साउथ अफ़्रीकी ऑलराउंडर क्लोई ट्राइऑन ने कहा है कि
शेफ़ाली वर्मा जब अपनी लय में होती हैं तब उन्हें रोकना बेहद मुश्किल होता है, ट्राइऑन ने अफ़्रीकी तेज़ गेंदबाज़ शबनिम और शेफ़ाली के बीच रोचक मुक़ाबला होने की भी उम्मीद जताई है।शनिवार को महिला विश्व कप में भारतीय टीम को साउथ अफ़्रीका के ख़िलाफ़ भिड़ना है। यह मुक़ाबला भारतीय टीम के दृष्टिकोण से काफ़ी महत्वपूर्ण है क्योंकि सेमीफ़ाइनल में अपनी जगह पक्की करने के लिए भारतीय टीम को हर हाल में साउथ अफ़्रीका को पटखनी देनी होगी।
हालांकि साउथ अफ़्रीका की धारदार गेंदबाज़ी को देखते हुए सलामी बल्लेबाज़ शेफ़ाली वर्मा का ख़राब फ़ॉर्म भारतीय टीम के लिये चिंता का सबब बना हुआ है। इस वर्ल्ड कप में शेफ़ाली वर्मा अपने बल्ले से अब तक कुछ ख़ास कमाल नहीं दिखा पायी हैं। वर्ल्ड कप में बांग्लादेश के ख़िलाफ़ 42 रनों की पारी के अलावा शेफ़ाली वर्मा का बल्ला अधितकर मौकों पर शांत ही रहा है। बांग्लादेश के अलावा ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शेफ़ाली वर्मा महज़ बारह रन ही बना पायीं। जबकि पाकिस्तान के विरुद्ध वर्मा अपना खाता तक नहीं खोल पायीं थी।शेफ़ाली वर्मा काफ़ी लंबे समय से ख़राब फ़ॉर्म से जूझ रही हैं।
विश्व कप से ठीक पहले न्यूज़ीलैंड के विरुद्ध खेली गयी सीरीज़ में भी शेफ़ाली वर्मा का बल्ला शांत ही रहा। हालांकि इसके बावजूद शनिवार को साउथ अफ़्रीका के खिलाफ होने वाले निर्णायक मुक़ाबले से पहले विपक्षी टीम शेफ़ाली वर्मा को हल्के में आंकने का जोखिम नहीं उठा रही है। साउथ अफ़्रीकी टीम की ऑलराउंडर क्लोई ट्राइऑन ने शेफ़ाली वर्मा को अपनी टीम के लिये एक बड़ा खतरा बताया है।
क्लोई ट्राइऑन ने कहा है कि अगले मुकबाले में शेफ़ाली वर्मा को रोकना साउथ अफ़्रीकी टीम के सामने बड़ी चुनौती होगी।क्लोई ट्राइऑन ने कहा,"हमें पता है कि वह हमारी टीम के लिये कितना घातक सिद्ध हो सकती हैं। जब शेफ़ाली वर्मा अपनी लय में होती हैं, तब उन्हें रोकना बेहद मुश्किल सिद्ध होता है। वह इस वक़्त रनों की भूखी हैं, इसलिये उन्हें रोकने के लिये हमें अपनी रणनीति को उनके ख़िलाफ़ अच्छे तरह से इस्तेमाल करना होगा। हमारी टीम उन्हें जल्द ही आउट करने का पूरा प्रयास करेगी। लेकिन उन्हें रन बनाने से रोकना हमारे लिये बड़ी चुनौती है।'खु़द शेफ़ाली वर्मा भी साउथ अफ़्रीका के ख़िलाफ़ मुक़ाबले से पहले काफ़ी आत्मविश्वास में नज़र आ रही हैं। मुक़ाबले से पहले शेफ़ाली वर्मा ने कहा कि वह किसी भी परस्थिति के लिये तैयार हैं।"
वर्मा ने कहा,"मैं किसी भी परस्थिति का सामना करने के लिये तैयार हूं। मैं ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ खेले गए मुक़ाबले से पहले भी तैयार थी। मुझे पता था कि मेरे लिये अगला अवसर जल्द ही आने वाला है। हमारी टीम के कोचिंग स्टाफ़ भी मुझे नेट्स में लगातार बैक कर रहे थे।"शेफ़ाली वर्मा ने कोचिंग स्टाफ़ के सदस्यों की तारीफ़ करते हुए कहा, "मिसाल के तौर पर, हमारे बैटिंग कोच शिव सुंदर दास मुझे हमेशा प्रेरित करते हैं। वह मेरे मज़बूत और कमज़ोर दोनों ही पक्षों पर मेरे साथ काम करते हैं। ठीक इसी तरह क्रांति भाई(थ्रो डाउन स्पेशियलिस्ट) भी मेरा भरपूर सहयोग करते हैं। वे हमेशा ही ख़राब फ़ॉर्म से जूझ रहे खिलाड़ियों से बात करने के साथ-साथ उनका मनोबल बढ़ाते हैं, जो बहुत अच्छी बात है। ऐसी चर्चाओं से आपका आत्मविश्वास बढ़ता है।"शेफ़ाली वर्मा ने ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ खेली अपनी छोटी पारी में भी अपने पावर हिटिंग की काबिलियत दिखाई थी। वर्मा ने अनुभवी मेगन शट की गेंद को साइट स्क्रीन तक पहुंचा दिया था। वहीं बांग्लादेश के ख़िलाफ़ शेफ़ाली ने 42 गेंदों में 42 रनों की पारी खेलकर, स्मृति मंधाना के साथ पहले विकेट के लिये स्कोर बोर्ड पर 74 रन भी जोड़े थे।
खु़द शेफ़ाली वर्मा ने अपनी पिछली पारी पर बात करते हुए कहा, "पिछले मुक़ाबले ने मेरे आत्मविश्वास में काफ़ी इज़ाफा किया। मैं अपने ख़राब फ़ॉर्म के बारे में सोचने के बजाय खु़द को बैक करने और सुधार करने के बारे में सोच रही थी। लिहाज़ा मैं कल के खेल में भी अपनी टीम के लिये बेहतर प्रदर्शन करने के बारे में ही सोच रही हूं।'वर्मा ने कहा कि वह न सिर्फ अपनी बल्लेबाज़ी में सुधार करने के बारे में सोच रही हैं, बल्कि वह शारीरिक, मानसिक और कौशलता के स्तर पर भी सुधार लाने का भरपूर जतन कर रही हैं। शेफ़ाली वर्मा ने कहा कि वह लगातार अपनी गलतियों पर काम कर रही हैं।शेफ़ाली वर्मा ने अफ़्रीकी टीम के ख़िलाफ़ खेले जाने वाले मुक़ाबले को लेकर कहा,'कल का मैच हमारे लिये बेहद महत्वपूर्ण है।टींम के हर सदस्य को अपनी भूमिका के बारे में पता है और सभी खिलाड़ी मैदान पर अपना सौ फ़ीसदी देने के लिये तैयार हैं। कल अच्छी साझेदारियां करने पर हमारा ज़ोर रहेगा, टीम के सभी बैटर इस वक़्त अपनी लय में हैं।" शेफ़ाली वर्मा ने भारतीय बल्लेबाज़ों की रणनीति पर बात करते हुए कहा कि "हम जब भी बल्लेबाज़ी करने के लिये मैदान पर उतरते हैं, तब अच्छी पार्टनर्शिप खड़ी करने और साथी खिलाड़ी का सहयोग करने पर ही हमारा पूरा ध्यान केंद्रित होता है। हम कल के मुक़ाबले में भी एक बैटिंग यूनिट के तौर पर अच्छी साझेदारियां बनाने पर अपना पूरा ध्यान केंद्रित करेंगे।"
साउथ अफ़्रीका के ख़िलाफ़ होने वाले निर्णायक मुक़ाबले में अफ़्रीकी गेंदबाज़ी आक्रमण का सामना करना भारतीय बैटरों के लिये कठिन होगा। इस टूर्नामेंट में साउथ अफ़्रीकी टीम अब तक अजय रही है और इस विजय रथ को बरकरार रखने में टीम की पेस बैट्री ने सबसे अहम भूमिका निभाई है। साउथ अफ़्रीकी पेस बैट्री का सामना करना शेफ़ाली वर्मा के लिये भी आसान नहीं रहने वाला है, क्योंकि शेफ़ाली वर्मा को अमूमन शॉर्ट गेंदों से जूझता हुआ देखा गया है। अफ़्रीकी तेज़ गेंदबाज़ शबनीम इस्माइल के घातक बाउंसर ने शेफ़ाली वर्मा को उनकी डेब्यू सीरीज़ में काफ़ी परेशान किया था।अफ़्रीकी ऑलराउंडर क्लोई ट्रिओन ने शेफ़ाली और शबनीम के बीच काफ़ी रोचक मुक़ाबला होने की उम्मीद जताई है।
ट्रिओन ने कहा है कि शेफ़ाली वर्मा शबनीम को अटैक करने की भरपूर कोशिश करेंगी, जबकि शबनीम को पूरा ज़ोर शेफ़ाली को जल्द से जल्द पवेलियन चलता करने पर होगा। हालांकि अगर शबनीम गेम प्लान के मुताबिक गेंदबाज़ी करती हैं तो शेफ़ाली को जलद आउट करना संभव है। लेकिन कुल मिलाकर दोनों के ही बीच एक रोचक मुकाबला होने की पूरी गुंजाइश है।
दूसरी तरफ खुद शेफ़ाली ने भी कहा है कि उन्होंने शॉर्ट गेंदों के लिये काफी मेहनत की है। उन्होंने अपनी तैयारियों के बारे में कहा, 'मैंने शॉर्ट गेंदों को लेकर काफ़ी मेहनत की है और मुझे इस मेहनत के बेहतर नतीजे भी प्राप्त हुए हैं। मेंने काफ़ी सुधार किया है और इसे और बेहतर करने का प्रयास भी कर रही हूं। चाहे वह शॉर्ट गेंदें हों या मेरा स्ट्रोंग प्वाइंट, मैंने हर पहलू पर बेहतर करने का प्रयास किया है। मुझे हार्ड गेंदों और अच्छे गेंदबाज़ों का सामना करने में काफ़ी आनंद आता है।'शेफ़ाली वर्मा ने अपने बचपन की यादों का ज़िक्र करते हुए कहा कि "निसंदेह मुझे तेज़ गेंदों का सामना करने में आनंद आता है। मैंने लड़कों के साथ ही क्रिकेट खेलना शुरु किया था। मैं कल के मैच में भी तेज़ गेंदबाज़ी का सामना करने को लेकर काफ़ी उत्साहित हूं। मुझे कल तेज़ गेंदबाज़ी का सामना करने में काफी मज़ा आयेगा।"