछ ख़ास नहीं रहा है, उन्हें वह कैसे नई ऊंचाईयों पर ले जाएं।

दया सागर ESPNcricinfo हिंदी में सब एडिटर हैं।dayasagar95