WTC फ़ाइनल सिनारियो : ख़ुद से फ़ाइनल में पहुंचने के लिए भारत को ऑस्ट्रेलिया को 4-0 से हराना होगा
न्यूज़ीलैंड, साउथ अफ़्रीका और श्रीलंका समेत पांच टीम WTC फ़ाइनल की दावेदार
एस राजेश
03-Nov-2024
विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) चक्र में अभी 18 टेस्ट बचे हैं और पांच टीम अभी भी फ़ाइनल की दावेदार है और किसी भी टीम का शीर्ष दो स्थान पक्का नहीं है। आइए देखते हैं कि भारत सहित अन्य टीमों को फ़ाइनल में पहुंचने के लिए क्या करना होगा।
भारत
अंक प्रतिशत : 58.33, बचे हुए मैच : ऑस्ट्रेलिया (पांच मैच घर से बाहर)
न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ तीन मैचों में मिली हार का मतलब यह है कि भारत का अगले साल जून में लॉर्ड्स में होने वाले WTC फ़ाइनल में स्थान ख़तरे में आ गया है। शीर्ष दो में जगह बनाने के लिए भारत को ऑस्ट्रेलिया को 4-0 से हराने की दरकार है। चार जीत और एक ड्रॉ से भारत के अंत प्रतिशत 65.79 हो जाएंगे। वहीं अगर न्यूज़ीलैंड इंग्लैंड को 3-0 से हरा देता है तो न्यूज़ीलैंड उनके पास 64.29% अंक होगा।
भारत के लिए आगे का रास्ता आसान नहीं•AFP/Getty Images
अभी मामला यह है कि अगर साउथ अफ़्रीका श्रीलंका और पाकिस्तान को 2-0 से हरा देता है तो उसके पास 69.44 फीसदी अंक होंगे। वैसे भी WTC की अंक तालिका में साउथ अफ़्रीका के पास सबसे ज़्यादा अंक होंगे और दूसरे स्थान पर भारत होगा। हालांकि यह सिनारियो उस बात पर निर्भर है कि अन्य टीम कैसे अपने अंक बढ़ाती हैं। अगर ऐसा नहीं होता है तो तब भी भारत कम अंक से फ़ाइनल में पहुंच सकता है। उदाहरण के तौर पर अगर आने वाली सीरीज़ के ये परिणाम रहते हैं।
ऑस्ट्रेलिया से भारत 2-3 से हारे
न्यूज़ीलैंड और इंग्लैंड के बीच सीरीज़ 1-1 पर रहे
साउथ अफ़्रीका घर की दोनों सीरीज़ में 1-1 से ड्रॉ करे
ऑस्ट्रेलिया और श्रीलंका का सीरीज़ 0-0 से ड्रॉ रहे
अगर चार सीरीज़ ऐसी जाती हैं जैसा ऊपर बताया है तो ऑस्ट्रेलिया 58.77% के साथ शीर्ष पर रहेगा लेकिन भारत 53.51% के साथ दूसरे स्थान पर ही रहेगा, उनके पीछे साउथ अफ़्रीका (52.78%), न्यूज़ीलैंड (52.38%) और श्रीलंका (51.28%) होंगे। अगर अन्य परिणाम भारत के हक़ में गए तो भारत को चार जीत की कोई ज़रूरत नहीं है। हालांकि यह अब ज़्यादा मुमकिन हो गया है कि फ़ाइनल में पहुंचने के लिए उन्हें दूसरी टीमों की मदद की ज़रूरत है।
न्यूज़ीलैंड
अंक प्रतिशत : 54.55, बचे हुए मैच : इंग्लैंड (घर में तीन मैच)
सीरीज़ की शुरुआत में यह सोचना भी मुश्किल था कि सीरीज़ ख़त्म होने तक न्यूज़ीलैंड WTC फ़ाइनल के दावेदारों में शामिल हो जाएगा, लेकिन उनकी तीन शानदार जीत ने उनको यह सपना दिखाया है। अगर न्यूज़ीलैंड इंग्लैंड के ख़िलाफ़ सभी तीन मैच जीत जाता है तो उनके 64.29% अंक हो जाएंगे। इससे क्वालिफ़ाई करना पक्का नहीं है, लेकिन वह दावेदारी में बने रहेंगे। अगर न्यूज़ीलैंड उन तीन में से एक टेस्ट हार जाता है तो उनका प्रतिशत 57.14 पर आ जाएगा, जो अन्य टीमों के परिणाम पर निर्भर रहने के लिए बहुत हैं।
साउथ अफ़्रीका
प्रतिशत : 54.17, बची सीरीज़ : श्रीलंका (दो घरेलू टेस्ट) और पाकिस्तान (दो घरेलू टेस्ट)
अगर साउथ अफ़्रीका अपने बचे चारों टेस्ट जीत जाता है तो उनके 69.44%, अंक हो जांएगे जो उनके क्वालिफ़ाई करने के लिए काफ़ी है, क्योंकि केवल ऑस्ट्रेलिया ही इन नंबर से आगे जा सकता है। तीन जीत और एक ड्रॉ पर उनके 63.89% अंक होंगे, वहीं तीन जीत और एक हार से उनके 61.11%, अंक होंगे, जहां वे दूसरों के परिणामों पर निर्भर रहते हुए क्वालिफ़ाई कर सकते हैं। साउथ अफ़्रीका का कार्यक्रम भी उनके मुताबिक सही है, जहां उन्हें श्रीलंका और पाकिस्तान के ख़िलाफ़ घर में सीरीज़ खेलनी है।
ऑस्ट्रेलिया
अंक प्रतिशत : 62.50, बची सीरीज़ : भारत (घर पर पांच टेस्ट) और श्रीलंका (घर के बाहर दो टेस्ट)
भारत की न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ तीन हार ने ऑस्ट्रेलिया के WTC फ़ाइनल खेलने के मौक़े को बढ़ाया है। भारत के ख़िलाफ़ 3-2 से सीरीज़ जीत उनको भारत से आगे रखेगी, तब भी अगर वे श्रीलंका में दोनों टेस्ट हार जाते हैं। लेकिन ऑस्ट्रेलिया इससे बेहतर करना चाहेगा, क्योंकि न्यूज़ीलैंड और श्रीलंका भी शीर्ष दो में रहने के दावेदार हैं। किसी दूसरे के परिणाम पर निर्भर रहे बिना क्वालिफ़ाई करने के लिए ऑस्ट्रेलिया को बचे सात में से पांच टेस्ट जीतने होंगे।
श्रीलंका
प्रतिशत : 55.56, बची सीरीज़ : साउथ अफ़्रीका (घर के बाहर दो टेस्ट) और ऑस्ट्रेलिया (घर में दो टेस्ट)
पिछले दो टेस्ट में पूरे 24 अंक मिलने के बाद से श्रीलंका शीर्ष दो की दावेदारी में आ गया है। उनके बचे चार मैच उन दो टीमों के ख़िलाफ़ हैं, जो दावेदारी में हैं। अगर श्रीलंका सभी मैच जीतता है और 48 अंक लेता है तो उनका जीत प्रतिशत 69.23 हो जाएगा और वे बिना दूसरे परिणाम पर निर्भर रहते हुए क्वालिफ़ाई कर जाएंगे। अगर वे एक मैच हारते हैं और तीन जीत जाते हैं तो उनका जीत प्रतिशत 61.54 हो जाएगा तब भी दूसरों के परिणाम पर निर्भर रहते हुए उनके क्वालिफ़ाई करने का मौक़ा होगा।
इंग्लैंड
प्रतिशत : 40.79, बचे मैच : न्यूज़ीलैंड (घर के बाहर तीन मैच)
पाकिस्तान में दो हार का मतलब है कि इंग्लैंड अब अधिकतक 48.86 अंक प्रतिशत तक ही पहुंच सकता है, फिर चाहे वे न्यूज़ीलैंड को 3-0 से ही क्यों ना हरा दें। फ़ाइनल में जगह बनाने के लिए ये काफ़ी नहीं होंगे।
पाकिस्तान
अंक प्रतिशत : 33.33, बची सीरीज़ : साउथ अफ़्रीका (घर के बाहर दो टेस्ट) और वेस्टइंडीज़ (घर में दो टेस्ट)
पाकिस्तान की घर की फ़ॉर्म ने उनके प्रतिस्पर्धी बनाया है लेकिन इस चक्र में अब देरी हो चुकी है। अगर वे अपने बचे चारों टेस्ट जीतते हैं तो उनके 52.38% अंक होंगे। तब उनको कई दूसरे परिणाम अपने हक़ में करने की ज़रूरत होगी। जैसे श्रीलंका साउथ अफ़्रीका में 0-1 से हारे, ऑस्ट्रेलिया से 1-1 का ड्रॉ खेले, भारत ऑस्ट्रेलिया से 1-2 से हारे और न्यूज़ीलैंड इंग्लैंड के ख़िलाफ़ 1-2 से हारे, तब पाकिस्तान के 52.38 प्रतिशत अंक काफ़ी होंगे और वह ऑस्ट्रेलिया के बाद दूसरे नंबर पर समाप्त करेंगे।
बांग्लादेश
प्रतिशत : 27.50, बचे हुए मैच : वेस्टइंडीज़ (दो घर के बाहर टेस्ट)
पिछले चार टेस्ट मैचों में भारत और साउथ अफ़्रीका से मिली हार के बाद बांग्लादेश को धक्का लगा है, एक समय उनका अंक प्रतिशत 45.83 था जो अब 27.50% रह गया है। अब अगर वे अपने बचे दोनों टेस्ट जीत भी जाते हैं तो वे 39.58% तक ही पहुंच पाएंगे, जहां वे शीर्ष दो में जगह नहीं बना पाएंगे।
वेस्टइंडीज़
प्रतिशत : 18.52, बची सीरीज़ : बांग्लादेश (दो टेस्ट घर में) और पाकिस्तान (दो टेस्ट घर के बाहर )
वेस्टइंडीज़ पहले ही चार सीरीज़ खेल चुका है और उनके 108 में से 20 ही अंक है। अगर वे अपने आख़िरी चार टेस्ट जीत भी जाता है, तो भी उनका जीत प्रतिशत 43.59% ही रहेगा।
एस राजेश ESPNcricinfo में स्टैट्स एडिटर हैं।