मैच (7)
आईपीएल (2)
Pakistan vs New Zealand (1)
WT20 Qualifier (4)
ख़बरें

अधिकतम चार खिलाड़ियों को रिटेन कर सकेंगी पुरानी आईपीएल टीमें

नई टीमों को बड़ी नीलामी से पहले अधिकतम तीन खिलाड़ियों को जोड़ने की छूट

इस बार नहीं होगा राइट टू मैच कार्ड  •  BCCI

इस बार नहीं होगा राइट टू मैच कार्ड  •  BCCI

अगले साल आईपीएल की बड़ी नीलामी से पहले पुरानी आठ इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) टीमों को अधिकतम चार खिलाड़ियों को बरक़रार रखने (रिटेन करने) की अनुमति होगी। वहीं दो नई टीमों को तीन खिलाड़ियों को जोड़ने की छूट होगी।
आईपीएल 2022 की इस बड़ी नीलामी का कोई तारीख़ नहीं आई है। इस नीलामी के लिए सभी टीमों के पास लगभग 90 करोड़ रुपए का पर्स होगा, जो कि 2021 की नीलामी के 85 करोड़ से कुछ अधिक है।
ईएसपीएनक्रिकइंफ़ो समझता है कि टीमों को यह छूट होगी कि वह अधिकतम तीन भारतीय खिलाड़ियों को रिटेन करना चाहते हैं। उसी हिसाब से ही अलग-अलग टीमों के लिए रिटेन होने वाले विदेशी खिलाड़ियों की संख्या एक या दो निर्धारित होगी। 2018 की बड़ी नीलामी की तरह इस बार आईपीएल टीमों के पास राइट टू मैच कार्ड नहीं होगा, जिसका प्रयोग करके कोई भी टीम अपने पुराने खिलाड़ियों को नीलामी के बाद भी प्राप्त कर सकती थी।
आईपीएल गवर्निंग कॉउंसिल ने इस सप्ताह इन नियमों को फ़्रेंचाइज़ी टीमों के सामने स्पष्ट किया। रिटेन होने वाले तीन भारतीय खिलाड़ियों में वे खिलाड़ी भी हो सकते हैं, जिन्होंने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कभी भी भारत के लिए नहीं खेला हो।
लखनऊ और अहमदाबाद की नई फ़्रेंचाइज़ी को दो भारतीय और एक विदेशी खिलाड़ी साथ जोड़ने की छूट होगी, बशर्ते वे खिलाड़ी किसी दूसरे आईपीएल टीम के द्वारा रिटेन नहीं किए गए हों।
यह खिलाड़ियों पर भी निर्भर करेगा कि वह अपनी टीम के द्वारा रिटेन होना चाहते हैं या नहीं। अगर कोई खिलाड़ी नीलामी के लिए जाना चाहता है तो उन्हें छूट होगी। हालांकि अभी भी आईपीएल को रिटेनशिप नियमों की घोषणा करनी है, लेकिन समझा जा रहा है कि रिटेन होने वाले खिलाड़ियों के नाम देने की समय सीमा इसी महीने के अंत तक होगी। रिटेन हुए खिलाड़ियों पर एक अधिकतम सीमा तक ही पैसे ख़र्च किए जा सकते हैं, जिसका निर्धारण अभी आईपीएल को करना है। रिटेन किए गए खिलाड़ियों पर ख़र्च किए गए पैसे बड़ी नीलामी से पहले टीमों के पर्स से काट लिए जाएंगे।
जब 2018 में बड़ी नीलामी हुई थी तब टीमों को पर्स में 80 करोड़ रुपए दिए गए थे, इसमें से टीमें अधिकतम 33 करोड़ रुपए ही टीमें रिटेन किए गए खिलाड़ियों पर ख़र्च कर सकती थी। उस समय रिटेनशिप और राइट टू मैच कार्ड द्वारा अधिकतम पांच खिलाड़ियों को वापस रखा जा सकता था।

नागराज गोलापुड़ी ESPNcricinfo के न्यूज़ एडिटर हैं, अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी के दया सागर ने किया है