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तस्कीन: हमें धैर्य से गेंदबाज़ी कर बल्लेबाज़ों के ग़लतियों का इंतज़ार करना होगा

भारत के ख़िलाफ़ चटगांव टेस्ट से पहले बांग्लादेश के तेज़ गेंदबाज़ों को अनुभवी तेज़ गेंदबाज़ का मंत्र

Taskin Ahmed bowls in the nets ahead of the 3rd ODI against India, Chittagong, December 9, 2022

अभ्यास करते तस्कीन  •  Associated Press

बांग्लादेश के अनुभवी तेज़ गेंदबाज़ तस्कीन अहमद का मानना है कि बांग्लादेश के युवा गेंदबाज़ों को भारत के ख़िलाफ़ पहले टेस्ट में बल्लेबाज़ों के मददगार रहने वाली चटगांव पिच पर धैर्य दिखाना होगा।

पिच क्यूरेटर प्रवीण हिंगाणीकर ने टेस्ट से दो दिन पहले पिच पर थोड़ी घास छोड़ी है, लेकिन जैसा कि शनिवार को तीसरे वनडे मैच में साफ़ देखा गया, बल्लेबाज़ों को यहां बल्लेबाज़ी का लुत्फ़ उठाना चाहिए। तेज़ गेंदबाज़ों को कड़ी मेहनत करनी पड़ सकती है, लेकिन तस्कीन का मानना है कि अनुशासन के साथ गेंदबाज़ी करना ही आगे बढ़ने का एकमात्र तरीक़ा होगा।

तस्कीन पिछले दो सालों में बांग्लादेश के प्रमुख तेज़ गेंदबाज़ रहे हैं, लेकिन हाल के दिनों में उन्हें चोट लगने की चिंता सता रही थी। वह पीठ की चोट के कारण भारत के ख़िलाफ़ पहले दो वनडे मैचों में नहीं खेल पाए। तीसरे मैच में वापसी कर रहे तस्कीन ने नौ ओवरों में 89 रन देकर 2 विकेट लिए, चूंकि इशान किशन ने उस दिन गेंदबाज़ों को आड़े हाथों लिया था।

टेस्ट में चटगांव में तेज़ गेंदबाज़ों का गेंदबाज़ी औसत भी अधिक है, लेकिन तस्कीन का मानना है कि यह गेंदबाज़ों पर है कि वह ख़ुद को "इतना कुशल" बनाएं ताकि पिच के प्रकार को समीकरण से बाहर किया जा सके।

तस्कीन ने चटगांव में तेज़ गेंदबाज़ों को जिस लाइन पर टारगेट पर करना चाहिए, उस पर कहा, "यह तो हर जगह लागू होता है: ऑफ़ स्टंप के ऊपर वाली लाइन। अगर हम इस विषय पर ज़ोर देने की कोशिश करते हैं, तो यह हमारे पक्ष में काम नहीं करेगा। हम रन देंगे। वे अच्छे खिलाड़ी हैं, लिहाज़ा हमें नई गेंद को थोड़ा स्विंग कराना होगा। शायद पुरानी गेंद से रिवर्स स्विंग मिले। हमें उनके धैर्य को तोड़ने की कोशिश करनी होगी। हमें धैर्य से गेंदबाज़ी करनी होगी और उनकी ग़लतियों का इंतज़ार करना होगा। यह कहना सही नहीं होगा कि हम उन्हें ढेर कर देना चाहते हैं।"

उन्होंने आगे कहा, "तेज गेंदबाज ज़्यादा हरे विकेटों पर गेंदबाज़ी करना चाहते हैं। परिस्थितियां हमारे हाथ में नहीं हैं। हमें साउथ अफ़्रीका और न्यूज़ीलैंड में धीमी और सपाट विकेटों मिली हैं। हमें ख़ुद को इतना कुशल बनाना होगा कि हम सभी प्रकार के विकेटों पर अच्छी गेंदबाज़ी कर सकें। महान गेंदबाज़ों को भी सपाट पिचों पर पांच चौके लग रहे हैं। हमें परिस्थितियों पर ध्यान देने के बजाय अपने आत्मसुधार पर ध्यान देना होगा।"

बुधवार से शुरू हो रहे पहले टेस्ट में निश्चित नहीं है कि तस्कीन खेलेंगे। जैसा कि वह पूरी तरह से फ़िट होने में थोड़ा समय लेते हैं, तस्कीन स्वीकार करते हैं कि वह पूरी तरह से आश्वस्त नहीं हैं कि उनका वर्कलोड बिल्ड-अप टीम प्रबंधन द्वारा निर्धारित मानक तक है या नहीं।

उन्होंने कहा, "टीम प्रबंधन मेरे वर्कलोड बिल्ड-अप को लेकर चिंतित है। मैं अभी चोट से वापस आया हूं, लिहाज़ा मैं वर्कलोड बिल्ड-अप, फ़िटनेस और बोलिंग लोड को बेहतर करने पर काम कर रहा हूं। अगर मैं इस मैच से पहले बोलिंग लोड को परिपूर्ण कर लूंगा, तो वे मुझे खेलाने के बारे में सोच सकते हैं। अगर नहीं, तो मैं यह टेस्ट नहीं खेल सकता। इस स्थिति में मैं दूसरा टेस्ट खेल सकता हूं। मैंने उनसे इस बारे में बात की है। मैं अपनी वर्कलोड प्लान का पालन कर रहा हूं।"

वनडे में बांग्लादेश की टीम अच्छा कर रही है, लेकिन टेस्ट में उन्होंने संघर्ष किया है। इस साल आठ मुक़ाबलों में बांग्लादेश ने सिर्फ़ एक टेस्ट जीता है। उन्होंने छह टेस्ट हारे हैं और एक टेस्ट ड्रॉ पर छूटा। बांग्लादेश की टीम अभी तक टेस्ट मैच में भारत को नहीं हरा पाई है और तस्कीन को लगता है कि बांग्लादेश का पहला प्रयास मैच को अंतिम दिन तक ले जाना होगा और फिर एक सकारात्मक अंत की उम्मीद करनी होगी।

उन्होंने कहा, "बांग्लादेश में चटगांव बल्लेबाज़ी के लिए स्वर्ग है। यह तेज़ गेंदबाज़ों के लिए कभी आसान नहीं रहा। हम सुधार कर रहे हैं लेकिन हमें अभी तक अनुकूल विकेट नहीं मिले हैं। यहां आमतौर पर बल्लेबाज़ी पिच रहती है। टेस्ट क्रिकेट हमेशा चुनौतीपूर्ण होता है। हमने टेस्ट को पांचवें दिन तक ले जाकर जीता है, लिहाज़ा यहां भी हमें मैच को पांचवें दिन तक ले जाना होगा।"

मोहम्मद इसाम ESPNcricinfo के बांग्लादेश संवाददाता हैं, अनुवाद ईएसपीएनक्रिकइंफ़ो हिंदी के एडिटोरियल फ़्रीलांसर कुणाल किशोर ने किया है

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