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घर पर भारत और रोहित शर्मा के हिस्से आए अनचाहे आंकड़े

न्यूज़ीलैंड और एजाज़ पटेल के लिए यह श्रृंखला आंकड़ों के लिहाज़ से भी शानदार रही

Rohit Sharma has tallied 133 in ten Test innings this home season, India vs New Zealand, 3rd Test, Mumbai, 3rd day, November 3, 2024

जाडेजा के लिए वानखेड़े टेस्ट एक लिहाज़ से ऐतिहासिक ज़रूर रहा  •  AFP/Getty Images

न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ भारत को मिली 3-0 से हार में आंकड़ों के लिहाज़ से भी भारत के हिस्से में कई अनचाहे रिकॉर्ड आए हैं। भारतीय बल्लेबाज़ी से लेकर खुद कप्तान रोहित शर्मा के लिए यह श्रृंखला आंकड़ों के लिहाज़ से भी अच्छी नहीं रही। एक नज़र उन्हीं रोचक आंकड़ों पर डालते हैं।
1 तीन या उससे अधिक की टेस्ट मैचों की सीरीज़ में यह पहली बार है जब भारत को घर पर खेलते हुए क्लीन स्वीप का सामना करना पड़ा। इससे पहले भारत का घर पर सूपड़ा साफ़ सिर्फ़ दो बार हुआ था, 2000 में साउथ अफ़्रीका ने भारत को 2-0 से हराया था जबकि 1980 में इंग्लैंड ने भारत को एकमात्र टेस्ट में शिकस्त दी थी।
1983 के बाद यह पहली बार है जब भारत किसी टेस्ट श्रृंखला में तीन मैच हारा है। इससे पहले भारत 1958 और 1983 के बीच पांच टेस्ट श्रृंखलाओं में तीन मैच हारा था।
1 भारत के ख़िलाफ़ 3-0 से न्यूज़ीलैंड की जीत तीन या उससे अधिक मैचों वाली किसी द्विपक्षीय श्रृंखला में कीवी टीम की पहली ऐसी जीत है, जिसमें उन्होंने तीन मैच जीते हैं।
31-1 घर पर टेस्ट में 200 या उससे कम के लक्ष्य का पीछा करने के दौरान भारत का जीत हार रिकॉर्ड 31-1 है। वानखेड़े में मिली हार 200 से कम का लक्ष्य पीछा करते हुए घर पर भारत की पहली हार है। इससे पहले भारत 1987 में बेंगलुरु में पाकिस्तान के ख़िलाफ़ 221 के लक्ष्य का पीछा करते हुए हारा था।
147 टेस्ट में यह दूसरा न्यूनतम लक्ष्य है जिसका पीछा करते हुए भारत हारा है। इससे पहले 1997 में ब्रिजटाउन में भारत वेस्टइंडीज़ के विरुद्ध 120 के लक्ष्य का पीछा करते हुए 81 पर सिमट गया था।
टेस्ट में यह दूसरा न्यूनतम स्कोर भी है जिसका न्यूज़ीलैंड ने सफलतपूर्वक बचाव किया है। इससे पहले उन्होंने 1978 में वेलिंगटन में 137 के स्कोर का बचाव किया था।
4 भारत ने इस साल घर पर चार टेस्ट हारे हैं, जो कि एक साल में घर पर उनके लिए संयुक्त तौर पर सर्वाधिक हार है। इससे पहले भारत ने 1969 में चार टेस्ट हारे थे।
घर पर रोहित बतौर कप्तान पांच टेस्ट मैच हार चुके हैं, जो कि मंसूर अली ख़ान पटौदी की सर्वाधिक नौ हार के बाद दूसरा स्थान पर है।
25 एजाज़ पटेल ने वानखेड़े पर खेले दो टेस्ट में 25 विकेट चटकाए हैं, जो कि एक वेन्यू पर भारत में भारत के ख़िलाफ़ किसी गेंदबाज़ द्वारा लिए गए सर्वाधिक विकेट हैं। इससे पहले इयान बॉथम ने वानखेड़े पर ही 22 विकेट लिए थे।
8 एजाज़ पटेल ने वानखेड़े पर दूसरी बार 10 से अधिक विकेट चटकाए। एजाज़ सहित अब तक घर के बाहर सिर्फ़ आठ गेंदबाज़ों ने ही एक ही वेन्यू पर ऐसा कारनामा किया है। एजाज़ से पहले शेन वॉर्न ने वो में खेले चार टेस्ट मैच में दो बार 10 विकेट हॉल लिए थे।
1 एजाज़ और रवींद्र जाडेजा पहली ऐसी बाएं हाथ की स्पिन जोड़ी बने हैं, इंजन एक टेस्ट मैच में चार या उससे अधिक पांच विकेट हॉल लिए हैं।
इससे पहले सिर्फ़ इक़बाल क़ासिम और रे ब्राइट ने एक ही टेस्ट में 10 से अधिक विकेट लिए थे। पाकिस्तान और ऑस्ट्रेलिया के बीच यह टेस्ट मैच 1980 में कराची में खेला गया था।
7.1 भारत ने 7.1 ओवर के बीच ही अपने पांच विकेट गंवा दिए, जो कि एक टेस्ट पारी के लिहाज़ से 1998 के बाद उनका सबसे ख़राब प्रदर्शन है। इससे पहले भारत ने न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ ही 1999 में मोहाली में अपने पहले पांच विकेट 8.2 ओवर में गंवा दिए थे।
2 अब तक सिर्फ़ दो भारतीय बल्लेबाज़ ऐसे रहे हैं जिन्होंने टेस्ट की दो पारी में 50 से कम गेंदों पर अर्धशतक जड़ा है। ऋषभ पंत से पहले यशस्वी जायसवाल ने इसी साल कानपुर में बांग्लादेश के ख़िलाफ़ यह कारनामा किया था।
13.3 घर पर इस टेस्ट सीज़न रोहित ने 13.3 की औसत से रन बनाए हैं। जो कि एक होम टेस्ट सीज़न में शीर्ष सात में बल्लेबाज़ी करने वाले और कम से कम आठ पारियां खेलने वाले कप्तानों में दूसरा न्यूनतम औसत है। नासिर हुसैन ने 2000 में घर पर छह टेस्ट खेलते हुए 10.22 की औसत से रन बनाए थे।