2023 से IPL में लागू हुए इंपैक्ट प्लेयर नियम को लेकर भले ही काफ़ी बहस होती रही हो लेकिन इस नियम का लाभ
अभिषेक पोरेल को मिला है। IPL 2024 की शुरुआत में इस बात की संभवाना बेहद कम थी कि पोरेल को अधिक मैच खेलने के अवसर मिलेंगे। ऋषभ पंत विकेटकीपर के रूप में वापसी कर चुके थे और टीम के दूसरे विकेटकीपर के लिए पोरेल की लड़ाई कुमार कुशाग्र के साथ थी, जिन्हें दिल्ली कैपिटल्स (DC) ने नीलामी में 7.2 करोड़ रुपए में ख़रीदा था। इन दोनों के अलावा DC के पास ट्रिस्टन स्टब्स का भी विकल्प मौजूद था।
लेकिन जब DC को सीज़न के अपने पहले मैच में पंजाब किंग्स के ख़िलाफ़ ज़रूरत थी, तब पोरेल को मौक़ा मिल गया। वह इंपैक्ट सब के तौर पर खेलने आए और उन्होंने 10 गेंदों में 32 रन जोड़ते हुए DC को 174 के स्कोर पर पहुंचा दिया। उनकी इस पारी ने इस क़दर प्रभावित किया कि उन्हें सीज़न के सभी मैच खेलने का अवसर मिल गया। इतना ही नहीं, DC के तत्कालीन मुख्य कोच रिकी पोंटिंग ने उन्हें एक विशेष प्रतिभा की भी संज्ञा दे दी।
पोरेल ने ESPNcricinfo से कहा, "पोंटिंग ने कहा, 'अपने आप पर भरोसा रखो।' जब उनके जैसा लीजेंड आपको प्रोत्साहित करता है तब ज़ाहिर तौर पर आपका आत्मविश्वास बढ़ जाता है। पंत ने भी मुझसे कहा, 'तू कर सकता है।' निजी तौर पर मैंने भी सोच लिया था कि मुझे इस बार अच्छा प्रदर्शन करना है।"
पोरेल का यह पहला IPL सीज़न नहीं था। वह 2023 में भी DC के दल का हिस्सा थे। उन्हें एक ट्रायल में फ़्रैंचाइज़ी ने पिक किया था, जिसमें उन्होंने छह अन्य विकेटकीपर भी आज़माए थे।
पोरेल ने उस दौरान का अनुभव साझा करते हुए कहा, "पोंटिंग को देखकर मैं घबरा गया था। लेकिन वह ज़मीन से जुड़े हुए व्यक्ति हैं और उन्होंने चीज़ों को समझने में मेरी मदद भी की। दिल्ली का हिस्सा बनने के बाद मैंने पाया कि पोंटिंग, सौरव (गांगुली, DC के क्रिकेट निदेशक) और शेन वॉटसन (सहायक कोच) बेहतरीन ढंग से हमारा मार्गदर्शन कर रहे थे। अगर आज मुझे कोई जानता है तो यह DC और सौरव सर की वजह से ही संभव हो पाया है।"
पोरेल ने IPL 2024 में 327 रन बनाए, जिसमें दो अर्धशतक के अलावा उनकी मैच जिताऊ छोटी मगर उपयोगी पारियां भी शामिल थीं। उन्होंने 159.51 के स्ट्राइक रेट से रन बनाए। उन्हें ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी जैक फ़्रेज़र-मक्गर्क के साथ बल्लेबाज़ी करने में काफ़ी आनंद आया।
पोरेल ने कहा, "मैं इस अवसर के लिए तैयार था। मेरी लड़ाई सिर्फ़ मुझसे थी। मुझे पता था कि अगर मैं अच्छा प्रदर्शन करता हूं, तो मुझे अपनी जगह के लिए चिंता करने की ज़रूरत नहीं है। उन्हें (फ़्रेज़र-मक्गर्क) देखकर ऐसा लग रहा था जैसे उनके हाथ चैन कुली की मैन कुली (बॉलीवुड फ़िल्म) का जादुई बैट लग गया है। वह हर दिशा में शॉट लगा रहे थे और मैं अपनी गर्दन घुमाकर उन गेंदों को हवा में उड़ता हुआ देख रहा था।"
बंगाल से एक बाएं हाथ का बल्लेबाज़ होने के नाते इसमें कोई संदेह ही नहीं है कि पोरेल का आदर्श कौन होगा।
"निश्चित तौर पर सौरव सर मेरे आदर्श हैं। जो उन्होंने हासिल किया है, अगर मैं उसका एक फ़ीसदी भी हासिल कर लूं तो यह मेरे लिए बहुत बड़ी बात होगी। मुझे उनके टेस्ट डेब्यू का शतक बेहद पसंद है। मैंने उस पारी के हाइलाइट्स काफ़ी बार देखे हैं।"
2024 में पोरेल इस बात को लेकर बेहद स्पष्ट हैं कि वह क्या कर सकते हैं। आगामी सीज़न में
ऋद्धिमान साहा की वापसी की स्थिति में उनके विशेषज्ञ बल्लेबाज़ के तौर पर खेलने की संभावना अधिक है। पोरेल को 2022 में साहा के जाने के बाद पहली बार मौक़ा मिला था। साहा की तरह ही उन्होंने भी यहां तक पहुंचने में एक लंबी यात्रा तय की है। हुगली ज़िले के चंदननगर से कोलकाता आने और उसके बाद तक उन्होंने एक लंबी दूरी तय की है।
2021-22 ने कूच बिहार ट्रॉफ़ी में बंगाल के कप्तान के तौर पर पोरेल ने छह मैच में 89.50 की औसत और 82.11 के स्ट्राइक रेट से 716 रन बनाए थे। जिसमें तीन शतक भी शामिल थे। इस प्रदर्शन ने जूनियर चयनकर्ताओं के बीच उन्हें चर्चा का विषय बना दिया। जब वेस्टइंडीज़ में खेले जा रहे अंडर 19 विश्व कप में पांच खिलाड़ी कोरोना से संक्रमित हो गए तब पोरेल को रिज़र्व खिलाड़ी के तौर पर दल में शामिल कर लिया गया।
उन्होंने कहा, "जब विश्व कप दल में मेरा चयन नहीं हुआ तब मैं काफ़ी हताश हो गया था। मुझे इस बात का अहसास था कि दौरे पर जाना और देश का प्रतिनिधित्व करने पर कैसा महसूस होता है।"
स्वदेश वापसी पर कुछ ऐसी परिस्थिति बन गई कि पोरेल को रणजी ट्रॉफ़ी में पदार्पण करने का मौक़ा मिल गया। साहा बंगाल छोड़ चुके थे, श्रीवत्स गोस्वामी को लेकर अब बंगाल अब अधिक नहीं विचार कर रहा था। उनके प्रथम श्रेणी डेब्यू पर कटक में बड़ौदा ने बंगाल को 88 पर समेट दिया, जिसमें पोरेल ने 19 गेंदों पर 21 रन बनाए। लेकिन दूसरी पारी में उन्होंने शाहबाज़ अहमद के साथ सातवें विकेट के लिए 108 रनों की नाबाद साझेदारी करते हुए 70 गेंदों पर 53 रन बनाए और बंगाल ने 349 का लक्ष्य हासिल कर लिया।
पोरेल ने कहा, "डेब्यू पर ऐसी पारी खेलना मेरे लिए काफ़ी ख़ास था। अरुण (लाल) जी उस समय कोच थे और उन्होंने भी मुझसे कहा कि इस उम्र में उन्होंने शायद ही किसी को इस तरह के स्ट्रोक लगाते और निर्भीक क्रिकेट खेलते देखा था।"
पोरेल इस साल अक्तूबर में 22 वर्ष के हो जाएंगे। लेकिन जिस जगह पर वो आज हैं, वहां पहुंचने में IPL के इंपैक्ट प्लेयर नियम का भी योगदान है।
उन्होंने कहा, "ज़िंदगी वास्तव में काफ़ी आगे बढ़ गई है। चंदननगर में लोग अब मुझे पहचानने लगे हैं। अब ऋद्धि दा भी वापस आ गए हैं, तो अब मैं उनके साथ अपने खेल के बारे में चर्चा कर सकता हूं। वह मेरे लिए अपने बड़े भाई की तरह हैं, मेरे मागदर्शक हैं। IPL के समय भी वह मुझे बोलते हैं कि ज़रूरत पड़ने पर मैं उनसे कभी भी बात कर सकता हूं। मैं भारत के लिए तीनों प्रारूप नियमित तौर पर खेलना चाहता हूं। अगर मैंने प्रथम श्रेणी सीज़न में लगातार दो सीज़न में 1 हज़ार रन बना लिए और IPL में 500-600 रन बना लिए, तब मुझे भरोसा है कि मेरे लिए भारतीय टीम के दरवाज़े खुल जाएंगे।"
हिमांशु अग्रवाल ESPNcricinfo में सब एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी में कंसलटेंट सब एडिटर नवनीत झा ने किया है।