राजस्थान रॉयल्स 220/3 (बटलर 124, सैमसन- 48) ने सनराइज़र्स हैदराबाद 165/8 (मनीष पांडे- 31, मुस्तफ़िज़ुर 3-20, मॉरिस- 3-29) को 55 रनों से हराया।
डेविड वॉर्नर को कप्तानी से हटाना और उनको प्लेइंग इलेवन में जगह ना देना भी सनराइज़र्स हैदराबाद (SRH) का भाग्य नहीं बदल सका और राजस्थान रॉयल्स (RR) के ख़िलाफ़ उसे एक और हार का सामना करना पड़ा। सात में से छः हार के बाद IPL 2021 की अंक तालिका में हैदराबाद की टीम अंतिम स्थान पर बरकरार है।
हैदराबाद की इस हार में सबसे बड़ा योगदान जॉस बटलर का रहा, जिन्होंने 64 गेंदों पर 11 चौकों और 8 छक्कों की मदद से अपने टी-20 करियर का पहला शतक जड़ते हुए 124 रन बनाए। बटलर की इस पारी की बदौलत राजस्थान रॉयल्स ने 3 विकेट पर 220 रन का स्कोर खड़ा किया। बटलर ने 39 गेंदों में अर्धशतक पूरा करने के बाद अगले 74 रन सिर्फ 25 गेंदों में ही बनाए।
2014 में सनराइ़ज़र्स हैदराबाद के लिए डेब्यू करने के बाद उन्होंने इस टीम के लिए सिर्फ 20 मैच मिस किए हैं। इसमें 17 मैच 2018 के उनके प्रतिबंध के दौरान हैं, जबकि 3 मैच 2019 के हैं, जब वह ऑस्ट्रेलिया की राष्ट्रीय टीम के साथ थे। यह पहली बार हुआ कि उन्हें टीम से ड्रॉप किया गया।
डेविड वॉर्नर की जगह टीम के कप्तान बनाए गए केन विलियमसन ने अपनी टीम में तीन बदलाव किए और मध्यक्रम को मजबूती देने के लिए उन्होंने अब्दुल समद और मोहम्मद नबी को लाया। इसके अलावा चोट के बाद टीम में तेज गेंदबाज़ भुवनेश्वर कुमार ने भी वापसी की। हालांकि अच्छी शुरूआत के बाद टीम का शीर्ष क्रम कोलैप्स का शिकार हो गया और रॉयल्स के तेज गेंदबाज़ों के कटर और स्लोअर गेंदों के सामने टीम 20 ओवर में 8 विकेट पर 165 रन ही बना सकी।
राशिद ख़ान की शुरूआती शानदार गेंदबाज़ी
20 ओवर के आईपीएल मैच में ऐसा पहली बार हुआ कि जब राशिद ख़ान को तीसरे ओवर में ही गेंद थमा दी गई। हालांकि उनकी शुरूआत अच्छी नहीं रही और उन्हें तीन चौके पड़े। लेकिन इसी ओवर की अंतिम गेंद पर उन्होंने यशस्वी जायसवाल को विकेट के सामने एक तेज गेंद से प्लंब कर पगबाधा आउट कर दिया।
अपने अगले ओवर में राशिद ने बटलर के ख़िलाफ़ एलबीडब्ल्यू की अपील की, जब सात रन के निजी स्कोर पर वह राशिद की गेंद पर स्वीप का प्रयास कर रहे थे, लेकिन अंपायर ने उसे नॉट आउट करार दिया। हालांकि इससे पहले के ही ओवर में राशिद एक रिव्यू गवां चुके थे और अब उनके पास पछताने के अलावा कोई चारा नहीं था। रिप्ले से साफ पता चल रहा था कि अगर रिव्यू लिया जाता, तो बटलर पवेलियन में होते। राशिद ने 4 ओवर के अपने स्पेल में 24 रन देकर एक विकेट लिए। उन्होंने अपने 4 ओवर का कोटा 11वें ओवर में ही पूरा कर लिया लेकिन वह जॉस और कप्तान सैमसन की खतरनाक दिख रही जोड़ी को नहीं तोड़ पाए। उनका स्पेल खत्म होने तक हैदराबाद का स्कोर 86 रन पर एक विकेट था।
बटलर के नए-नए कीर्तिमान
सिर्फ सात रन पर मिले जीवनदान के बाद बटलर ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा और एक शानदार शतक बनाया। उन्होंने भुवनेश्वर कुमार पर दो चौके जड़ पॉवरप्ले का अंत किया। हालांकि पहले 33 गेंदों पर उन्होंने सिर्फ 35 रन बनाए थे। लेकिन इसके बाद उन्होंने अपना गियर बदलते हुए अगली 6 गेंदों पर 15 रन बनाए और 39 गेंदों में अपना अर्धशतक पूरा किया।
अर्धशतक पूरा करने के बाद बटलर ने अपनी पारी की गति को और बढ़ाते हुए अगली 8 गेंदों में तीन छक्के और 2 चौके जड़े, इसमें मोहम्मद नबी के ख़िलाफ़ 21 रन का महंगा ओवर भी शामिल है। 16वें ओवर में एक सिंगल लेकर उन्होंने अपना शतक पूरा किया। 19वें ओवर में संदीप शर्मा के ओवर में आउट होने से पहले उन्होंने 3 छक्के और एक चौका जड़ा और अपने स्कोर को 124 तक ले गए। संजू सैमसन (48) के साथ बटलर ने दूसरे विकेट के लिए 150 रनों की रिकॉर्ड साझेदारी की।
बेयरेस्टो-पांडे की सधी हुई शुरूआत
अपने आईपीएल करियर में सिर्फ दूसरी बार ओपनिंग कर रहे मनीष पांडे ने कार्तिक त्यागी और क्रिस मॉरिस के शुरूआती ओवरों में दो चौका और दो छक्का जड़ा। लेकिन मुस्तफ़िज़ुर ने एक स्लोअर गेंद डालकर उनकी 20 गेंद की 31 रन की पारी का अंत किया।
दूसरी ओर जॉनी बेयरेस्टो ने भी चेतन साकरिया की पहली तीन गेंदों पर एक छक्का और दो चौके लगाकर अच्छी शुरूआत की। लेकिन इस अच्छी शुरूआत को वह बड़ी पारी में नहीं बदल सके और लेग स्पिनर राहुल तेवतिया की एक स्लोअर गेंद का शिकार हो गए। उन्होंने 21 गेंदों पर 30 रन बनाए। पॉवरप्ले की समाप्ति पर जहां हैदराबाद का स्कोर 6 ओवर में बिना विकेट खोए 57 रन था, वहीं 8वें ओवर तक यह स्कोर बदलकर 70 रन पर दो विकेट हो गया।
राजस्थान के गेंदबाज़ों द्वारा स्लोअर गेंदों का चकमा
दो विकेट गिराने के बाद साकरिया और तेवतिया ने नए बल्लेबाज़ो विलियमसन और शंकर के सामने कसी हुई गेंदबाज़ी की। 11वें ओवर में मॉरिस की गेंद पर साकरिया ने मिडविकेट पर विलियमसन का एक आसान सा कैच छोड़ा, लेकिन अगली ही गेंद पर मॉरिस ने ऑफ कटर गेंद से शंकर को लांग ऑन पर मिलर के हाथों कैच कराकर पवेलियन भेज दिया।
दो ओवर के बाद युवा कार्तिक त्यागी ने अपने करियर का ड्रीम विकेट लेते हुए एक स्लोअर बॉउंसर से मिडविकेट पर विलियमसन को आउट कराया। उन्होंने 20 गेंदों पर 21 रन बनाए।
इसके बाद आए नबी ने तेवतिया पर दो छक्के लगाकर अपनी वापसी को सही साबित करने की कोशिश की, लेकिन मुस्तफ़िज़ुर ने अपनी टीम को एक बार फिर ब्रेकथ्रू दिलाते हुए उन्हें ऑफ कटर पर आउट किया। नबी के विकेट के बाद सनराइजर्स हैदराबाद की टीम को 34 गेंदों पर 94 रनों की जरूरत थी, लेकिन उसके सिर्फ दो ही विशेषज्ञ बल्लेबाज़ अब्दुल समद और केदार जाधव बचे हुए थे।
केदार ने अपनी पारी की शुरूआत तेवतिया पर छक्का लगाकर की, लेकिन इसके बाद वह लगातार टाइमिंग की तलाश में जूझते रहे। यही समद के साथ भी हुआ, जब वह एक छक्का लगाने के बाद टाइमिंग से बॉल को हिट नहीं कर पा रहे थे। साकरिया, मुस्तफ़िज़ुर और मॉरिस ने अंतिम ओवरों में चतुराई भरी गेंदबाज़ी की और स्लोअर गेंदों से लगातार बल्लेबाज़ों को परेशान किया।
17वें ओवर में मॉरिस ने जाधव और समद दोनों को आउट कर मैच में राजस्थान की जीत लगभग पक्की कर दी। इसके बाद महज़ औपचारिकता ही रह गई थी। हैदराबाद की पारी 165 रन पर 8 विकेट पर समाप्त हुई और राजस्थान ने 55 रन से यह मैच जीतकर सुनिश्चित किया कि सनराइज़र्स हैदराबाद ही अंक तालिका में अंतिम स्थान पर रहे।
श्रेष्ठ साह (@sreshthx) ESPNcricinfo में सब-एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी के सब-एडिटर दया सागर (@dayasagar95) ने किया है।