RCB ने स्पिनर्स के दम पर जीता WPL के दूसरे सीजन का फ़ाइनल
दिल्ली को मिली लगातार दूसरे फ़ाइनल में हार
नीरज पाण्डेय
17-Mar-2024
दिल्ली का फिरोजशाह कोटला मैदान, 28 हजार से अधिक लोग और WPL के दूसरे सीजन के फ़ाइनल में दिल्ली कैपिटल्स तथा रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की भिड़ंत। मुक़ाबला बहुत बड़ा था और दिल्ली लगातार दूसरी बार सीधे फ़ाइनल में पहुंची थी। टॉस भी दिल्ली की कप्तान मेग लानिंग ने जीता और बड़े फ़ाइनल में पहले बल्लेबाज़ी करने का फैसला लिया। दिल्ली की शुरुआत भी ऐसी रही कि RCB को कुछ समझ आता इससे पहले ही स्कोरबोर्ड पर पावरप्ले के बाद 61 रन टंग चुके थे।
इतनी शानदार शुरुआत के बावजूद दिल्ली का दिल टूटा और लगातार दूसरी बार फ़ाइनल में उन्हें हार का सामना करना पड़ा है। RCB की जीत की पटकथा उनके स्पिनर्स ने लिखी। आशा शोभना, श्रेयंका पाटिल और सोफ़ी मोलिन्यू ने 10.3 ओवर्स में केवल 46 रन खर्च करते हुए कुल नौ विकेट चटकाए। इसी का नतीजा है कि 64 के स्कोर पर पहला विकेट गंवाने वाली दिल्ली केवल 113 के स्कोर पर ही सिमट गई थी।
RCB को पहले ओवर में ही मेग लानिंग को रन आउट करने का मौक़ा मिला था जब शेफ़ाली दूसरे छोर तक आ गई थीं और लानिंग रन के लिए दौड़ी नहीं थीं। हालांकि, यह मौक़ा गंवाने के बाद RCB को पावरप्ले में कोई मौक़ा नहीं मिला। शेफ़ाली ने ख़ास तौर से पावरप्ले में ख़ूब शॉट्स लगाए। उन्होंने सामने की ओर तीन बड़े छक्के लगाए और पावरप्ले में 61/0 का स्कोर बनाकर दिल्ली ने RCB फैंस को डरा ही दिया था। हालांकि, पावरप्ले के बाद मैच पलटा और ऐसा पलटा कि दिल्ली ने सपने में भी नहीं सोचा होगा।
दिल्ली शानदार शुरुआत कर चुकी थी, लेकिन आठवां ओवर लेकर आई सोफ़ी मोलिन्यू ने RCB के लिए वापसी का दरवाजा खोला। पहली गेंद पर शेफ़ाली को डीप मिडविकेट पर कैच आउट कराते हुए मोलिन्यू ने अपनी टीम को राहत की सांस लेने का मौक़ा दिया। ओवर की तीसरी और चौथी गेंद पर उन्होंने लगातार जेमिमाह रॉड्रिग्स और ऐलिस कैप्सी को क्लीन बोल्ड किया। रॉड्रिग्स स्वीप और कैप्सी पहली ही गेंद पर स्कूप खेलने के चक्कर में आउट हुईं। लानिंग और मारिज़ान काप ने पारी को संभालने की कोशिश की और यहां RCB के स्पिनर्स ने रनों पर एकदम से अंकुश लगा दिया।
46 गेंदों तक कोई बाउंड्री नहीं आई और जब बाउंड्री आई भी तब तक टीम के छह विकेट गिर चुके थे। 6-15 ओवर के बीच दिल्ली ने केवल 29 रन बनाए और उन्होंने सात विकेट गंवाए। पावरप्ले के बाद RCB ने सारे ओवर्स स्पिनर्स से कराए और इसका उन्हें फायदा भी खूब मिला। श्रेयंका गेंद से स्टार रहीं जिन्होंने 3.3 ओवर्स में केवल 12 रन देते हुए सर्वाधिक चार विकेट अपने नाम किए। मोलिन्यू ने भी चार ओवर में 20 रन देकर तीन और आशा ने तीन ओवर में 14 रन देकर दो विकेट लिए।
स्कोर का पीछा करते हुए RCB ने काफ़ी सतर्क शुरुआत की और पावरप्ले में बिना विकेट गंवाए 25 रन बनाए थे। पावरप्ले समाप्त होते ही अगले ही ओवर में डिवाइन ने अपने हाथ खोले और राधा यादव के ख़िलाफ़ तीन चौके और एक बड़ा छक्का लगाया। यह जोड़ी लगातार खतरनाक होती जा रही थी, लेकिन शिखा पाण्डेय ने नौवें ओवर की पहली गेंद पर डिवाइन को पगबाधा आउट करते हुए इसका अंत किया।
डिवाइन के आउट होने के बाद एलिस पेरी और मांधना ने पारी को आगे बढ़ाया, लेकिन इस दौरान उनके रन बनाने पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई थी। इस साझेदारी में 30 गेंद तक कोई बाउंड्री नहीं आई थी, लेकिन 13वें ओवर में पेरी और मांधना दोनों के बल्ले से एक-एक चौका आया और दिल्ली की ओर से बनाया गया दबाव रिलीज़ होता दिखा। अगले ओवर में भी पेरी ने जेस जॉनासन को मिडऑफ़ के ऊपर से एक चौका लगाया।
15वें ओवर में मिन्नू मनी ने मांधना को कैच आउट कराते हुए दिल्ली को वापसी की एक हल्की सी राह दिखाई। मांधना 39 गेंदों में 31 रनों की पारी खेलने के बाद आउट हुई थी। यहां से पेरी और ऋचा घोष ने समझदारी दिखाते हुए 27 गेंदों में 33 रनों की साझेदारी की और अपनी टीम को अंतिम ओवर में जीत दिलाई।