मेलबर्न में ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच होने वाले ODI को दूसरे स्थान पर ले जाया गया
फ्लडलाइट्स की समस्या के कारण इस मैच को अब होबार्ट में आयोजित किया जाएगा
ESPNcricinfo स्टाफ़
10-Sep-2025 • 10 hrs ago
जंक्शन ओवल में फ्लडलाइट्स अगले साल की शुरुआत तक लग जानी थीं • Getty Images
ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच तीसरा महिला ODI अब होबार्ट में खेला जाएगा। यह मैच एक मार्च को आयोजित किया जाएगा। मैच के कार्यक्रम में यह बदलाव फ्लडलाइट्स की समस्या के कारण लिया गया है। प्लानिंग और इंस्टॉलेशन में हुई देरी के कारण इस मैच को होबार्ट शिफ़्ट करना पड़ा। इस तरह से होबार्ट अब कुल दो वनडे मैचों की मेज़बानी करेगा।
फ्लडलाइट्स की समस्या के बावजूद एक विकल्प यह भी था कि इस मैच को दिन में कराया जाए लेकिन व्यस्त कार्यक्रम की वजह से ऐसा करना संभव नहीं था। दूसरे और तीसरे ODI के बीच सिर्फ़ एक दिन का अंतर है। इसी कारण से जंक्शन ओवल में इसे दिन का मैच बनाना व्यावहारिक नहीं माना गया। होबार्ट के अलाव MCG भी एक विकल्प था लेकिन वहां भी रेनोवेशन का काम चल रहा है। उस कारण से वह मैदान भी उपलब्ध नहीं था।
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के क्रिकेट ऑपरेशन्स और शेड्यूलिंग प्रमुख पीटर रोच ने कहा, "हम इस बात को लेकर काफ़ी निराश हैं कि उस मैच को हमें होबार्ट शिफ़्ट करना पड़ा। इस सीज़न मेलबर्न में कोई महिला अंतर्राष्ट्रीय मैच आयोजित नहीं किया जाएगा। हमने उम्मीद की थी कि इस मैच से पहले जंक्शन ओवल में फ्लड लाइट्स का काम पूरा हो जाएगा और हम मैदान पर पहला अंतर्राष्ट्रीय डे-नाइट मुक़ाबला देखेंगे।"
जंक्शन ओवल आगे भी मेलबर्न स्टार्स और मेलबर्न रेनेगेड्स की WBBL टीमों के मैचों की मेज़बानी करेगा। यह सभी मैच दिन के मैच होंगे। इसके अलावा बाक़ी घरेलू क्रिकेट के मैच भी तय शेड्यूल के मुताबिक वहीं खेला जाएगा।
ये ODI भारत के ख़िलाफ़ मल्टी-फ़ॉर्मेट सीरीज़ का हिस्सा हैं, जिसकी शुरुआत तीन T20I से होगी और अंत पर्थ के WACA में डे-नाइट टेस्ट से होगा।
ऑस्ट्रेलियाई महिलाओं का घरेलू सीज़न WPL के जनवरी में शिफ़्ट होने और अक्तूबर में होने वाले ODI विश्व कप के कारण अब फ़रवरी-मार्च में आयोजित किया जाएगा।
टीम की कप्तान अलीसा हीली ने इस साल की शुरुआत में कहा था, "स्कूल की छुट्टियों के दौरान अंतर्राष्ट्रीय मैच न होना थोड़ा निराश करता है। हालांकि इसका एक फ़ायदा यह भी है कि इससे हमारा सीज़न थोड़ा और लंबा खिंच जाएगा, जो हमारे खेल के लिए पूरी तरह बुरा भी नहीं है। पिछले साल एशेज़ के अंत में मुझे अच्छा लगा था कि बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफ़ी के बाद भी क्रिकेट चल रहा था। उम्मीद है इस बार भी पुरुषों की एशेज़ के अंत में इसी तरह का मोमेंटम मिलेगा और फैंस के पास और ज़्यादा क्रिकेट देखने का विकल्प होगा।"