मैच (9)
ईरानी कप (1)
AUS v WI (W) (1)
एशियाई खेल (पुरुष) (2)
SA v NZ (W) (1)
T20WC QLF (2)
WC Warm-up (2)
ख़बरें

पहलवानों का विरोध: कुंबले और उथप्पा ने त्वरित समाधान की मांग की

कुंबले ने अपने ट्वीट में कहा है, " बातचीत से कुछ भी सुलझाया जा सकता है"

विनेश फोगाट और संगीता के साथ सुरक्षाकर्मियों की हाथापाई की तस्वीर  •  Hindustan Times via Getty Images

विनेश फोगाट और संगीता के साथ सुरक्षाकर्मियों की हाथापाई की तस्वीर  •  Hindustan Times via Getty Images

अनिल कुंबले औररॉबिन उथप्पा उन गिने-चुने क्रिकेटरों में से हैं, जिन्होंने प्रमुख भारतीय पहलवानों के साथ दिल्ली पुलिस के द्वारा की गई हाथापाई की घटना पर अपनी पीड़ा व्यक्त की है।
विनेश फोगाट सहित अन्य पहलवानों को दिल्ली में उनके विरोध स्थल से घसीट कर ले जाने की परेशान करने वाली तस्वीरें सामने आने के दो दिन बाद मंगलवार को ट्वीट करते हुए कुंबले ने कहा, "28 मई को हमारे पहलवानों के साथ जो हुआ उसके बारे में सुनकर निराशा हुई। उचित बातचीत के माध्यम से कुछ भी हल किया जा सकता है। जल्द से जल्द इस मामले की समाधान निकलने की उम्मीद है।"
वहीं बुधवार को उथप्पा ने कहा कि वह इस पूरे घटनाक्रम से "दुखी" हैं। साथी ही उन्होंने कहा, "निश्चित रूप से इस मामले को शांतिपूर्ण तरीके़ से संबोधित करने का एक बेहतर उपाय होना चाहिए।"
दिल्ली पुलिस ने पहलवानों के ख़िलाफ़ उस वक़्त कार्रवाई की थी, जब सभी पहलवान सुरक्षा बाधाओं को तोड़ कर नए संसद भवन की ओर मार्च कर रहे थे। उसी वक़्त भारत के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी नए संसद भवन का उदघाटन कर रहे थे। इसके बाद प्रदर्शनकारियों को जबरन बसो में भर कर उस स्थल से दूर ले जाया गया। साथ ही पुलिस कर्मियों ने विरोध स्थल को पूरी तरह से साफ़ कर दिया ।
कुंबले और उथप्पा के अलावा इरफ़ान पठान ने भी इस घटना को लकर ट्वीट करते हुए कहा कि "मैं अपने एथलीटों के साथ हुए घटना को देखकर बहुत दुखी हूं।" इसके अलावा पश्चिम बंगाल सरकार के मंत्री और क्रिकेटर मनोज तिवारी ने भी पहलवानों का अपना समर्थन दिया है।
आईपीएल फ़ाइनल पूरा होने के बाद साक्षी मलिक ने भारतीय क्रिकेट कम्यूनिटी की तरफ़ इंगित करते हुए एक ट्वीट किया था। इसके बाद ही इन सभी क्रिकेटरों ने अपनी बात सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म पर रखा।
पहलवानों का विरोध जनवरी में शुरू हुआ था।
उन्होंने आरोप लगाया है कि बृजभूषण शरण सिंह, भारतीय कुश्ती महासंघ के प्रमुख ने पिछले एक दशक में कई महिला पहलवानों का यौन शोषण और शोषण किया - जिसमें एक नाबालिग भी शामिल है। पहली बार शिक़ायत दर्ज होने के एक हफ़्ते बाद और पहलवानों द्वारा कार्रवाई के लिए सुप्रीम कोर्ट जाने के बाद ही दिल्ली पुलिस ने बृजभूषण के ख़िलाफ़ आरोपों की जांच करने पर सहमत हुई। लेकिन पहलवानों का बड़ा मिशन सिंह को उनके पद से हटाना और उन पर लगे आरोपों की ओर ध्यान आकर्षित करना रहा है।