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IPL की बंदिशों से आज़ाद, गेंदबाज़ दुबे - 'मैं हमेशा तैयार रहता हूं'

"मैं जिस भी टीम के ख़िलाफ़ खेलता हूं, बस यही सोचता हूँ कि मैदान पर कुछ ऐसा करूं जिससे देश को मुझ पर गर्व हो।"

Shashank Kishore
शशांक किशोर
11-Sep-2025 • 4 hrs ago
IPL 2023 से शिवम दुबे का करियर इम्पैक्ट प्लेयर नियम का शिकार रहा है। इस नियम का एक पक्ष हमेशा से यह रहा है कि इससे ऑलराउंडर्स की भूमिका सीमित हो गई हैं। पिछले तीन सीज़न में उन्होंने तीन ओवर की गेंदबाज़ी की है और 47 रन देकर एक विकेट लिया है।
हालांकि एक बात यह भी है कि इस कारण से गेंदबाज़ी में दुबे की भूख काफ़ी बढ़ी है। इस दौरान उन्होंने अपनी स्किल्स को निखारने का सिलसिला जारी रखा। प्रशिक्षण के दौरान गेंदबाज़ी में उनकी मेहनत साफ़ झलकती है।
बुधवार को भारत को दुबे से गेंदबाज़ी करवाने की ज़रूरत नहीं थी, लेकिन सुर्यकुमार यादव ने उन्हें गेंद सौंपी और दुबे ने दो ओवर में तीन विकेट झटक कर कप्तान के फ़ैसले को सही कर बता दिया। उनको पहला विकेट सीम-अप गेंद पर मिला, दूसरी सफलता अंदर आती हुई गेंद पर और तीसरी सफलता धीमी गेंद पर मिली।
दुबे ने यूएई के ख़िलाफ़ मिली जीत के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "कप्तान और कोच ने पहले ही कह दिया था कि मैं (एशिया कप में) गेंदबाज़ी करूंगा। मेरे गेंदबाज़ी कोच [मॉर्ने मॉर्कल] ने मुझे बहुत कुछ सिखाया है। मैं लंबे समय से तैयारी कर रहा था कि जब भी मौक़ा मिलेगा, मैं तैयार रहूंगा। आज का नतीजा उसी तैयारी का परिणाम है।"
दुबे ने माना कि चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) में IPL के दौरान उनकी भूमिका ज़्यादातर पावर-हिटर की रही है, लेकिन उन्होंने गेंदबाज़ी पर भी लगातार काम किया है। दुबे ने इम्पैक्ट प्लेयर नियम पर कहा, "सवाल में ही जवाब है। ऑलराउंडर की भूमिका कम हो गई है। इसलिए IPL में मेरे लिए गेंदबाज़ी करना ज़रूरी नहीं रहा। लेकिन मेरी तरफ़ से मैं हमेशा तैयार था। हर मैच में मैं गेंदबाज़ी के लिए तैयार रहता था। IPL से पहले भी मैंने दो महीने अपनी फ़िटनेस और गेंदबाज़ी पर मेहनत की है।"
यह मेहनत अब रंग ला रही है।दुबे ने अपने एक्शन और एप्रोच को निखारने का श्रेय मॉर्कल को दिया। अभ्यास सत्र में दोनों लगातार बातचीत करते रहे हैं। मॉर्कल ने हाल ही में कहा था कि दुबे जैसे खिलाड़ी को दबाव की स्थिति में गेंदबाज़ी का आत्मविश्वास दिलाना बेहद ज़रूरी है।
"हमारे कोच ने कहा था कि जब भी आप मैदान पर जाएं, जब भी देश का प्रतिनिधित्व करें, आपके पास देश के लिए कुछ बड़ा करने का मौक़ा होता है"
शिवम दुबे
दुबे ने कहा, "इंग्लैंड सीरीज़ (जनवरी-फ़रवरी) में उन्होंने मुझे कुछ बातें बताई थीं। उन्होंने कहा था कि वाइड लाइन से गेंद डालो। कुछ गेंदों को एंगल का प्रयोग करते हुए धीमी गति से डालो। उन्होंने रन-अप पर भी काम करने की सलाह दी थी। इन्हीं 2-3 चीज़ों से मेरी गेंदबाज़ी बेहतर हो रही है। मैंने अपनी रफ़्तार भी बढ़ाई है।"
"आज एक अच्छी शुरुआत मिला और यह काफ़ी अहम था। एक ऑलराउंडर के तौर पर मैं हमेशा चार ओवर गेंदबाज़ी के लिए तैयार रहता हूं। जब भी तीन-चार ओवर डालने का मौक़ा मिलेगा, मैं उसके लिए तैयार हू। मैं वही करूंगा जिसकी टीम को ज़रूरत होगी।"
दुबे ने अपनी बल्लेबाज़ी पर भी उतना ही ध्यान दिया है और उतनी ही मेहनत की है। IPL 2025 और अब के बीच उन्होंने मुंबई में खू़ब अभ्यास किया। उन्होंने तेज़ बाउंसर और शरीर पर आती गेंदों से निपटने पर काम किया। एशिया कप का पहला मैच IPL के बाद उनका पहला बड़ा मुक़ाबला था।
उन्होंने कहा, "मैं अपनी बल्लेबाज़ी में कुछ नए शॉट्स जोड़ने की कोशिश कर रहा था। कुछ जगहों पर तो मैं आसानी से मार लेता हू, लेकिन तेज़ गेंदबाज़ मुझे शॉर्ट बॉल से निशाना बनाते हैं। मैंने IPL में और उसके बाद भी इस पर बहुत मेहनत की है। साथ ही मैं अपनी फ़िटनेस पर भी ध्यान दे रहा था।"
यूएई के ख़िलाफ़ भारत की प्लेइंग XI में उनकी मौजूदगी से पता चला कि टीम बैटिंग को गहराई तक ले जाना चाहती थी। ऐसे में उनकी गेंदबाज़ी और भी अहम भूमिका अदा करेगी। दुबे ने बताया कि उन्होंने हार्दिक पांड्या से भी बहुत कुछ सीखा है।
उन्होंने कहा, "हार्दिक मेरे लिए भाई जैसे हैं। उनके पास अंतर्राष्ट्रीय और IPL का बहुत अनुभव है। उनसे मुझे बल्लेबाज़ी और गेंदबाज़ी दोनों में काफ़ी कुछ सीखने को मिला है। मैंने कभी अपनी तुलना उनसे नहीं की है। बस यही सोचा है कि उनसे कुछ सीखकर मैं ख़ुद को बेहतर बना सकूं।"