स्कॉटलैंड पर जीत हासिल कर न्यूज़ीलैंड ने दो महत्वपूर्ण अंक अर्जित किए और सेमीफ़ाइनल की ओर अपना एक कदम बढ़ाया। अब रविवार को अफ़ग़ानिस्तान से होने वाला मुक़ाबला न्यूज़ीलैंड के लिए एक निर्णायक मैच होगा, जो लगभग यह तय कर देगा कि ग्रुप 2 से कौन सेमीफ़ाइनल में जाएगा। हालांकि भारत के लिए अभी भी संभावनाएं ख़त्म नहीं हुई हैं।
दुबई की ताज़ी पिच पर न्यूज़ीलैंड ने पहले बल्लेबाज़ी करते हुए पांच विकेट पर 172 रन बनाए। मार्टिन गप्टिल ने 50 गेंदों पर सर्वाधिक 93 रन बनाए और चौथे विकेट के लिए ग्लेन फ़िलिप्स के साथ 105 रनों की महत्वपूर्ण साझेदारी की।
स्कॉटलैंड ने इस लक्ष्य का सधे हुए अंदाज में पीछा किया लेकिन वह कभी भी आवश्यक रन रेट के क़रीब पहुंचते हुए नहीं दिखे। उन्होंने 6.2 ओवर में 50 रन पूरे किए। अंतिम 10 ओवर में उन्हें 97 रन की ज़रूरत थी। इस दौरान मिचेल सैंटनर और टिम साउदी काफ़ी किफ़ायती साबित हुए और कभी भी नहीं लगा कि स्कॉटलैंड इस लक्ष्य को प्राप्त कर पाएगा। हालांकि बीच-बीच में उनके बल्लेबाज़ों ने कुछ बेहतरीन शॉट खेले। ख़ासकर माइकल लीस्क और क्रिस ग्रीव्स ने नाबाद 50 रन की साझेदारी की लेकिन अंतिम ओवरों में न्यूज़ीलैंड के गेंदबाज़ों का अनुभव काम आया।
इससे पहले गप्टिल ने बेहतरीन बल्लेबाज़ी करते हुए टी20 अंतर्राष्ट्रीय मैचों में 3000 रन भी पूरे किए। वह विराट कोहली के बाद ऐसा करने वाले
सिर्फ़ दूसरे बल्लेबाज़ हैं। इसके अलावा उन्होंने इस पारी के दौरान सबसे अधिक छक्के मारने का रिकॉर्ड भी बनाया। उनके नाम अब टी20 अंतर्राष्ट्रीय मैचों में 150 छक्के हैं। हालांकि वह अपने तीसरे अंतर्राष्ट्रीय टी20 शतक से बस सात रन से चूक गए।
वहीं न्यूज़ीलैंड को पावरप्ले में साफ़्यान शरीफ़ ने दोहरा झटका दिया। पांचवें ओवर में आते हुए उन्होंने डैरिल मिचेल को बैक ऑफ़ लेंथ गेंद पर पगबाधा करवाया। चार गेंद बाद ही उन्होंने कप्तान केन विलियमसन को शून्य पर चलता किया। इस ओवर के बाद न्यूज़ीलैंड का स्कोर 36 रन पर दो विकेट था जो कि डेवन कॉन्वे के एक रन के निजी स्कोर पर आउट होने के बाद 52 रन पर तीन विकेट हो गया।
न्यूज़ीलैंड पर लगाम लगाने के लिए स्कॉटलैंड ने पावरप्ले के बाद स्पिन का जाल बिछाया। मार्क वॉट और ग्रीव्स ने 6 से 10 ओवर के बीच 24 गेंदों में सिर्फ़ 18 रन दिए, जिसमें मात्र एक बाउंड्री शामिल था। हालांकि इसके बाद गप्टिल और फ़िलिप्स ने पारी को संभालते हुए न्यूज़ीलैंड को 172 रन के बड़े स्कोर तक पहुंचाया।
लक्ष्य का पीछा करने उतरी स्कॉटलैंड की टीम को तीसरे ही ओवर में कप्तान काइल कोटज़र के रूप में पहला झटका लगा। वह 11 गेंदों में चार चौकों की मदद से 17 रन बनाकर ट्रेंट बोल्ट का शिकार हुए। इसके बाद ऐडम मिल्न ने चौथा ओवर मेडन फेंका। हालांकि पावरप्ले के अंतिम ओवर में मैथ्यू क्रॉस ने उन पर लगातार पांच चौके जड़े और माहौल बना दिया। यह सिर्फ़ दूसरी बार ही था जब टी20 विश्व कप में एक ओवर में पांच चौके लगे। पहली बार ऐसा 2009 के विश्व कप में हुआ था, जब जैक कैलिस ने स्कॉटलैंड के ही यान स्टैंडर के ख़िलाफ पांच चौके जड़े थे।
हालांकि अंतिम ओवरों में ज़रूर लीस्क ने 20 गेंद में तीन चौके और तीन छक्के की मदद से 42 रन बनाकर मैच में रोमांच लाने की कोशिश की, लेकिन टिम साउदी और मिल्न ने अंतिम दो ओवरों में सिर्फ़ दो बाउंड्री देकर न्यूज़ीलैंड की जीत सुनिश्चित कर दी।
फ़िरदौस मूंडा ESPNcricinfo की साउथ अफ़्रीका संवाददाता हैं, अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी के दया सागर ने किया है