मैच (23)
MLC (1)
ENG v WI (1)
IRE vs ZIM (1)
Men's Hundred (2)
एशिया कप (2)
विश्व कप लीग 2 (1)
Canada T20 (4)
Women's Hundred (2)
TNPL (3)
One-Day Cup (5)
SL vs IND (1)
फ़ीचर्स

विराट : दलीप ट्रॉफ़ी की पुराने फ़ॉर्मेट में वापसी घरेलू क्रिकेटरों के लिए बढ़िया ख़बर

पूर्वी क्षेत्र के नए उपकप्तान के अनुसार द्रविड़ के भारत कोच बनने से भारतीय टीम में पहुंचने का रास्ता साफ़ हो गया है

Virat Singh gets down to sweep, Jharkhand vs Nagaland, Ranji Trophy 2021-22, Pre-quarter-final, Kolkata, 1st day, March 12, 2022

दलीप ट्रॉफ़ी 2022 में विराट सिंह पूर्वी क्षेत्र के उपकप्तान होंगे  •  PTI

भारत में एक बार फिर पुराने ज़ोनल (क्षेत्रीय) फ़ॉर्मेट में दलीप ट्रॉफ़ी की वापसी हो रही है। 8 से 20 सितंबर के बीच इस टूर्नामेंट का आयोजन तमिलनाडु में हो रहा है, और पूर्वी क्षेत्र से कप्तान मनोज तिवारी के उपकप्तान नियुक्त किए गए झारखंड के खिलाड़ी विराट सिंह के अनुसार यह घरेलू क्रिकेट में राजकीय स्तर के खिलाड़ियों के लिए एक बहुत ही बढ़िया ख़बर है।
24 वर्षीय विराट 16 साल की उम्र से झारखंड टीम का हिस्सा रहे हैं और झारखंड के सबसे प्रतिभावान खिलाड़ियों में से एक हैं। पिछले रणजी सीज़न में पांच मुक़ाबलों में उन्होंने 55.85 की औसत से 391 रन बनाए थे, जिनमें तीन शतक शामिल थे।
उपकप्तान बनाए जाने पर विराट ने ईएसपीएनक्रिकइंफ़ो को कहा, "जब मुझे पता चला कि इस बार दलीप ट्रॉफ़ी एक बार फिर से ज़ोनल प्रतियोगिता के तौर पर होगी तो मुझे इसका अनुमान था कि इस बार मेरा चयन होगा। इसका एक ख़ास कारण यह भी था कि मैंने इस रणजी सीज़न में काफ़ी रन बनाए थे। हालांकि मुझे उपकप्तान का प्रभार दिया जाएगा, यह मैंने नहीं सोचा था। ना ही इसके बारे में कोई चर्चा हुई थी।"
विराट के अनुसार ज़ोनल फ़ॉर्मेट में वापस आने के कारण अब राज्य क्रिकेट के खिलाड़ियों को इसका काफ़ी लाभ मिलेगा। इससे पहले साल 2014-15 में इस फ़ॉर्मेट में इस टूर्नामेंट का आयोजन हुआ था, जिसके फ़ाइनल में केएल राहुल द्वारा दक्षिण क्षेत्र के लिए दोनों पारियों में शतक के बावजूद मध्य क्षेत्र की रोमांचक जीत हुई थी।
इस तरह यह टूर्नामेंट हमेशा से ही भारतीय घरेलू खिलाड़ियों के लिए एक बढ़िया मंच रहा है लेकिन 2015-16 में इसका आयोजन नहीं हुआ और उसके बाद बीसीसीआई तीन टीमों का चयन कर एक राउंड रॉबिन टूर्नामेंट का आयोजन करता था। इस बार भारत के उत्तर-पूर्वी क्षेत्र की टीमों के लिए अलग से छठे ज़ोनल टीम की घोषणा भी हुई है।
विराट ने कहा, "पुराने फ़ॉर्मेट में एक बार फिर से इस टूर्नामेंट का आयोजित होना, एक स्टेट क्रिकेटर के तौर पर काफ़ी महत्वपूर्ण है। इससे पहले कुछ सालों तक दलीप ट्रॉफ़ी अलग तरीक़े से खेली जा रही थी। उसमें बहुत ही जाने-माने खिलाड़ी खेलते थे। इसके अलावा घरेलू स्तर के गिने-चुने खिलाड़ी ही होते थे। एक बार फिर से ज़ोनल टूर्नामेंट के रूप में आयोजित होने से अब युवा खिलाड़ियों के लिए मौक़ा मिलने की संभावना काफ़ी बढ़ गई है। हर टीम में 15 खिलाड़ी हैं और छह ज़ोन हैं।"
पूर्वी क्षेत्र के कप्तान नियुक्त किए गए तिवारी खिलाड़ियों के बीच अपने सौम्य स्वभाव के लिए काफ़ी प्रसिद्ध हैं। उनके रहते हुए उपकप्तानी का प्रभार संभालने को लेकर विराट काफ़ी ख़ुश हैं।
विराट ने इस संदर्भ में कहा, "मनोज भाई के साथ उपकप्तानी करना मेरे लिए ख़ुद में ही एक बड़ी बात है। वह एक बेहतरीन इंसान हैं। भारत में घरेलू क्रिकेट में वह निश्चित रूप से एक महान खिलाड़ी हैं लेकिन जब वह किसी जूनियर या किसी भी खिलाड़ी से बात करते हैं तो कभी ऐसा नहीं लगता कि हम इतने बड़े क्रिकेटर के साथ बात कर रहे हैं।"
"2014-15 में मेरा चयन देवधर ट्रॉफ़ी में हुआ था। तब मुझे उनके साथ खेलने का मौक़ा मिला था। तब मैं 16 या 17 साल का था। तब उन्होंने मेरी काफ़ी मदद की थी और टीम में खेलने का मौक़ा दिया था। उस समय हमारे बीच फ़ाइनल में उनके साथ एक शतकीय साझेदारी भी हुई थी। उस मैच में हमारे दो विकेट जल्दी गिर गए थे लेकिन हमारी साझेदारी से टीम अच्छी स्थिति पर आ गई थी। इसके बाद भी कई मैचों में हमारे बीच मैच जिताऊ साझेदारी हुई।"
कुछ दिन पहले ही ईएसपीएनक्रिकइंफ़ो हिंदी के साथ ख़ास बातचीत में झारखंड के पूर्व कप्तान इशांक जग्गी ने कहा था कि आईपीएल की शुरुआत के बाद एक ऐसा समय आया जब कई खिलाड़ी इस द्वंद में थे कि भारतीय टीम में शामिल होने के लिए उन्हें कहां फ़ोकस करना है, यह पता नहीं है। उन्हें आईपीएल पर ध्यान देना चाहिए या घरेलू क्रिकेट में इस बात को लेकर कोई स्पष्टता नहीं थी। हालांकि विराट के अनुसार अब इस मामले में काफ़ी स्पष्टता आ गई है।
विराट का कहना है, " मुझे लगता है कि जब से राहुल द्रविड़ कोच बने हैं, भारतीय टीम में अब स्थिति साफ़ हो गई है। मुझे लगता है कि अगर आपको टेस्ट टीम में जगह बनानी है तो आपको घरेलू टूर्नामेंट में बढ़िया प्रदर्शन करना होगा। अगर आप वहां बढ़िया प्रदर्शन करते हैं तो इंडिया ए में आप आराम से चयनित हो जाते हैं और फिर वहां से भारतीय टीम का रास्ता खुल जाता है। आप हनुमा विहारी, अभिमन्यु ईश्वरन, प्रियांक पांचाल जैसे खिलाड़ियों को देख सकते हैं। इन्होंने इंडिया ए और घरेलू टीम में बढ़िया किया है तो उन्हें आराम से टेस्ट टीम में जगह मिल गई।"
उन्होंने आगे कहा, "वहीं अगर आप सफ़ेद-गेंद के फ़ॉर्मेट में अच्छा करते हैं तो आपको आराम से आईपीएल में जगह मिल सकती है। यह मेरे साथ भी हुआ है कि 2019 के सीज़न में जब मैंने रन बनाए तो मेरा चयन आईपीएल में हुआ। उसके बाद आप आईपीएल में अच्छा करते हैं तो आप वहां से टीम इंडिया के लिए वनडे या टी20 में चुने जाते हैं।"

राजन राज ESPNcricinfo हिंदी में सब एडिटर हैं।