आख़िरी गेंद पर भारत का सेमीफ़ाइनल में पहुंचने का सपना टूटा
आख़िरी ओवर में दीप्ति की एक नो गेंद ने बदली पूरे मैच की तस्वीर
फिरदौस मुंडा
27-Mar-2022
कट शॉट खेलती हुईं मिनॉन डुप्री • ICC via Getty Images
शनिवार को क्राइस्टचर्च में महिला विश्व कप के निर्णायक मुक़ाबले में साउथ अफ़्रीका ने भारतीय टीम को शिकस्त दे दी। जिसके बाद इस विश्व कप में भारतीय टीम के सफ़र का अंत हो गया। वहीं साउथ अफ़्रीका की जीत ने वेस्टइंडीज़ को सेमीफ़ाइनल में प्रवेश करा दिया। वेस्टइंडीज़ को अपना नॉकआउट मुक़ाबला इस टूर्नामेंट में अब तक अजेय रही ऑस्ट्रेलिया से खेलना होगा। जबकि सेमीफ़ाइनल में अफ़्रीकी टीम का सामना इंग्लैंड से होगा। 2017 के विश्व कप के बाद लगातार यह दूसरा अवसर होगा जब सेमीफ़ाइनल मुक़ाबले में साउथ अफ़्रीका और इंग्लैंड की टीमें आमने-सामने होंगी।
क्राइस्टचर्च में भारतीय टीम के ख़िलाफ़ साउथ अफ़्रीका को मिली जीत ऐतिहासिक है। इस मुक़ाबले को अपने नाम कर उन्होंने अपने एकदिवसीय मैचों के इतिहास में सबसे बड़ा लक्ष्य हासिल किया है। इसके साथ ही लक्ष्य का पीछा करते हुए साउथ अफ़्रीका की यह लगातार 16 वीं जीत भी है। हालांकि इनमें से अधिकतर मुक़ाबले काफ़ी क़रीबी और रोमांचक रहे हैं। इस विश्व कप के लीग स्टेज़ के सात मुक़ाबलों में साउथ अफ़्रीका ने 5 मैचों में जीत दर्ज की। इस दौरान हर दफ़ा उनकी बल्लेबाज़ी में सुधार देखने को मिला है।
इस मर्तबा अंतिन तीन ओवर में साउथ अफ़्रीका को जीत के लिये 20 रनों की दरकार थी। आख़िरी दो ओवर में उन्हें 14 रन बनाने थे। जबकि अंतिम ओवर में जीत के लिये 6 रन बनाने थे। इस दौरान टीम की पूर्व कप्तान मिनॉन डूप्री क्रीज़ पर मौजूद थीं और निचले क्रम के बल्लेबाज़ों के साथ उन्हें इस मैच को आगे ले जाना था। मिनॉन ने इस विश्व कप में अपना पहला अर्धशतक बनाया। जो कि सितंबर 2021 के बाद से खेले गए कुल 12 मैचों में उनका सार्वाधिक स्कोर (52) था। लेकिन यह सब अंतिम ओवर में हुए एक नाटकीय घटनाक्रम के बिना पूरा नहीं हो सका।
मैच के निर्णायक गेंद पर मिनॉन ने दीप्ति शर्मा की गेंद पर लॉन्ग ऑन पर कैच थमा दिया। उस वक़्त साउथ अफ़्रीका को जीत के लिए दो गेंदों में तीन रन बनाने थे। कैच लपके जाने के बाद मिनॉन मैदान के बाहर भी जा ही चुकी थीं। लेकिन अचानक कुछ ऐसा हुआ जिसने मैच का रूख़ ही बदल कर रख दिया। जिस गेंद पर मिनॉन कैच आउट हुईं उस गेंद को थर्ड अंपायर ने नो-बॉल क़रार दे दिया।
मिनॉन के पवेलियन की तरफ़ रूख़ करते ही मैदानी अंपायरों ने उन्हें इंतज़ार करने के लिये कहा, क्योंकि वे उस गेंद पर दीप्ति का फ़्रंटफ़ुट चेक करना चाहते थे। रिप्ले से साफ़ ज़ाहिर हो गया कि दीप्ति का फ़्रंटफ़ुट लाइन के ऊपर था। जिसके बाद मिनॉन को जीवनदान मिल गया और मैच भारत के हाथ में आते-आते फिसल गया।
इस पूरे नाटकीय घटनाक्रम को झूलन गोस्वामी चेंजिंग रूम से देखती रहीं। चोटिल होने के कारण उनके करियर में यह पहला मैच था जब वह वर्ल्ड कप के किसी मैच में भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व नहीं कर रही थीं। इस मुक़ाबले में झुलन की जगह मेघना सिंह को भारतीय टीम को शामिल किया गया था। मेघना सिंह ने कुल 6 ओवर फेंके, जिसमें उन्होंने बिना कोई विकेट झटके 37 रन खर्च कर दिए।
फिरदौस मुंडा ESPNcricinfo की दक्षिण अफ़्रीकी संवाददाता हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी के एडिटोरियल फ्रीलांसर नवनीत झा ने किया है।