बड़ी तस्वीर : भारत लालचंद राजपूत की UAE के ख़िलाफ़
क्रिकेट के सबसे आकर्षक बैनर को मैदान में उतरे एक महीना और पांच दिन हो गए हैं। यह दुर्लभ है कि
भारत को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से इतना लंबा ब्रेक मिले। वे एक ऐसे टूर्नामेंट के साथ
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की शुरुआत करने जा रहे हैं जो शायद इसलिए हो रहा है ताकि दूसरे एशियाई बोर्ड भारत की आर्थिक ताक़त का फ़ायदा उठा सकें और बदले में बोर्डरूम में BCCI का समर्थन कर सकें। हालांकि, किसी को इस बात को कम नहीं आंकना चाहिए कि यह कुछ छोटी टीमों को बड़े प्रतिद्वंद्वियों के साथ खेलने का मौक़ा देता है।
UAE ने भारत के आखिरी अंतर्राष्ट्रीय मैच के बाद टी20 त्रिकोणीय सीरीज़ खेली है। वे अफ़ग़ानिस्तान को हराने के बेहद क़रीब थे, हालांकि उन्होंने टूर्नामेंट में एक भी मैच नहीं जीता। दुनिया की सर्वश्रेष्ठ टीम का सामना करने से पहले उन्हें इसी तरह के कड़े क्रिकेट की ज़रूरत थी, एक ऐसे साल में जब बांग्लादेश के ख़िलाफ़ द्विपक्षीय सीरीज़ जीतने की उनकी लय पर्ल ऑफ़ अफ्रीका श्रृंखला में युगांडा से दस दिनों में दो हार के कारण टूट गई थी।
इसमें कोई शक नहीं कि उनका मुक़ाबला मौजूदा T20 विश्व चैंपियन से है, जो न सिर्फ़ T20 विश्व कप में हर मैच जीतने वाली एकमात्र टीम है, बल्कि उस अभियान के बाद से लगातार बेहतर होती जा रही है। भारत की एक छोटी सी कमज़ोरी यह हो सकती है कि उसके पास छक्के जड़ने वाला कोई विशेषज्ञ गेंदबाज़ नहीं है, लेकिन उनकी विशेषज्ञ बल्लेबाज़ी की मारक क्षमता और उनकी विशेषज्ञ गेंदबाज़ी की विशिष्टता उन्हें अब तक की सर्वश्रेष्ठ T20 साम्राज्य बनने का प्रबल दावेदार बनाती है।
भारत की ताक़तवर टीम के रूप में उभरने का अंदाज़ा UAE के कोच
लालचंद राजपूत से बेहतर और कौन लगा सकता है, जिन्होंने भारत को उस समय पहली बार T20 विश्व कप तक पहुंचाया जब खेल के सुपरस्टार इस प्रारूप को लेकर गंभीर भी नहीं थे? अगर राजपूत और कप्तान मुहम्मद वसीम भारत के ख़िलाफ़ जीत की योजना बना पाते हैं, तो यह साल का सबसे बड़ा उलटफेर होगा।
भारत की फ़ॉर्म की बात की जाए तो वे पिछले दोनों मैच जीते हैं, लेकिन इससे पहले उनको एक मैच में हार का सामना करना पड़ा था। जबकि इससे पहले दोनों ही मैचों में उनको जीत नसीब हुई थी।
वहीं UAE की टीम पिछली बार त्रिकोणीय सीरीज़ में खेलती दिखी थी, लेकिन पाकिस्तान और अफ़ग़ानिस्तान दोनों ही टीमों के ख़िलाफ़ वे एक भी मैच नहीं जीत पाए थे। कुल मिलाकर पिछले पांच मैचों में उनको सभी में हार मिली है।