श्रेयस : संबंध मैदान के बाहर, अंदर केवल जीत ही महत्वपूर्ण
IPL 2025 के फ़ाइनल में मंगलवार को दो ऐसी टीम सामने होंगी जिन्होंने IPL की शुरुआत से कभी ख़िताब का स्वाद नहीं चखा है। रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) को तीन बार फ़ाइनल में हार मिली है तो वहीं पंजाब किंग्स (PBKS) 2014 में ही फ़ाइनल में जगह बना पाई थी। इन दोनों टीमों के बीच न्यू चंडीगढ़ में जो पिछले दो मैच हुए थे वहां पर RCB ने बाज़ी मारी थी और विराट कोहली के रिएक्शन ने मैच का पारा हाई कर दिया था। अब मंगलवार को फ़ाइनल है और ऐसी ही कुछ हाइप इस मुक़ाबले में दी जा रही है। लेकिन मैच से एक दिन पहले पत्रकार वार्ता में आए PBKS के कप्तान श्रेयस अय्यर पूरी तरह से शांत चित्त दिखे और जैसा की उनकी टीम के खिलाड़ियों की छवि रही है, पत्रकार वार्ता में पूरे आत्मविश्वास के साथ सवालों के जवाब दिए।
श्रेयस ने इस सीज़न PBKS के लिए अपनी कप्तानी की शुरुआत इसी मैदान पर की थी, जहां पर उन्होंने नाबाद 97 रनों की पारी खेली थी। अब उनको इसी मैदार पर इस सीज़न अपनी टीम की कप्तानी करनी है। इन ढाई महीनों के बीच बहुत कुछ देखने को मिला। धर्मशाला में एक अच्छी शुरुआत होने के बाद मैच कैंसिल हुआ और जब जयपुर में दोबारा हुआ तो दिल्ली कैपिटल्स (DC) से हार मिली। अगले मैच में शीर्ष दो में जगह बनाने के लिए उनको मुंबई इंडियंस (MI) को हराना था, ऐसा हुआ और वे शीर्ष दो में पहुंचे। फिर गिरे और फिर उठकर विश्वास के साथ फ़ाइनल तक पहुंचे।
श्रेयस ने इस सफ़र के बारे में कहा, "मेरा रोल यही था कि कैसे खिलाड़ियों से उनका सर्वश्रेष्ठ निकलवाना है। उन्होंने प्रदर्शन किया और जब भी हमारे ओपनरों ने अच्छी शुरुआत दिलाई तो एक तरीक़े से हमें शुरुआत से ही मोमेंटम मिला है। फिर कई व्यक्तिगत प्रदर्शन भी आपको देखने को मिले। हर मैच में कोई ना कोई युवा आगे आया और शुरुआत से ही आक्रामक होकर खेला। इसी वजह से हम लगातार अच्छा प्रदर्शन कर पाए हैं और जैसा कि आपने कहा यहां पर पर इस सीज़न मेरी कप्तानी शुरू हुई और फ़ाइनल भी यहीं पर है तो मैं बहुत ही उत्साहित हूं और अंदर से बहुत ही सकारात्मक महसूस कर रहा हूं।
पिछले दो मैचों में इन दो टीमों के बीच मैदान पर कुछ गरमाहट देखने को मिली थी और अब श्रेयस को अपनी टीम इंडिया के साथी और RCB के प्रमुख खिलाड़ी कोहली के ख़िलाफ़ उतरना है तो श्रेयस ने पूरे पेशेवर तरीक़े से इस मैच में उतरने की ओर इशारा किया।
श्रेयस ने कहा, "मेरे उनके साथ क्या संबंध हैं, यह मैदान के बाहर है। अंदर मैं अपनी टीम की कप्तानी कर रहा हूं और अपनी टीम की कप्तानी करते हुए मैं किसी भी क़ीमत पर उनको जीत दिलाना चाहूंगा। मैदान के अंदर मेरे लिए सिर्फ़ जीत मायने रखती है।
रविवार को श्रेयस ने MI के ख़िलाफ़ नाबाद 87 रनों की पारी खेलकर अपनी टीम को फ़ाइनल में पहुंचाया लेकिन इसके बाद ना तो उन्होंने अर्धशतक और ना ही मैच जिताने के बाद जश्न मनाया था। अपनी इस पारी को लेकर उन्होंने कहा कि वह उस समय पूरे ज़ोन में थे तो जब वह इस तरह को ज़ोन में होते हैं तो सहज ज्ञान पर भरोसा करते हैं।
उन्होंने कहा, "निजी तौर पर मैं महसूस करता हूं कि मैं दबाव वाली परिस्थिति में अधिक से अधिक खेलना पसंद करता हूं और मैच को बहुत अधिक हाथ से नहीं जाने देना चाहता हूं। मैं देखता हूं कि विकेट कैसा खेल रहा है, जिससे सारे बोनस हमें मिलें। तो उसके मुताबिक ही रणनीति बनती है। तो हां, जब मैं खु़द का समर्थन करता हूं, अपने सहज ज्ञान पर भरोसा करता हूं। तो उसी समय मैं खुद से अपना सर्वश्रेष्ठ निकलवा पाता हूं। और जब आपके इर्द-गिर्द ऐसे खिलाड़ी हों जो लगातार प्रदर्शन कर रहे हों तो आपको थोड़ा अधिक मदद मिल जाती है।"
PBKS को यहां तक पहुंचाने में उनके कोच रिकी पोंटिंग का भी अहम रोल रहा है और इस रोल को बताने में कप्तान श्रेयस पीछे नहीं रहे। उन्होंने इस सफलता का श्रेय पोंटिंग को दिया।
उन्होंने कहा, "जैसा हम सभी जानते हैं वह एक शानदार इंसान हैं, एक शानदार कोच हैं जो खिलाड़ियों को बहुत अच्छे से संभालते हैं। निजी तौर पर कहूं तो मुझे लगता है कि वह सभी को समान आंकते हैं, तो इससे हर खिलाड़ी को चाहे वह जूनियर हो या सीनियर हो व्यक्तिगत तौर पर बूस्ट मिलता है कि आपका कोच हर किसी को अहमियत दे रहा है। इससे आज़ादी मिलती है जिससे मैदार पर खु़द को साबित करने का मौक़ा मिलता है। मैंने उनमें ऐसी भावनाएं कभी नहीं देखी हैं कि ऊपर-नीचे मैच जाने पर वह बदल रहे हैं। यही एक अच्छे कोच की पहचान है। इस तरह की सोच से मैच के पहले और बाद में बहुत मदद मिलती है। इससे मुझे लगता है कि हमें मैदान पर क़दम रखते ही और बाहर भी बूस्ट मिलता है। हम भी उनको सुनने के लिए उत्साहित रहते हैं कि अब वह अपना कौन सा अनुभव साझा करने जा रहे हैं।"
मैं वर्तमान में रहने में विश्वास रखता हूं
वहीं RCB के कप्तान रजत पाटीदार ने फ़ाइनल की पूर्व संध्या पर कहा कि उनकी टीम जहां तक संभव है चीज़ों को सिंपल रखने को प्रयास कर रही है और वह ख़ुद भी वर्तमान में रहने में विश्वास रखते हैं।
पाटीदार ने कहा, "कोई इस बात से इनकार नहीं कर सकता कि प्रशंसकों को हमसे काफ़ी उम्मीदें हैं। मेरे लिए वर्तमान में रहना सबसे ज़्यादा ज़रूरी होता है इसलिए मैं हमेशा यह देखने का प्रयास करता हूं कि मेरे हाथ में क्या है और हम किन चीज़ों को नियंत्रित कर सकते हैं। हम स्टेज के लिए नहीं खेल रहे हैं हम अपना बेस्ट खेलने का प्रयास करेंगे। हम चीज़ों को सिंपल रखना चाहते हैं।"
निखिल शर्मा ESPNcricinfo हिंदी में सीनियर सब एडिटर हैं। @nikss26