सनराइज़र्स हैदराबाद का पराजय क्रम जारी, चाहर, बुमराह और बोल्ट बने मुंबई इंडियंस के जीत के हीरो
22 गेंदों में 35 रन बनाकर पोलार्ड ने मुंबई इंडियंस को एक सम्मानजनक लक्ष्य तक पहुंचाया
सिद्धार्थ मोंगा
06-May-2021
मुंबई इंडियंस 150/5 (क्विंटन डिकॉक 40, कायरन पोलार्ड 35, विजय शंकर 2/19) ने सनराइज़र्स हैदराबाद 137/10 (जॉनी बेयरस्टो 43, डेविड वॉर्नर 35, राहुल चाहर 3/19, ट्रेंट बोल्ट 3/28) को 13 रन से हराया।
राहुल चाहर ने शानदार गेंदबाज़ी का मुज़ाहिरा करते हुए सनराइज़र्स हैदराबाद की टीम के रीढ़ (मध्यक्रम) को तोड़ने का काम किया। उसके बाद ट्रेंट बोल्ट ने सनराइज़र्स को किसी भी तरीके से पलटवार करने का मौका ही नहीं दिया। हालांकि बोल्ट के अंतिम ओवरों के इस स्पेल में बुमराह के गेंदबाजी का भी काफी योगदान रहा। वॉर्नर और बेयरस्टो के द्वारा सलामी बल्लेबाज़ के तौर पर एक और धाकड़ प्रदर्शन देखने को मिला। जब बेयरस्टो आउट हुए तो हैदराबाद की टीम को 82 गेंदों में महज़ 84 रनों की जरूरत थी, वहीं जब वॉर्नर रन आउट हुए तो 51 गेंदों में 61 रनों की आवश्यकता थी। वॉर्नर इस आईपीएल के तीसरे ऐसे कप्तान हैं, जो तेजी से सिंगल चुराने के चक्कर में रन आउट हुए।
विजय शंकर ने आज के मैच में दो विकेट झटके लेकिन उन्होंने 19वें ओवर में पोलार्ड का कैच टपका दिया, जो उन्हें बाद में काफी महंगा पड़ा। विजय ने 25 गेंदों में 28 रनों की पारी खेल कर सनराइज़र्स को काफी हद तक मैच में बनाए रखा था, लेकिन बुमराह और बोल्ट ने जिस तरीके से धीमी पिच पर गेंदबाज़ी की, वो काबिल-ए-तारीफ़ है।
पावरप्ले का घमासान
ऐसी पिचों पर एक ही उपाय है कि आप पावरप्ले के दौरान ताबड़तोड़ बल्लेबाज़ी करें लेकिन यह भी ध्यान में रखना होता है कि आप बहुत ज्यादा विकेट नहीं गंवा रहे हैं। आज के मैच में जब क्विटंन डिकॉक बढ़िया टच में नहीं दिख रहे थे तब रोहित शर्मा ने आक्रमण की जिम्मेदारी ली और पावरप्ले में 23 गेंदों में 31 रनों की पारी खेली। हालांकि पॉवरप्ले में बिना विकेट खोए 53 रन बनाने के बावजूद यह टीम अपने जीत का दावा नहीं कर सकती थी।
शंकर और राशिद की बढ़िया गेंदबाज़ी
पॉवरप्ले के खत्म होते-होते पूरा खेल ही बदल गया। शंकर ने पिच के धीमे होने का फायदा उठाते हुए डीप मिडविकेट पर रोहित को कैच आउट कराया और उसके बाद खतरनाक दिख रहे सूर्यकुमार यादव को भी आउट किया। सनराइज़र्स ने राशिद का भी बढ़िया उपयोग किया। उन्होंने 8 से 12 ओवर के बीच सिर्फ 17 रन खर्च किए। जब राशिद की जगह पर मुजीब गेंदबाज़ी के लिए आए तो उन्होंने डिकॉक को आउट कर दिया। उस समय मुंबई का स्कोर 14 ओवर में 3 विकेट खोकर 98 रन था।
अंतिम ओवरों में मुंबई इंडियंस ने जीत की तरफ बढ़ाया कदम
मुंबई की टीम को एक सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाने का जिम्मा अब उनके लोअर मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज़ों पर था। इसमें कोई शक नहीं है कि मुंबई की टीम के पास सबसे मजबूत बल्लेबाज़ी मध्यक्रम है। हालांकि खलील, मुजीब और राशिद ने उन बल्लेबाज़ों को खामोश रखने में काफी हद तक सफलता हासिल की। पहले मुजीब ने ईशान किशन को आउट किया, फिर खलील ने पंड्या को पवेलियन का रास्ता दिखाया। शंकर, खलील और अभिषेक ने 9 ओवरों में 58 रन देकर 3 विकेट झटकने में सफल रहे। अगर पहली पारी के अंतिम दो गेंदों को अलग किया जाए, तो उससे 27 गेंद पहले तक कोई भी बाउंड्री नहीं लगी थी।
पोलार्ड अंतिम ओवर के पहली चार गेंदों पर पिच के धीमेपन के कारण बड़ा शॉट लगाने में कामयाब नहीं हुए। अंत में उन्हें भुवनेश्वर कुमार की पांचवी गेंद स्लॉट में मिली जिस पर उन्होंने एक गगनचुंबी छक्का लगाया। इसके बाद अंतिम गेंद स्लॉट में नहीं था लेकिन उसमें इतना पेस जरूर था कि गेंद को डीप मिडविकेट सीमा रेखा के बाहर भेजा जा सके। अमूमन कम रन खर्च करने वाले भुवनेश्वर ने अपना स्पेल 4 ओवर में बिना विकेट लिए 45 रन के साथ खत्म किया। अंतिम के चार ओवरों में 43 रन बने, जो कि इस आईपीएल में चेपॉक मैदान पर खेले गए किसी भी मैच से ज्यादा था।
बेयरस्टो की आतिशबाज़ी
इस मैच में ऋद्धिमान साहा को ड्रॉप किया गया और बेयरस्टो को वॉर्नर के साथ पारी की शुरुआत करने का मौका दिया गया। जिस तरीके से उन्होंने न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाज़ बोल्ट और मिल्न के ख़िलाफ़ रन बनाना शुरू किया, सनराइज़र्स की टीम का यह फैसला लगभग सही साबित हुआ। बेयरस्टो ने पहले पांच ओवरों में 15 गेंदों का सामना करते हुए 4 चौके और 4 छक्के लगाए। पॉवरप्ले की समाप्ति पर हैदराबाद का स्कोर बिना किसी विकेट खोए 55 रन था, जो ऐसी पिच पर एक शानदार शुरुआत थी और कहीं ना कहीं मैच हैदराबाद के पाले में दिख रही थी।
मुंबई की वापसी
सनराइज़र्स की टीम के पहले पांच ओवरों में धमाकेदार शुरुआत के कारण रोहित को छठे ओवर में बुमराह को गेंद थमाना पड़ा। एक धीमी गेंद पर बुमराह ने बेयरस्टो को लगभग आउट ही कर दिया था, लेकिन इस ओवर में बुमराह ने सिर्फ दो रन खर्च किया। जो साफ-साफ बता रहा था कि सनराइज़र्स के लिए आगे का सफर आसान नहीं होने वाला है। एक तेज-तर्रार शुरुआत के बाद बेयरस्टो को अब धीमी गति से रन बनाने की कोई जरूरत ही नहीं थी। क्रुणाल पंड्या पर एक रैंप शॉट खेलने के चक्कर में दुर्भाग्य से बेयरस्टो का पिछला पैर स्लिप कर गया और जाकर विकेटों पर लग गया। यह आईपीएल में अब तक का 13वां हिट विकेट है, जिसमें हैदराबाद की तरफ से बेयरस्टो समेत 5 खिलाड़ी हैं।
चाहर की चमक पड़ी हैदराबाद पर भारी
पिछले मैच में चाहर की शानदार गेंदबाज़ी के कारण मुंबई की टीम के सितारे बुलंदी पर थे और उनका फॉर्म इस मैच में भी जारी रहा। उन्होंने सबसे पहले मनीष पांडे को लांग ऑफ पर कैच आउट करा कर हैदराबाद को एक बड़ा झटका दिया। मनीष तब तक 7 गेंदों में सिर्फ 2 रन ही बना पाए थे। उसके बाद वॉर्नर भी पंड्या की एक थ्रो पर रन आउट होकर पवेलियन की तरफ चलते बने। इसके बाद रोहित ने चालाकी से धीमी पिच का फायदा उठाने के लिए पोलार्ड के हाथ में दो ओवरों के लिए गेंद थमा दिया। इसके बाद ये तय था कि मिल्न या बोल्ट में से किसी एक बोलर के 2 ओवर कम कराए जा सकते हैं। 5 से 14 ओवर के बीच सनराइज़र्स के खिलाड़ी सिर्फ एक गेंद को सीमा रेखा से बाहर भेजने में सफल हुए। एक अनुभवहीन मध्यक्रम बल्लेबाजों के लिए यह काफी ज्यादा दबाव वाला पल था। इसके बाद विराट सिंह और अभिषेक, चाहर के अंतिम ओवर में आउट हो गए।
शंकर का विफल प्रयास
अंतिम के पांच ओवरों में हैदराबाद को 47 रनों की आवश्यकता थी और पांचवें गेंदबाज़ का कोटा खत्म हो चुका था। इसके बावजूद रोहित ने क्रुणाल को गेंद थमा दिया ताकि मिल्न को अंतिम के ओवरों में गेंदबाज़ी न करवाना पड़े। शंकर ने उस ओवर में दो लंबे छक्के लगाए और सनराइजर्स मैच में बना रहा। इसके बाद वाले ओवर में बुमराह के यॉर्कर और धीमी गेंदों ने जरूरी रन रेट को और बढ़ा दिया, जो बोल्ट के लिए काफी फायदेमंद रहा क्योंकि बल्लेबाज़ों के पास बल्ला चलाने के अलावा और कोई उपाय नहीं था।
सिद्धार्थ मोंगा ESPNcricinfo में असिस्टेंट एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी के सब एडिटर राजन राज ने किया है।