पंजाब किंग्स 179\5 (राहुल 91*, गेल 46, जेमिसन 2-32) ने रॉयल चेलेंजर्स बैंगलूरू को 145/ 8 (कोहली 35, बराड़ 3-19, बिश्नोई 2-17) को 34 रन से हराया।
अपने पिछले तीन आईपीएल मैचों में हरप्रीत बराड़ एक भी विकेट लेने में कामयाब नहीं हो पाए थे। बाएं हाथ के स्पिन गेंदबाज़ बराड़ ने आईपीएल में अब तक लगभग 10 ओवर की गेंदबाज़ी की थी लेकिन सफलता उनके हाथ नहीं लग रही थी। यह सारी बातें 7 गेंदों के दरमियां भुला दी गई और इस दौरान हरप्रीत बराड़ ने 3 विकेट झटके।
उन 7 गेंदों के दौरान उन्होंने एक भी रन नहीं दिया। बराड़ के इस प्रदर्शन ने पंजाब किंग्स को रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के खिलाफ शानदार और बहुत ही जरूरी जीत दिलाने में मदद किया। बराड़ ने विराट कोहली, ग्लेन मैक्सवेल और एबी डीविलियर्स को आउट किया। रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु 180 रनों का लक्ष्य का पीछा करते हुए बेंगलुरु की टीम 8 विकेट खोकर 145 रन ही बना सकी। अंत में बेंगलुरु की टीम इस मैच को 34 रनों से हार गई। पिछले तीन मैचों में बेंगलुरु की यह दूसरी हार थी
इसका साफ मतलब यह था की बेंगलुरु की टीम में चेन्नई सुपर किंग्स स्कोर प्वाइंट टेबल के टॉप पर जाने का एक बेहतरीन मौका दे दिया है। चेन्नई सुपर किंग्स ने डिफेंडिंग चैंपियन मुंबई इंडियंस के साथ 6 अंक बटोर कर लगातार प्लेऑफ की रेस में बरकरार थी।
मध्यक्रम हुआ विफल लेकिन बराड़ ने दिया राहुल का साथ
बराड़ ने सिर्फ गेंदबाज़ी के साथ ही नहीं उन्होंने क्षेत्ररक्षण और बल्लेबाज़ी में भी पंजाब किंग्स को जीत दिलाने में काफी अहम भूमिका निभाई। पहली पारी में उन्होंने अपने कप्तान केएल राहुल का साथ देते हुए पारी के अंतिम ओवरों में दो छक्कों और एक चौके की मदद से 27 रन का बहुमूल्य योगदान दिया। वहीं दूसरी पारी में क्षेत्ररक्षण करते हुए उन्होंने अपने साथ ही स्पिन रवि बिश्नोई को डीप में कैच लेकर शाहबाज़ अहमद का विकेट दिलाया। पंजाब किंग्स के लिए मध्यक्रम की बल्लेबाजी एक बार फिर से चिंता का विषय बनी और पंजाब के बल्लेबाज मिडिल ओवरों में कोई भी बड़े पार्टनरशिप बनाने में सक्षम नहीं हुए। मध्यक्रम के खस्ताहाल प्रदर्शन के बाद बराड़ ने अपने कप्तान केएल राहुल का साथ दिया और छठे विकेट के लिए 61 रनों की पार्टनरशिप की। पंजाब के कप्तान राहुल ने 57 गेंदों में 91 रनों की ताबड़तोड़ पारी खेली।
कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ खेले गए मैच में मयंक अग्रवाल इंजर्ड हो गए थे और इस कारण से वह इस मैच का हिस्सा नहीं बन पाए थे। ऐसा होने के बाद किंग्स के पास यह मौका था कि वो क्रिस गेल को सलामी बल्लेबाज़ के तौर पर मैदान पर भेजें और उन्हें आक्रामक रूप से खेलने के लिए पूरी आजादी दी जाए लेकिन पंजाब किंग्स के मैनेजमेंट ने ऐसा नहीं किया और 20 वर्षीय युवा बल्लेबाज़ प्रभसिमरन सिंह को बल्लेबाजी के लिए भेजा गया। प्रभसिमरन ने अपने आईपीएल कैरियर में कुल 4 मैच खेला है लेकिन वह अब तक कोई भी प्रभावशाली पारी खेलने में नाकाम रहे हैं। इस मैच में भी वो 7 गेंदों में 7 रन ही बना पाएं।
गेल की छोटी लेकिन आक्रामक पारी
इसके बाद मैदान पर गेल आएं। इस स्टेज पर पंजाब किंग्स की टीम 1 विकेट खोकर मात्र 29 रन ही पाई थी। गेल अपने पुराने अंदाज में बल्लेबाजी करते हुए जेमिसन के 1 ही ओवर में 5 चौके लगाया। इसमें ज्यादातर चौके मिड ऑफ और मिड ऑन के बीच में लगाया गया था। जेमिसन के इस ओवर ही में पांचवा गेंद ही एकमात्र ऐसा गेंद था जिस पर गेल बाउंड्री बटोरने में कामयाब हो पाए। हालांकि यह एक फुलटॉस गेंद थी। गेल अपने रिदम को बरकरार रखते हुए, अगले ओवर में युज़वेंद्र चहल के पहले ही गेंद को सीमा रेखा के बाहर साइट्स स्क्रीन पर मारने में कामयाब हुए और ओवर के अंतिम गेंद को भी वो सीमा रेखा के बाहर भेजने में सफल रहे। इस छक्के के साथ ही गेल को निजी स्कोर 13 गेंदों में 36 रन था। हालांकि यह पारी ज्यादा देर तक नहीं चल सकी और डेनियल सेम्स के गेंद पर गेल 24 गेंदों में 46 रन बनाकर आउट हो गए।
पूरन की अपूरणीय क्षति रही बरकरार
गेल के आउट होने के बाद उनके देशज साथी, बाएं हाथ के धाकड़ बल्लेबाज निकोलस पूरन मैदान पर आए और चलते बने। इसमें कोई शक नहीं है कि पूरन मौजूदा क्रिकेट के सबसे बेहतरीन टेलेंट में से एक हैं लेकिन इस आईपीएल में वो लगातार रन बनाने के लिए संघर्ष करते हुए नजर आ रहे हैं। इससे पहले भी वेस्टइंडीज टीम के कई खिलाड़ियों के साथ ऐसा हो चुका है। 1996 के विश्व कप में उस वक्त के काफी प्रतिभाशाली खिलाड़ी केनेथ अथर्टन भी कुछ इसी तरीके का प्रदर्शन करते हुए नजर आए थे। उस वर्ल्ड कप के दौरान उन्होंने 1,0,0,1 का स्कोर बनाया था।
हालांकि इसके पिछले मैच में पूरन ने कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ 19 गेंदों में 19 रन बनाया था और दिल्ली के खिलाफ उन्होंने 8 गेंदों में 9 रन बनाया था लेकिन आज के मैच में वो फिर एक बार शून्य के शिकंजे में फंसते हुए नजर आए। जेमिसन अपने लंबाई का फायदा उठाते हुए, एक बैक ऑफ लेंथ गेंद पर अतिरिक्त उछाल पाने में कामयाब हुए और पूरन गली में शाहबाज अहमद को कैच थमा बैठे। पूरन का ये चौथा डक था इससे पहले वो राजस्थान, चेन्नई, और हैदराबाद की टीमों के साथ खेले गए मैच में बिना कोई रन बनाए आउट हो गए थे।
अलग-अलग स्ट्राइक रेट के साथ कप्तान राहुल की पारी
पूरन के बैटिंग फॉर्म को शायद राहुल ज्यादा बेहतर तरीके से समझ सकते हैं। इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया खिलाफ खेले गए टी-20 श्रृंखला में भी राहुल ने 0,1,0 और 0 का स्कोर क्रमश: बनाया था। हालांकि इसके बाद उन्होंने आईपीएल में बढ़िया वापसी की और इस सीज़न 7 मैचों में 4 अर्धशतकीय पारी खेली। इस मैच में भी उन्होंने ताबड़तोड़ बल्लेबाज़ी करते हुए 57 गेंदों में 91 रन बनाए। अंत में राहुल का स्ट्राइक रेट तकरीबन 160 का था। हालांकि स्ट्राइक रेट के दृष्टिकोण से राहुल के इस पारी में लगभग 2 पड़ाव थे। पावरप्ले में जब वो गेल के साथ खेल रहे थे तब उन्होंने 21 गेंदों में 18 रन बनाया था। इसके बाद राहुल ने अपने स्ट्राइक रेट को बढ़ाया हालांकि उस दौरान लगातार विकेट गिरते रहने के कारण राहुल को थोड़ा संभल कर ही खेलना पड़ा। 1 विकेट खोकर 99 रनों पर खड़ी पंजाब की पारी 118 रन बनाते-बनाते अपना 5 विकेट गंवा चुकी थी। मध्यक्रम के लड़खड़ाने के कारण राहुल को अपनी पारी काफी सूझ-बूज के साथ आगे बढ़ानी पड़ी।
बराड़ का आगमन, जीत की आहट
जब बराड़ मैदान पर आए और उनके साथ एक पार्टनरशिप बनने लगी तो राहुल की पारी में ज्यादा ठहराव देखने को मिली। हालांकि राहुल अपना 50 रन 35 गेंदों में ही पूरा कर लिया था उन्होंने जेमिनसन, चहल और सैम्स के गेंदों पर लगातार वार किया। अंत में राहुल ने जिस प्रकार से अपनी पारी को आक्रामक रूप से आगे बढ़ाया इसके कारण पंजाब की टीम एक बढ़िया लक्ष्य तक पहुंचने में कामयाब रही। हर्षल पटेल के अंतिम ओवर में राहुल ने पहले गेंद को डीप स्क्वायर लेग किस दिशा में 4 रन के लिए भेजा और उसके बाद स्कूप करते हुए उन्होंने एक शानदार छक्का लगाया और फिर अगले ही गेंद पर फिर से एक बढ़िया शॉट लगाने में कामयाब हुए। इस वक्त पर राहुल का कुल स्कोर 91 पर जा पहुंचा था और मैच में अभी भी 2 गेंदें बची हुई थी। सेंचुरी बनने के पूरे आसार थे लेकिन हर्षल ने अपने ओवर की पांचवी गेंद को स्लोअर बाउंसर के रूप में फेंका और राहुल इस गेंद में सिर्फ एक ही रन बना पाए जिसके कारण राहुल के सेंचुरी पूरी नहीं हो सकी।
पावरप्ले में तेज गेंदबाजों ने दिखाई पावर
पावरप्ले के पहले 5 ओवरों में पंजाब के गेंदबाज़ रायली मेरिडिथ और मोहम्मद शमी ने शानदार गेंदबाज़ी का मुजाहिरा किया। मेरिडिथ के दूसरे ओवर में देवदत्त पडिक्कल ने उनका स्वागत दूसरी गेंद पर प्वाइंट के ऊपर से एक छक्का मारकर किया लेकिन इसके अगले ही गेंद पर मेरिडथ ने 146 किलोमीटर प्रति घंटा की गति से गेंदडाली और इनसाइड आउट शॉट लगाने के चक्कर में पडिक्कल बोल्ड हो गए। भले ही कदमताल करते हुए कोहली ने शमी के पहले ही ओवर के, पहले ही गेंद पर उनके सर के ऊपर से उठाकर चौका मारा लेकिन इसके अगले 10 गेंदों पर शमी ने 4 से भी कम रन दिए। पावरप्ले के अंत में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु का स्कोर 1 विकेट खोकर 36 रन था
अब इतिहास लिखने की बारी बराड़ की थी
गेंदबाज़ी में बदलाव के बाद बॉलिंग करने आए क्रिस जॉर्डन ने भी एक शानदार शुरुआत करते हुए अपने ओवर में सिर्फ 4 रन ही खर्च किए। जरूरी रन रेट इस समय पर लगातार बढ़ता जा रहा था और हर गेंद पर अब तकरीबन 2 रनों की दरकार थी। इसके बाद गेम में स्पिनर आए जिनके पास पूरा मौका था कि अपनी गेंदबाज़ी से वो बेंगलुरु के बल्लेबाजों को लुभाने का प्रयास करें। कोहली ने बराड़ के पहले ही गेंद पर एक शानदार छक्का लगाया लेकिन ओवर की आखिरी गेंद पर अपने स्टांस को ओपन करके कवर की दिशा में गेंद को धकेल कर रन लेने के प्रयास में कोहली रन आउट होते-होते बच गए। बिश्नोई ने भी बढ़िया गेंदबाज़़ी किया और उन्होंने अपने 2 ओवरों में सिर्फ 6 रन खर्च किए। पारी के 11वें और बराड़ के तीसरे ओवर में कमाल ही हो गया। इस दौरान बराड़ ने एक डबल विकेट मेडन ओवर डाला जिसके कारण बेंगलुरु के लिए लक्ष्य को हासिल कर पाना और भी ज्यादा मुश्किल हो गया। कोहली पहले बल्लेबाज थे जिसे बराड़ ने आउट किया। उन्होंने आगे बढ़कर मिडविकेट की तरफ एक बड़ा शॉट लगाना चाहते थे लेकिन इस चक्कर में वो बोल्ड हो गए। जरूरी रन रेट लगातार बढ़ रहा था। ऐसे में यह प्रेशर लगातार बन रहा था कि टीम के रन गति को बढ़ाया जाए। इसके दूसरे ही गेंद पर हरप्रीत ने मैक्सवेल को भी आउट कर दिया। बराड़ ने मैक्सवेल के ऑफ स्टंप की गिल्लियां बिखेर दी थी। हालांकि एक बार के लिए थर्ड अंपायर को चेक करना पड़ा कि आखिर हुआ क्या है। बराड़ हैट्रिक पर थे लेकिन डीविलियर्स ने उन्हें आराम से खेल लिया। 13 ओवर के बाद बेंगलुरु के टीम ने 4 विकेट खोकर 69 रन बना लिए थे। हालांकि इसके बाद मैच में वापसी के लिए बेंगलुरु की टीम के पास और कोई मौका नहीं था।
एंड्रयू मिलर ESPNcricinfo के UK एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी के सब एडिटर राजन राज ने किया है।