स्टंप्स- भारत 4 विकेट पर 86 (गिल 31*, जायसवाल 30, एजाज़ 2-33) न्यूज़ीलैंड 235 (मिचेल 82, यंग 71, जाडेजा 5-65, वॉशिंगटन 4-81) से 149 रनों से पीछे
दिन का खेल ख़त्म होने के सिर्फ़ दो ओवर पहले
विराट कोहली (रन आउट),
यशस्वी जायसवाल और नाइट वॉचमैन के तौर पर आए
मोहम्मद सिराज के आउट हो जाने के कारण मुंबई टेस्ट में भी भारत पूरी तरह से बैकफ़ुट पर चला गया है।
भारत और न्यूज़ीलैंड के बीच चल रहे
तीसरे टेस्ट के पहले दिन कुल 14 विकेट गिरे और यह आंकड़े साफ़ बताते हैं कि वानखेड़े की पिच कैसी है। इस तरह की पिच पर रोहित शर्मा एक बार फिर टॉस हारे, जिससे यह तय हो गया था कि भारत की बल्लेबाज़ी तब आएगी, जब पिच की परिस्थितियां बल्लेबाज़ों के लिए काफ़ी मुश्किल होंगी।
पिच के मिज़ाज को देखते हुए न्यूज़ीलैंड के कप्तान टॉम लेथम ने पहले बल्लेबाज़ी करने का फ़ैसला लिया था। रवींद्र जाडेजा के बेहतरीन पांच विकेट हॉल की वजह से भारत मेहमानों को सिर्फ़ 235 के स्कोर पर आउट करने में सफल रहा। टेस्ट क्रिकेट में यह जाडेजा का 14वां पांच विकेट हॉल था। न्यूज़ीलैंड की तरफ़ से विल यंग और डैरिल मिचेल बढ़िया अर्धशतकीय पारी खेली। हालांकि इसके जवाब में उन्होंने भी सिर्फ़ 86 के स्कोर पर चार विकेट गंवा दिए हैं।
भारत की गेंदबाज़ी तो काफ़ी अच्छी रही, जिसमें जाडेजा के अलावा वॉशिंगटन सुंदर ने भी कमाल की गेंदबाज़ी की और चार विकेट निकाले। लेकिन उनका बल्लेबाज़ी क्रम का ख़राब प्रदर्शन इस मैच में भी जारी रहा। कप्तान रोहित शर्मा का ख़राब फ़ॉर्म यहां भी जारी रहा और वह सिर्फ़ 18 के निजी स्कोर पर मैट हेनरी की उछाल लेती गेंद पर स्लिप में कैच आउट हो गए। वहीं यशस्वी रिवर्स स्वीप मारने के प्रयास में बोल्ड हो गए। वह जब आउट हुए थे तो दिन का खेल ख़त्म होने से 2-3 ओवर ही दूर था। उसके बाद मोहम्मद सिराज को नाइट वॉचमैन के रूप में भेजा गया, लेकिन वह पहली ही गेंद पर LBW हो गए। सिराज का आउट होना भारत के लिए उतना भी चिंता विषय नहीं था लेकिन उसके अगले ही ओवर में कोहली रन आउट हो गए, जिसके भारतीय टीम पूरी तरह से मुश्किलों के भंवर में है।
न्यूज़ीलैंड की पारी की बात की जाए तो उनकी शुरुआत भी कुछ ख़ास नहीं रही और सिर्फ़ 15 के स्कोर पर ही उन्होंने डेवन कॉन्वे का विकेट गंवा दिया था। यह विकेट आकाशदीप ने निकाला। इसके बाद लेथम को भी पवेलियन लौटने में ज़्यादा समय नहीं लगा और वह वॉशिंगटन की गेंद पर बोल्ड हो गए।
न्यूज़ीलैंड की तरफ़ से सबसे बड़ी साझेदारी यंग और मिचेल के बीच 87 रनों की हुई। यंग ने इस दौरे पर अपना पहला अर्धशतक लगाते हुए 71 रन बनाए। मिचेल भी पिछले कुछ समय से लय में नहीं दिख रहे थे, लेकिन मुंबई की मुश्किल पिच पर उन्होंने 81 रनों की महत्वपूर्ण पारी खेली। इसके अलावा उन्होंने पुछल्ले बल्लेबाज़ों के साथ छोटी-छोटी साझेदारी भी बनाई, जिसके कारण न्यूज़ीलैंड की टीम इस पिच पर एक सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचने में सफल रही।
भारत अगर इस टेस्ट को जीतना चाहता है तो कल उन्हें काफ़ी अच्छी बल्लेबाज़ी करनी होगी। सबसे पहले उन्हें न्यूज़ीलैंड की पहली पारी का स्कोर पार करना होगी और उसके बाद, अगर भारत को 50 रनों की बढ़त मिलती है, तो और भी अच्छा रहेगा। गिल दिन का खेल ख़त्म होने तक मैदान पर टिके हुए थे, और उनकी आंखें भी जम चुकी थीं। कल भारतीय टीम उनसे एक बड़ी पारी की उम्मीद लगा रही होगी।