मिताली राज का मानना है कि
शेफ़ाली वर्मा के संभावित पदार्पण से वनडे सीरीज़ में भारत उनके बड़े शॉट लगाने की क्षमता का पावरप्ले में फ़ायदा उठा सकता है। मेज़बान इंग्लैंड के ख़िलाफ़ तीन मैचों की वनडे सीरीज़ रविवार को शुरू हो रही है।
भारत की टेस्ट और वनडे कप्तान राज ने ब्रिस्टल में मैच की पूर्व संध्या पर कहा, "वह इसी तरह खेलती है। यही उसकी ताकत और बल्लेबाज़ी करने की शैली है। कई बार वह हमें तेज़ शुरूआत देगी। हम उसको ऐसा करने के लिए पर्याप्त स्वतंत्रता देंगे। साथ ही, वह एक छोटी बच्ची (टीनएज़र) है। वह अनुभव के साथ सीखेगी और अधिक मैचों के साथ वह समझ सकेगी कि एक पारी को कैसे बनाया जाता है।"
"चूंकि वह पहली बार एक वनडे श्रृंखला खेल रही है, मैं, कप्तान के रूप में, हमेशा उसे उस तरह से खेलने के लिए प्रोत्साहित करूंगी जिस तरह से उसे खेलने में मज़ा आता है। उसे बल्लेबाज़ी करने का वही तरीका अपनाना चाहिए, जिसमें वह सहज होती है।"
17 वर्षीय वर्मा ने दौरे के शुरुआती इकलौते टेस्ट में डेब्यू करते हुए 96 और 63 रन बनाए और महिला टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण पर दो अर्धशतक लगाने वाली सबसे युवा बल्लेबाज़ बन गई। इससे पहले, सितंबर 2019 में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पदार्पण करने के बाद, वर्मा ने 22 टी20 मुक़ाबले खेले हैं और उन सभी मैचों में स्मृति मांधना के साथ पारी की शुरुआत की है।
2017 के वनडे विश्व कप के बाद से, भारत ने मांधना के लिए जोड़ीदार के रूप में कई खिलाड़ियों को आज़माया - जिसमें जेमिमाह रॉड्रिग्स, प्रिया पूनिया और पूनम राउत सहित सभी दाएं हाथ के बल्लेबाज़ शामिल है लेकिन या तो उनमें निरंतरता की कमी (जेमिमाह) है या फिर वे (पूनिया और राउत) तेज़ गति से रन बनाने में असमर्थ हैं। भारत को लंबे समय तक के लिए किसी ऐसे खिलाड़ी की तलाश है, जो मांधना की जोड़ीदार बन सके और पावरप्ले का फ़ायदा उठा सके।
2017 विश्व कप के बाद से केवल 36.33 प्रतिशत रन भारतीय टीम के नंबर 4,5,6,7 के बल्लेबाज़ों ने बनाए हैं, जबकि टॉप तीन बल्लेबाज़ों ने 55.73 प्रतिशत रन बनाए है। अहम बात यह है कि 21.03 प्रतिशत रन पहले विकेट के पतन से पहले आए हैं। इंग्लैंड के ख़िलाफ़ वनडे सीरीज़ में वर्मा के ताबड़तोड़ अंदाज़ से नीचे आने वाले बल्लेबाज़ों को ख़ुलकर खेलने का अवसर मिलेगा।
राज ने कहा, "अगर हम जल्दी विकेट गंवाते हैं तो उसकी भरपाई करने और पारी को संभालने के लिए अनुभवी बल्लेबाज़ मौजूद हैं। अगर वह हमें एक अच्छी शुरुआत देती है, तो हम उसके दम पर पारी को आगे बढ़ाएंगे। हमारी टीम की बल्लेबाज़ी में गहराई है जिसमें हर किसी की अलग भूमिका है।"
अपने सलामी बल्लेबाज़ों के अलावा भारतीय बल्लेबाज़ी कप्तान मिताली राज के कंधों पर निर्भर करेगी, जिन्होंने 22 साल पहले सलामी बल्लेबाज़ के रूप में अपना डेब्यू किया था। अब वह नंबर तीन पर खेलती हैं। मार्च में घर पर साउथ अफ़्रीका के ख़िलाफ़ वनडे सीरीज़ में मिताली राज ने नंबर चार और पांच पर बल्लेबाज़ी की थी। उन सभी मैचों में राउत वन डाउन आई, जबकि वनडे उपकप्तान और इकलौते टेस्ट में 4 और 8 रन बनाने वाली हरमनप्रीत कौर पांचवें मैच में राज से पहले नंबर चार पर बल्लेबाज़ी करने उतरी थीं।
वर्मा के साथ-साथ ऑल-राउंडर स्नेह राणा, जिन्होंने पहली पारी में चार विकेट और अंतिम पारी में मैच बचाऊ नाबाद 80 रन बनाकर
भारतीय टीम में वापसी की थी, की वनडे टीम में शामिल होने की पूरी संभावना है। साथ ही बल्लेबाज़ी क्रम के टॉप 6 में भी बदलाव होने की आशंका है।
"टीम में स्वस्थ प्रतिस्पर्धा हमेशा अच्छी होती है। इस बात को ध्यान में रखते हुए हम अपनी टीम संरचना पर फिर से विचार कर रहे हैं और मैं कहूंगी कि यह महत्वपूर्ण है और लड़कियां भी इस बात को समझेंगी," राज ने मुस्कुराते हुए कहा।
"कई बार हम विकेट के आधार पर एक अतिरिक्त तेज़ गेंदबाज़ खिलाते है या हम स्पिनरों के साथ आक्रमण करते हैं। उसी तरह से हम अपने बल्लेबाज़ी क्रम और उसकी गहराई पर ध्यान देने की कोशिश करते हैं। ऑल-राउंडरों के आने से हम इस समीकरण पर भी गौर करेंगे। हां, हमारे पास कुछ विकल्प मौजूद हैं, पर हम टीम की संरचना को ध्यान में रखते हुए खिलाड़ियों का चुनाव करेंगे।"
मौजूदा चैंपियन इंग्लैंड के ख़िलाफ़ 2017 के विश्व कप फ़ाइनल में मिली नौ रनों की हार के बाद यह उनकी सरज़मीं पर भारत की पहली वनडे सीरीज़ हैं। नौ महीने से कम समय में होने वाले विश्व कप के अगले संस्करण से पहले राज ने दक्षिण अफ़्रीका के ख़िलाफ़ श्रृंखला में ख़राब प्रदर्शन के बाद टीम को जीत की राह पर वापस लाने का लक्ष्य रखा है।
राज ने कहा, "सबसे बड़ी चीज़ जो हम चाहते हैं कि टीम अपनी मानसिकता को मज़बूत रखे क्योंकि हम वास्तव में इस सीरीज़ की तुलना मार्च में दक्षिण अफ़्रीका के ख़िलाफ़ हुई सीरीज़ से नहीं कर सकते। घर और इंग्लैंड की परिस्थितियां बहुत अलग हैं, इसलिए हमारा दृष्टिकोण एक समान नहीं हो सकता है।"
"लेकिन हां, हम निश्चित रूप से दक्षिण अफ़्रीका के ख़िलाफ़ सीरीज़ की तुलना में अधिक सकारात्मक इरादे पर ध्यान देंगे। चाहे वह हमारी बल्लेबाज़ी में हो या गेंदबाज़ी या फिर क्षेत्ररक्षण, हम सभी पर काम कर रहे हैं। अभी यह महत्वपूर्ण है कि जो भी रणनीति बनी है और जो भी हमने अपने अभ्यास सत्रों में काम किया है, हम उस पर अमल करें और उस पर लगातार बने रहें।"
जब उनसे पूछा गया कि क्या 2022 वनडे विश्व कप के मेज़बान न्यूज़ीलैंड में परिस्थितियां इंग्लैंड के समान हो सकती है तो उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि हमारी तैयारी निश्चित रूप से शुरू हो गई है, लेकिन यह महत्वपूर्ण है कि जब हम किसी भी सीरीज़ में उतरते हैं तो हम जीतने के इरादे से खेलते हैं। हां, हम इसे खिलाड़ियों के संयोजन के लिए एक गेमप्लान के रूप में भी मान रहे हैं, जिन्हें हम विश्व कप में उतार सकते हैं।"
"इन सब के बाद, हमारे लिए यह सीरीज़ जीतना महत्वपूर्ण है क्योंकि पिछली सीरीज़ टीम के लिए अच्छी नहीं रही थी और कप्तान के रूप में मैं चाहूंगी कि टीम जीत की राह पर वापस आए," राज ने अपनी बातों को समाप्त किया।
ऑन्नेशा घोष (@ghosh_annesha) ESPNcricinfo में सब-एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी के सब-एडिटर अफ़्ज़ल जिवानी ने किया है।