स्टंप्स: भारत 164/5 (जायसवाल 82, कोहली 36, पंत 6*, जडेजा 4*, बोलैंड 2/24, कमिंस 2/57) ऑस्ट्रेलिया 474 (स्मिथ 140, लाबुशेन 72, कॉन्स्टास 60, ख़्वाजा 57, कमिंस 49, बुमराह 4/99, जडेजा 3/78, आकाशदीप 2/94) से 310 रन पीछे
ऑस्ट्रेलिया के 474 रनों के विशाल स्कोर के बाद
रोहित शर्मा जल्दी पवेलियन लौट गए, लेकिन
विराट कोहली और
यशस्वी जायसवाल ने बेहतरीन शतकीय साझेदारी की। इस वक़्त ऐसा लग रहा था कि भारत अब अच्छी स्थिति में आ रहा है। खेल अच्छा चल रहा था और दोनों बल्लेबाज़ काफ़ी रन भी बटोर रहे थे। लेकिन
दूसरे दिन का खेल ख़त्म होने से सिर्फ़ 16-17 मिनट पहले कुछ ऐसा हुआ, जिससे भारत फिर से दबाव में आ गया।
जायसवाल ने मिड ऑन के फ़ील्डर के पास गेंद को ड्राइव किया और रन के लिए दौड़ पड़े, लेकिन रन आउट हो गए। कोहली, जो 82 गेंदों तक धैर्यपूर्वक बल्लेबाज़ी कर रहे थे और ऑफ़ साइड में शॉट लगाने से बच रहे थे, लेकिन जायसवाल के आउट होने के बाद सातवें-आठवें स्टंप की गेंद पर छेड़छाड़ करते हुए, वह विकेटकीपर को कैच दे बैठे।
इसके बाद पिछले मैच में भारत के लिए संकटमोचक साबित हुए और फ़ॉलोऑन बचाने वाले आकाशदीप भी जल्द पवेलियन लौट गए। इस मैच में कई मौकों पर ऐसा लगा कि भारत सफल वापसी कर सकता है, लेकिन वह कामयाब नहीं हो सका।
ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी के दौरान, 237/2 के स्कोर से उनका स्कोर 246/5 हो गया था। लेकिन स्टीव स्मिथ ने निचले मध्य क्रम के बल्लेबाज़ों के साथ मिलकर ऑस्ट्रेलिया को 474 तक पहुंचा दिया।
इसके बाद भारतीय पारी के दौरान भी 51/2 से स्कोर 150 तक पहुंच गया था, लेकिन दो सेट बल्लेबाज़ों के आउट होने से मैच एक बार फिर मेज़बानों के पक्ष में चला गया।
दूसरे दिन का खेल शुरू होने पर स्मिथ और पैट कमिंस ने शानदार शतकीय साझेदारी की। पहले सत्र में सिर्फ़ एक ही विकेट गिरा और ऑस्ट्रेलिया ने 142 रन जोड़े। इस दौरान स्मिथ ने अपना शतक भी पूरा किया। इस शतक के साथ वह बॉर्डर-गावस्कार ट्रॉफ़ी में
सबसे ज़्यादा शतक (10) लगाने वाले भी बल्लेबाज़ बन गए।
भारत की तरफ़ से जसप्रीत बुमराह ने सबसे ज़्यादा चार विकेट लिए लेकिन इसके लिए उन्हें 99 रन ख़र्च करने पड़े। इसके अलावा मोहम्मद सिराज ने तो अपने 23 ओवरों में 122 रन ख़र्च किए। सिडनी टेस्ट 2015 के बाद यह सिर्फ़ दूसरी बार है जब किसी भारतीय तेज़ गेंदबाज़ ने किसी टेस्ट में पहले 20 ओवर में 100 से अधिक रन दिए हैं। शार्दुल ठाकुर ने पिछले साल साउथ अफ़्रीका के ख़िलाफ़ सेंचुरियन में 19 ओवर में 101 रन दिए थे और एक विकेट लिया था।
दिन का खेल ख़त्म होने तक भारत 164 के स्कोर पर पांच विकेट गंवा चुका था। ऋषभ पंत और रवींद्र जाडेजा अभी भी नाबाद है। भारत को उम्मीद होगी कि वह कल एक बड़ी पारी खेलते हुए, टीम को मुश्किल से निकालें।