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गुजरात की तेज़ गेंदबाज़ी चौकड़ी का हथियार है शार्ट गेंद

कोलकाता के ख़िलाफ़ मैच में आठ में से पांच विकेट शॉर्ट गेंदों पर आए

गुजरात टाइटंस के ख़िलाफ़ मैच में आंद्रे रसल ने 25 गेंदों में 48 रन बनाए। हालांकि उन्हें भी गुजरात के तेज़ गेंदबाज़ों की तेज़ और आग उगलती शॉर्ट गेंदबाज़ी का सामना करना पड़ा। उनके ख़िलाफ़ शॉर्ट गेंद से शुरुआत हुई और अंत भी शॉर्ट गेंद से हुआ। रसल ने इसका डट कर सामना किया, जो कोलकाता नाइट राइडर्स के उनके अन्य साथी बल्लेबाज़ नहीं कर पाए।
गुजरात की तेज़ गेंदबाज़ी इस सीज़न में सनराइज़र्स हैदराबाद के बाद सबसे बेहतरीन रही है। पावरप्ले और डेथ में इस टीम के गेंदबाज़ सबसे किफ़ायती में से एक रहे हैं। शनिवार को उन्होंने दिखाया कि वे सबसे चालक भी हैं। रसल के अंतिम ओवर ने दिखाया कि उन्हें कैसी गेंदबाज़ी करनी है। गेंद पिच से असमतल उछाल ले रही थी और थोड़ा रुककर भी आ रही थी। इससे बल्लेबाज़ को टाइमिंग करने में दिक़्क़त हो रही थी। रसल ने अधिकतर शॉर्ट या शॉर्ट-ऑफ़-लेंथ से गेंदबाज़ी की और एक ही ओवर में चार विकेट लिए।
इस ओवर के कुछ ही मिनट बाद गुजरात के गेंदबाज़ एक स्पष्ट योजना के साथ उतरे कि उन्हें भी तेज़ और शॉर्ट गेंदबाज़ी करनी है। कोलकाता के कुछ बल्लेबाज़ जैसे नितीश राणा और सुनील नारायण का शार्ट गेंदों के ख़िलाफ़ पहले भी रिकॉर्ड अच्छा नहीं रहा है। मोहम्मद शमी, यश दयाल, लॉकी फ़र्ग्युसन और अल्ज़ारी जोसेफ़ की तेज़ गेंदबाज़ी चौकड़ी ने इसी का फ़ायदा उठाया।
शमी ने पहले फ़ुल या गुड लेंथ से गेंदबाज़ी की शुरुआत की लेकिन फिर छोटी गेंद कर सैम बिलिंग्स को पवेलियन भेज दिया। दूसरे छोर से नारायण ने चौके से शुरुआत की लेकिन दयाल की एक छोटी गेंद को पुल करने के चक्कर में मिसटाइम कर गए। हालांकि गेंद मिडविकेट से थोड़ा पहले गिर गई। इसके बाद शमी ने अगले ही ओवर में बैक ऑफ़ लेंथ गेंद कर नारायण को चलता कर दिया।
इसके बाद हार्दिक पंड्या, फ़र्ग्युसन को लाए। उन्होंने यॉर्कर से शुरुआत तो कि लेकिन फिर 149 किमी/घंटे की रफ़्तार से शॉर्ट-ऑफ़-लेंथ गेंद कर नितीश को पवेलियन भेज दिया। नितीश इस गेंद पर बस बाहरी किनारा ही लगा पाए और कीपर को कैच दे बैठे। कोलकाता का स्कोर अब पांच ओवर में 16 रन पर तीन विकेट था।
पावरप्ले के बाद दयाल ने अपना छोर बदला। बाएं हाथ के इस तेज़ गेंदबाज़ ने कोलकाता के कप्तान श्रेयस अय्यर को कोण से बाहर निकलती एक शॉर्ट-ऑफ़-लेंथ गेंद की और वह भी केवल बाहरी किनारा ही लगा पाए और कीपर को कैच दे बैठे। दयाल ने एक शार्ट गेंद करके रसल को भी चलता कर दिया था लेकिन वह गेंद नो बॉल थी। अगर यह सही गेंद होती तो कोलकाता का स्कोर उस समय 83 रन पर छह विकेट होता और मैच लगभग समाप्त हो जाता।
मैच के बाद कोलकाता के कोच ब्रेंडन मैक्कलम ने स्वीकार किया कि उनके बल्लेबाज़ों को इस तरह की तेज़ बाउंस गेंद खेलने के लिए कुछ तकनीकी सुधार की ज़रूरत है। उन्होंने कहा, "गुजरात के गेंदबाज़ों ने हमारे बल्लेबाज़ों के कंधों पर तेज़ शार्ट गेंद कर आक्रमण किया। दुर्भाग्य से हम उसका सामना नहीं कर सकें। बाउंसर आपका दोस्त और दुश्मन दोनों हो सकता है, यह आप पर निर्भर करता है कि आप उससे कैसे लड़ते हैं। हमें इस तेज़ी का इस्तेमाल कर इससे लड़ने का उपाय ढूंढ़ना होगा।"

विशाल दीक्षित ESPNcricinfo में असिस्टेंट एडिटर हैं