मुंबई इंडियंस 172/3 (डिकॉक 70*, क्रुणाल 39, मॉरिस 2-33) ने राजस्थान रॉयल्स 171/4 (सैमसन 42, बटलर 41, चाहर 2-33) को सात विकेट से हराया
क्विंटन डिकॉक की 50 गेंदों में नाबाद 70 रन की पारी की बदौलत मुंबई इंडियंस ने राजस्थान रॉयल्स को सात विकेट से मात दी और प्वाइंट्स टेबल के शीर्ष चार में अपनी दावेदारी को और मजबूत किया।
आईपीएल 2021 में पहली बार लक्ष्य का पीछा करने उतरी मुंबई की टीम को डिकॉक की पारी ने सुनिश्चित किया कि आवश्यक रन-रेट कभी भी टीम के लिए चिंता का विषय न बने। क्रुणाल पंड्या ने उनका बखूबी साथ देते हुए 26 गेंदों में 39 रनों की पारी खेली और मुंबई को नौ गेंद शेष रहते लक्ष्य तक पहुंचा दिया।
इससे पहले, रोहित शर्मा ने टॉस जीतकर रॉयल्स को पहले बल्लेबाज़ी करने के लिए उतारा। जॉस बटलर (32 गेंद पर 41 रन) और यशस्वी जायसवाल (20 गेंद पर 32 रन) ने रॉयल्स को 7.4 ओवर में 66 रन की शुरुआत दिलाई। संजू सैमसन ने भी 27 गेंदों में 42 रनों की पारी खेली, लेकिन शिवम दुबे की 31 गेंदों में 35 रन की धीमी पारी ने रॉयल्स को वहां पहुंचने नहीं दिया, जहां तक वे पहुंचना चाहते थे।
बटलर, जायसवाल ने धीमी शुरुआत के बाद रन गति को बढ़ाया
ट्रेंट बोल्ट को पहले ओवर में नई गेंद के साथ स्विंग मिली जिससे उन्होंने बटलर को परेशान किया। दूसरे छोर से जसप्रीत बुमराह ने लगातार अच्छी लेंथ पर तेज गति से गेंदबाज़ी की। नतीजतन, रॉयल्स पहले चार ओवरों में केवल 20 रन बना सके।
लेकिन एक बार बोल्ट और बुमराह ने अपने स्पेल खत्म किए, बटलर और जायसवाल ने खुलकर बल्लेबाज़ी करना शुरू किया। पांचवें ओवर की पहली गेंद पर बटलर ने जयंत यादव की गेंद पर चहलकदमी कर खराब शॉट खेला, लेकिन वह खुशकिस्मत थे कि गेंद बैकवर्ड प्वाइंट फील्डर को पार कर गई। बाद में इसी ओवर में, बटलर ने जयंत को लगातार गेंदों पर चौका और छक्का लगाया।
जायसवाल ने अगले ओवर में नेथन कुल्टर-नाइल की गेंदों पर आक्रमण जारी रखा, जिसके चलते रॉयल्स ने बिना किसी नुकसान के 47 रन के साथ पावरप्ले समाप्त किया।
चाहर की विकेटों ने रन-रेट पर लगाया ब्रेक
एक पल के लिए ऐसा लग रहा था कि बटलर और जायसवाल को कोई रोक नहीं पा रहा है। बटलर ने जयंत को एक और छक्का मारकर टीम का स्कोर 50 के पार पहुंचाया। जब शर्मा चाहर को लाए, तो बटलर ने उन्हें डीप स्क्वेयर लेग बाउंड्री के ऊपर से दे मारा, लेकिन अगली ही गेंद पर चाहर ने उन्हें फ्लाइट में हराया और टर्न के बाद डिकॉक ने एक आसान स्टम्पिंग को अंजाम दिया।
चाहर के अगले ओवर में जायसवाल ने गुगली को स्लॉग स्वीप के सहारे छह रनों के लिए भेजा, लेकिन गेंदबाज ने फिर एक बार वापसी की। दो गेंदों बाद, जायसवाल ने जल्दी से बल्ले का मुंह बंद कर दिया और गुगली पर चाहर को एक आसान सा कैच थमा बैठे। उस विकेट ने स्कोरिंग रेट पर ब्रेक लगाया क्योंकि इसके बाद रॉयल्स 10 वें से 14 वें ओवर तक केवल 30 रन ही बना पाए।
अंत में बुमराह ने रॉयल्स को रोका
सैमसन ने अपनी पहली छह गेंदों में तीन चौके लगाकर धमाकेदार शुरुआत की थी। उन पांच धीमे ओवरों के बाद उन्होंने दो गेंदों में दो चौके भी लगाए परंतु दूसरे छोर पर दुबे काफी संघर्ष कर रहे थे। वह एक समय 27 गेंद पर 28 रन पर थे, जिससे रॉयल्स को फायदा नहीं हुआ।
बोल्ट ने एक यॉर्कर के साथ सैमसन के मिडिल स्टंप को उखाड़ फेंका, जबकि बुमराह बल्लेबाजों के पैरों को निशाना बनाकर फिर से कमाल कर रहे थे। 17 वें और 19 वें ओवरों में गेंदबाजी करते हुए बुमराह ने सिर्फ नौ रन दिए जो रॉयल्स के कम स्कोर के लिए एक बड़ी वजह बना। हाथ में विकेट होने के बावजूद रॉयल्स आखिरी पांच ओवरों में केवल 45 रन बना ही पाए।
डिकॉक रहे रन-चेज़ के नायक
रन चेज़ के पहले तीन ओवरों में केवल 14 रन आने के बाद, डिकॉक ने शॉट्स खेलने का निर्णय लिया। उन्होंने चौथे ओवर की शुरुआत मुस्तफिजुर रहमान की गेंद पर चौके से की। अगली गेंद पर, वह ऑफ साइड की ओर हटे और फाइन लेग के ऊपर से छक्का मार दिया।
छठे ओवर के लिए मॉरिस आए; डिकॉक ने मिडविकेट पर छक्के के साथ उनका स्वागत किया। इस सब के दौरान, शर्मा दूसरे छोर पर संघर्ष कर रहे थे। 16 गेंदों में 14 रन बनाकर उनकी पारी का अंत हुआ, जब उन्होंने पावरप्ले की ओवरपिच आखिरी गेंद को सीधे मिड ऑन पर चिप कर दिया।
सूर्यकुमार यादव ने अपने तरीके से राहुल तेवतिया की गेंद पर लगातार दो चौकों के साथ शुरुआत की। लेकिन वह भी मॉरिस की गेंद को शॉर्ट मिडविकेट पर खड़े बटलर के पास मारकर आउट हो गए। डिकॉक ने हालांकि मुंबई की गाड़ी को पटरी पर रखा और 35 गेंदों में अपना अर्धशतक पूरा किया।
क्रुणाल की छोटी पारी ले गई मुंबई को जीत के करीब
इसके बाद क्रुणाल को कायरन पोलार्ड और हार्दिक पंड्या से आगे नंबर 4 पर भेजा गया। उन्होंने कभी भी जरूरी रन-रेट को हाथ से निकलने नहीं दिया। उन्होंने 15 वें, 16 वें और 17 वें ओवर की पहली गेंद पर क्रमशः छक्का, चौका और छक्का लगाकर डिकॉक के सिर से दबाव हटाया। जब वे मुस्तफिजुर की गेंद पर आउट हुए, तब मुंबई को 20 गेंद में सिर्फ 26 रन चाहिए थे।
पोलार्ड ने मॉरिस की गेंद पर छक्का और चौका लगाकर 18 वें ओवर की शुरुआत की, जिहोंने जवाब में बाउंसर फेंका। पोलार्ड नीचे झुके, गेंद उनके हेलमेट पर लगी और फाइन लेग बाउंड्री की ओर लुढ़क गई। अगले ओवर में डिकॉक और पोलार्ड ने एक-एक चौके लगाकर मुंबई की जीत को सुनिश्चित कर दिया।