भारत के मध्य क्रम के बल्लेबाज़
चेतेश्वर पुजारा के पिता व कोच अरविंद पुजारा का मानना है कि उनके बेटे ने काउंटी क्रिकेट खेलकर फ़ॉर्म में वापसी कर ली है। उन्होंने कहा कि चेतेश्वर नियमित मैच प्रैक्टिस की कमी से जूझ रहे थे और इससे कहीं न कहीं उनका फ़ॉर्म भी प्रभावित हुआ।
न्यूज़ एजेंसी पीटीआई से बात करते हुए अरविंद ने कहा, "मुझे लगता है कि पिछले तीन सीज़न से वह नियमित मैच प्रैक्टिस नहीं पा रहे थे, जिसका सीधा असर उनके खेल पर हुआ। महामारी के कारण रणजी मैच नहीं हुए, वहीं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी सफ़ेद गेंद का क्रिकेट अधिक होने के कारण उन्हें नियमित मैच अभ्यास नहीं मिला। टेस्ट सीरीज़ से पहले भी अब अभ्यास मैच नहीं होते हैं। इसका असर खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर पड़ता है, ख़ासकर जब कोई खिलाड़ी सिर्फ़ एक फ़ॉर्मेट ही खेले। अब जब उन्हें नियमित मैच प्रैक्टिस मिल रहा है, तो वह अपने रंग में भी दिख रहे हैं।"
आपको बता दें कि साउथ अफ़्रीका दौरे पर ख़राब प्रदर्शन के बाद चेतेश्वर को भारतीय टेस्ट टीम से बाहर कर दिया गया था। उन्हें श्रीलंका के ख़िलाफ़ घरेलू सीरीज़ में जगह नहीं मिली तो उन्होंने रणजी ट्रॉफ़ी की ओर रुख़ किया, जो कि दो साल बाद हो रहा था। रणजी ट्रॉफ़ी में उन्होंने फ़ॉर्म वापसी की कुछ झलकियां दिखाईं। इसके बाद जब उन्हें किसी भी आईपीएल टीम ने नहीं ख़रीदा तो वह काउंटी क्रिकेट खेलने इंग्लैंड चले गए। वह ससेक्स के लिए खेलते हुए अब तक तीन मैचों में तीन शतक बना चुके हैं, जिसमें दो दोहरे शतक हैं।
चेतेश्वर के इस प्रदर्शन के बाद उनकी टीम इंडिया में वापसी की संभावना मज़बूत हुई है। अरविंद ने कहा, "वापसी तो चयनकर्ताओं के हाथ में है, लेकिन चेतेश्वर इसके लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं। एक खिलाड़ी के हाथ में बस मेहनत और प्रदर्शन करना होता है। विदेशी धरती (इंग्लैंड) पर आपको मध्य क्रम में एक अनुभवी बल्लेबाज़ की ज़रूरत होगी, जो कठिन परिस्थितियों में अपना अनुभव दिखा सके और युवा खिलाड़ियों की मदद भी कर सके। हां, चेतेश्वर को अभी यह सब ना सोचकर और बड़े स्कोर बनाने की ज़रूरत है।"