दिल्ली कैपिटल्स 138/4 (धवन 45, स्मिथ 33, पोलार्ड 1-9) ने मुंबई इंडियंस 137/9 (रोहित 44, मिश्रा 4-24, आवेश 2-15) को छह विकेटों से हराया
अमित मिश्रा के अनुभव और कौशल की मदद से दिल्ली कैपिटल्स ने चेन्नई की कठिन पिच पर मुंबई इंडियंस के ख़िलाफ़ छह विकेट से जीत दर्ज की। इसके साथ ही दिल्ली कैपिटल्स ने मुंबई इंडियंस के खिलाफ़ लगातार पांच मैचों में मिली हार का सिलसिला आखिरकार तोड़ ही दिया।
मिश्रा ने अपने पहले और पावरप्ले के आखिरी ओवर में दस रन दिए थे, लेकिन इसके बाद उन्होंने वापसी करते हुए मुंबई की बड़ी हिटिंग लाइन-अप को तोड़ने और मैच को खोलने का काम किया। उन्होंने अपने दूसरे ओवर में अच्छी लय में लग रहे
रोहित शर्मा और हार्दिक पंड्या को आउट किया। इसके बाद वापस आकर उन्होंने कायरन पोलार्ड को गुगली से फंसाया और अपने अंतिम ओवर में ईशान किशन को यॉर्कर से बोल्ड किया। मिश्राजी का 24 रन देकर 4 विकेट लेना, आईपीएल इतिहास में मुंबई के खिलाफ किसी भी कैपिटल्स गेंदबाज़ के लिए सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी प्रदर्शन हैं।
मुंबई की पारी 9 विकेट पर 137 रन पर समाप्त हुई, जिसमें अमित मिश्रा की एक के बाद एक विकेटों ने डिफेंडिंग चैंपियन को ढेर कर दिया।
इसके बाद
शिखर धवन थोड़ी किस्मत और बहुत अच्छे फॉर्म के दम पर लक्ष्य का पीछा करने लगे। धवन का विकेट गिरा तब मैच फंसा हुआ था, पर मुंबई के पास बोर्ड पर पर्याप्त रन नहीं थे।
दोनों टीमों ने परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए स्पिनर्स को अपने पहले ग्यारह में जगह दी। दिल्ली ने तो स्टॉयनिस और अश्विन के साथ गेंदबाज़ी की शुरुआत कर सभी को आश्चर्यचकित कर दिया। यह चाल शुरु में तो सफल हुई लेकिन डिकॉक का विकेट गंवाने के बावजूद रोहित शर्मा ने अश्विन के दूसरे ओवर तक अपना गियर बदल लिया। स्लॉग स्वीप के चौके और एक हाथ से एक्स्ट्रा कवर के ऊपर से जड़े छक्के के बाद उन्होंने रबाडा का स्वागत एक तिरस्कारपूर्ण स्ट्रेट ड्राइव से किया जो उनके सर के ऊपर से चली गई। इस समय सूर्याकुमार यादव भी रोहित के कंधे से कंधा मिलाकर शॉट्स लगा रहे थे, पर 15 गेंदों में 24 रन बनाकर
आवेश ख़ान की गेंद पर वह कीपर के हाथों कैच आउट हो गए। मुंबई अभी भी शर्मा के शानदार फॉर्म के चलते स्थिरता के साथ आगे बढ़ रहा थी।
मिश्रा ने फिरकी से मैच को खोला
अपने दूसरे ओवर की दूसरी गेंद तक मिश्रा 16 रन दे चुके थे। लेकिन आगे जाकर उन्होंने अपने पूरे स्पेल में केवल आठ रन और दिए। शर्मा को आगे बढ़ते हुए देख, उन्होंने गेंद को ऑफ स्टंप से दूर किया और एक बार के लिए, शर्मा को अपने ड्राइव पर सही टाइमिंग नहीं मिली। दो गेंदों बाद, पंड्या ने अपनी पहली ही गेंद को लांग-ऑन के ऊपर से मारने का प्रयास किया और ओवर में दूसरी बार उस क्षेत्ररक्षक को कैच लपकने में कोई परेशानी नहीं हुई और मुंबई मजबूत स्थिति से अनिश्चिताओं की तरफ चली गई।
मिश्रा यहीं पर नहीं रुके, अपने तीसरे ओवर में उन्होंने पोलार्ड के लिए सटीक लेंथ पर एक गुगली डाली, जो तेजी से अंदर की ओर आई और विकेटों के सामने पैड से जा टकराई। जहां एक समय ऐसा लग रहा था कि मुंबई 180 तक का लक्ष्य रख सकते हैं, वहीं अब वह 12 ओवर में 6 विकेट पर 84 रन बनाकर संघर्ष कर रही थी।
धवन रहे रन-चेज़ के मार्गदर्शक
पिछले दो वर्षों में, धवन आईपीएल के सर्वश्रेष्ठ सलामी बल्लेबाजों में से एक बन गए हैं। छोटे लक्ष्य, एक कठिन पिच और शानदार आक्रमण को देखते हुए, धवन कैपिटल्स की पारी को स्थिर रखना चाहते थे। गब्बर को अच्छी किस्मत का भी फायदा मिला, जब पहले ओवर की आखिरी गेंद पर बाहरी किनारा लेकर गेंद हवा में उठी और हार्दिक पंड्या ने शॉर्ट कवर पर सामने की ओर गोता लगाकर गेंद को लपक लिया। लेकिन यह उन कैचों में से एक था, जो 2 डी टेलीविजन छवियों में देखकर ज्यादातर बल्लेबाज़ों के पक्ष में जाते हैं। थर्ड अंपायर ने फैसला आया कि धवन आउट नहीं हैं। इसके बाद उन्होंने नंबर 3 पर स्टीवन स्मिथ और नंबर 4 पर आए ललित यादव के साथ महत्वपूर्ण साझेदारियां निभाई।
ओस ने मुंबई के गेंदबाजों के काम को और मुश्किल कर दिया। बाहर बैठे शर्मा की जगह पोलार्ड ने मैदान पर कप्तानी करते हुए, गेंद में बदलाव के लिए अंपायरों से काफी निवेदन किया और अंततः उनकी बात स्वीकार की गई। रन रेट में बढोतरी होता देख धवन ने आक्रमण करने का फैसला किया। उन्होंने चाहर को एक छक्का और एक चौका लगाया, लेकिन उसी ओवर में एक और बाउंड्री के लिए जाते समय वह डीप स्क्वेयर-लेग पर कैच दे बैठे।
कैपिटल्स ने पार किया अंतिम पड़ाव
धवन की विकेट ने चीजों को थोड़ी देर के लिए अनिश्चित तो बनाया, लेकिन काफी भारी मात्रा में ओस और छोटे लक्ष्य के कारण कैपिटल्स के बल्लेबाज़ों को गेंद को बस मैदान के चारों ओर धकेलने की जरूरत थी। जब ऋषभ पंत जसप्रीत बुमराह की गेंद पर आउट हुए, तब दिल्ली को थोड़ी तकलीफ हुई। लेकिन ललित दूसरे छोर पर टिके रहे। अंतिम में इस करीबी जीत को सुनिश्चित करने के लिए शिमरॉन हेटमायर ने एक अहम कैमियो का रोल निभाया।