IPL 2025 के
39वें मुक़ाबले में कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) और गुजरात टाइटंस (GT) की भिड़ंत होने वाली है। KKR ने अपना पिछला मैच घर से बाहर गंवाया था, जब वे 112 के लक्ष्य का पीछा नहीं कर पाए थे। GT ने घर में खेले पिछले मैच में 200 से अधिक के लक्ष्य का पीछा दिल्ली कैपिटल्स के ख़िलाफ़ किया था। सात में से पांच मैच जीतकर GT अंक तालिका में पहले स्थान पर है। सात में से केवल तीन मैच जीत सकी KKR अभी छठे स्थान पर है। आइए जानते हैं इस मैच में आंकड़ों के लिहाज़ से क्या अहम रहने वाला है।
विपरीत ओपनिंग जोड़ियों की जंग
इस मैच में दो ऐसी टीमें आमने-सामने होंगी जिनकी ओपनिंग जोड़ियां एक-दूसरे से बिल्कुल अलग अंदाज़ में खेलती हैं। KKR के पास
सुनील नारायण और
क्विंटन डी कॉक की विस्फोटक ओपनिंग जोड़ी है, जो पहली ही गेंद से आक्रामक बल्लेबाज़ी करती है। वहीं GT के
शुभमन गिल और साई सुदर्शन शुरुआत में संभलकर खेलते हैं और बाद में आक्रमण करते हैं।
इस सीज़न में गिल-सुदर्शन की जोड़ी अपने प्रतिद्वंदी ओपनर्स की तुलना में कहीं बेहतर प्रदर्शन कर रही है। गिल और सुदर्शन की जोड़ी ने सात पारियों में 47.7 की औसत और 147 की स्ट्राइक रेट से 334 रन जोड़े हैं। दोनों के बीच दो अर्धशतकीय और एक शतकीय साझेदारी हो चुकी है। KKR की ओपनिंग जोड़ी अभी तक इस सीज़न में एक भी 50 रनों की साझेदारी दर्ज नहीं कर पाई है। दरअसल, वे इस सीज़न में कम से कम पांच मैच खेलने वाली सभी ओपनिंग जोड़ियों में सबसे कम औसतन 20 से भी कम रन प्रति पारी जोड़ने वाली इकलौती जोड़ी हैं।
बेहतरीन स्पिनर्स का दिखेगा जलवा
IPL 2025 में स्पिनरों का जलवा देखने को मिला है, और इस मामले में KKR ने सबसे ज़्यादा प्रभाव डाला है। KKR के स्पिनरों ने अब तक 20 विकेट चटकाए हैं और उनका इकॉनमी रेट 6.5 रहा है। उनका स्ट्राइक रेट भी 16.8 है। इकॉनमी और स्ट्राइक रेट में वे लीग की सबसे असरदार स्पिन अटैक हैं। दूसरी ओर, GT के स्पिनर्स ने 16 विकेट लिए हैं, लेकिन उनका इकॉनमी रेट 9.0 और स्ट्राइक रेट 28.6 रहा है, जो KKR की तुलना में काफ़ी कमज़ोर है।
इस सीज़न में अब तक के सबसे बेहतरीन स्पिन इकॉनमी रेट की बात करें तो KKR (6.5) के बाद दिल्ली कैपिटल्स (DC) का 8.3 और चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) का 8.4 का इकॉनमी रेट रहा है।
इस मुक़ाबले में शामिल स्पिनर्स के आंकड़ों की बात करें तो
वरुण चक्रवर्ती ने 6.2 की इकॉनमी और 10 विकेट के साथ शानदार प्रदर्शन किया है, जबकि नारायण ने सात विकेट लेकर 7.3 की इकॉनमी से रन खर्च किए हैं। GT की ओर से
साई किशोर ने सबसे ज्यादा 11 विकेट लिए हैं और उनका इकॉनमी रेट 8.5 रहा है, जबकि अनुभवी
राशिद ख़ान इस सीज़न में थोड़े महंगे साबित हुए हैं। उन्होंने 9.7 की इकॉनमी से सिर्फ चार विकेट लिए हैं।
दोनों टीमों के लिए अहम होंगे घरेलू तेज़ गेंदबाज़
इस सीज़न दोनों ही टीमों को अपने घरेलू तेज़ गेंदबाज़ों से महत्वपूर्ण योगदान मिला है। GT के लिए
मोहम्मद सिराज ने नई गेंद से शानदार प्रदर्शन किया है और लगातार शुरुआत में विकेट निकाले हैं। हालांकि, अब तक उनके सबसे बेहतरीन गेंदबाज़
प्रसिद्ध कृष्णा रहे हैं, जो इस सीज़न में अब तक 14 विकेट लेकर लीग में सबसे आगे हैं।
वहीं, KKR की ओर से नई गेंद के साथ
वैभव अरोड़ा की शुरुआत शानदार रही है। ख़ास तौर पर बाएं हाथ के बल्लेबाज़ों के खिलाफ उनका प्रदर्शन काबिलेतारीफ़ रहा है और पावरप्ले में वह बल्लेबाज़ों पर अंकुश लगाते हैं। KKR के पास हर्षित राणा भी हैं, जो जब भी ज़रूरत पड़ी, टीम को विकेट दिलाकर मैच में वापसी कराते हैं। वह इस सीज़न में KKR के लीडिंग विकेट टेकर हैं।
बीच के ओवरों में सबसे अधिक संघर्ष करती है KKR
इस सीज़न KKR ने सबसे ज़्यादा डॉट गेंदें खेली हैं। उन्होंने कुल 42% डॉट बॉल खेली हैं जिसमें पावरप्ले में 50% और मिडल ओवर्स (7-16) में 39.2% डॉट बॉल्स शामिल हैं। स्ट्राइक रोटेट न कर पाने की यह कमी लगातार दबाव बनाती है, जिसके चलते KKR ने मिडल ओवर्स में लीग में सबसे ज़्यादा 28 विकेट भी गंवाए हैं। यह स्ट्राइक रोटेशन की समस्या KKR की बल्लेबाज़ी की एक प्रमुख चिंता बनी हुई है। टीम के मिडल ऑर्डर को लय में आना होगा ताकि पारी के बीच के ओवरों में भी रनगति बरकरार रखी जा सके और विकेटों का पतन रोका जा सके।