सूर्यकुमार ने अपना एकमात्र टेस्ट 2023 में ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ नागपुर में खेला था। हालांकि पिछले महीने सूर्यकुमार ने रणजी ट्रॉफ़ी में मुंबई के लिए मैच खेला और सितंबर में वह दलीप ट्रॉफ़ी में इंडिया बी के लिए खेलते नज़र आए। हालांकि इस दौरान सूर्यकुमार के हाथ अपेक्षाकृत सफलता नहीं लगी।
डरबन में सूर्यकुमार ने कहा, "जब समय आएगा तब मैं टेस्ट में भी वापसी करूंगा। चाहे लाल गेंद हो या सफ़ेद गेंद मैं सभी घरेलू टूर्नामेंट खेल रहा हूं, मैं कोई भी मैच मिस नहीं कर रहा हूं। अगर टेस्ट में वापसी होनी होगी तो वो होकर रहेगी।"
सूर्यकुमार ने न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ टेस्ट श्रृंखला में मिली भारत को शर्मनाक हार पर प्रतिक्रिया देते हुए भारतीय कप्तान
रोहित शर्मा का भी बचाव किया।
सूर्यकुमार ने कहा, "खेल में जीत हार का सिलसिला लगा रहता है। हर कोई मेहनत करता है और जीत चाहता है। मेरे लिए जीवन में सबसे अहम चीज़ संतुलन है। हार हो या जीत वे (रोहित) किसी भी परिस्थिति में एक जैसा ही रहते हैं, जो एक ऐसी खूबी है जो हर खिलाड़ी में होनी चाहिए। मैं बतौर कप्तान उनके पदचिन्हों पर ही चलने की कोशिश करता हूं क्योंकि वह हालिया समय में एक कप्तान के रूप में काफ़ी सफल रहे हैं। मैं जब मैदान में होता हूं तो उनके बॉडी लैंग्वेज को देखता हूं, वो दबाव की परिस्थिति में भी कैसे अपना संयम नहीं खोते, कैसे वो गेंदबाज़ों से बात करते हैं। मैदान के अंदर और बाहर वह कैसे हर किसी से बात करते हैं।"
"एक कप्तान से आप यही उम्मीद करते हैं कि वो आपको सहज महसूस कराने के लिए आपके साथ समय बिताए, मैं भी वैसा ही करने का प्रयास करता हूं। जब मैं मैदान में नहीं होता तब अपनी टीम के साथियों के साथ समय बिताता हूं, उनके साथ खाना खाता हूं, घूमता हूं। अगर आप अपनी टीम के साथ से सम्मान पाना चाहते हैं और चाहते हैं कि वे मैदान पर अच्छा प्रदर्शन करें तो एक कप्तान के तौर पर आपको यह सब करना होगा।"
''युवा खिलाड़ियों ने मेरा काम आसान कर दिया है'' - सूर्यकुमार
साउथ अफ़्रीका के ख़िलाफ़ श्रृंखला के लिए भारतीय दल में तीन अनकैप्ड खिलाड़ियों (रमनदीप सिंह, यश दयाल और विजयकुमार वैशाख) शामिल किया गया है। कुछ ऐसे भी खिलाड़ी हैं जिन्हें या तो अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर उतना अनुभव नहीं है या फिर वे भारतीय दल में वापसी की राह देख रहे हैं। तिलक वर्मा उन्हीं खिलाड़ियों में से एक हैं।
हालांकि सूर्यकुमार ने कहा कि युवा खिलाड़ियों को मैनेज करना उतना मुश्किल नहीं है क्योंकि वे IPL और अपने राज्य की टीमों के लिए पहले से ही बेहतर प्रदर्शन करते आए हैं।
सूर्यकुमार ने कहा, "अगर आपने पिछली दो तीन सीरीज़ देखी हो तो युवा खिलाड़ियों ने मेरा काम आसान कर दिया है। मैंने उन्हें टीम को ख़ुद से आगे रखने के लिए कहा है और जो भी निर्णय वे लेते हैं हम उनका साथ देते हैं। हर किसी को पता है कि उसे क्या करना है। जिस तरह की क्रिकेट वो अपने राज्य और फ़्रैंचाइज़ी के लिए खेलते हैं उन्हें वैसी ही क्रिकेट उन्हें यहां खेलना है।"
सूर्यकुमार ने साउथ अफ़्रीका की उछाल भरी परिस्थितियों में भारतीय बल्लेबाज़ी को आने वाली संभावित मुश्किल के दावों को भी यह कहते हुए ख़ारिज कर दिया कि भारतीय टीम घर पर भी ऐसी परिस्थितियों में खेलती है। साउथ अफ़्रीका में भारत ने नौ में से छह T20I जीते हैं जबकि तीन में उसे हार मिली है।
"हम भारत में भी उछाल भरी विकेट पर खेलते हैं। तो यह हमारे लिए नया नहीं है। और हमने पिछले साल भी यहां खेला था। हमें पता है कि यहां कैसी परिस्थितियां रहने वाली हैं। हमारे पास गेम प्लान है और हम इस सीरीज़ के लिए भी काफ़ी उत्सुक हैं।"