मैच (30)
IPL (3)
त्रिकोणीय वनडे सीरीज़, श्रीलंका (1)
विश्व कप लीग 2 (1)
County DIV1 (3)
County DIV2 (4)
Women's One-Day Cup (4)
HKG T20 (1)
T20 Women’s County Cup (13)
फ़ीचर्स

RR vs GT मैच रिपोर्ट कार्ड : राजस्थान को क़रारी शिकस्त देकर गुजरात शीर्ष पर

राजस्थान हर क्षेत्र में गुजरात के सामने पस्त हो गई

Wriddhiman Saha finally found some form, Rajasthan Royals vs Gujarat Titans, IPL 2023, Jaipur, May 5, 2023

गुजरात की सलामी जोड़ी ने इस सीज़न में पहली बार अर्धशतकीय साझेदारी की  •  Associated Press

पिछले मैच में जब राजस्थान ने गुजरात पर जीत हासिल की थी तब शिमरॉन हेटमायर ने इसे बदले का मुक़ाबला क़रार दिया था। हालांकि कौन उस समय यह सोच सकता था कि पिछले सीज़न की उपविजेता को इसी सीज़न के अगले मुक़ाबले में एकतरफ़ा हार नसीब होगी। इस मुक़ाबले में दोनों टीमों के अलग-अलग क्षेत्रों में सिलसिलेवार ढंग से नज़र डालते हैं।
बल्लेबाज़ी
राजस्थान (C) - राजस्थान की शुरुआत उम्मीदों के अनुरूप नहीं रही। दूसरे ओवर में ही जॉस बटलर आउट हो गए। हालांकि इसके बाद यशस्वी जायसवाल और कप्तान संजू सैमसन ने पारी की रफ़्तार को बढ़ाते हुए कुछ अच्छे शॉट्स खेले लेकिन एक दुर्भाग्यपूर्ण रन आउट के चलते पहले यशस्वी आउट हुए और उसके बाद गेंद संजू के बल्ले का टॉप एज लेकर कप्तान हार्दिक पंड्या के हाथों में समा गई। इसके बाद राजस्थान के विकेटों की झड़ी लगी और 10 ओवर के अंदर ही आधी टीम पवेलियन लौट गई। मध्य ओवरों में भी राजस्थान संघर्ष नहीं कर पाई और पूरी टीम 18 ओवर भी नहीं खेल पाई।
गुजरात (A+) - गुजरात एक आसान से स्कोर का पीछा करने उतरी ज़रूर थी लेकिन यह जीत इतनी आसान प्रतीत नहीं होती अगर ऋद्धिमान साहा और शुभमन गिल ने सूझबूझ भरी बल्लेबाज़ी नहीं की होती। दोनों बल्लेबाज़ों ने पहली बार इस सीज़न में न सिर्फ़ पहली बार अर्धशतकीय साझेदारी की बल्कि बहुत जल्दी राजस्थान को मैच से बाहर कर दिया।
गेंदबाज़ी
राजस्थान (C) - एक छोटे लक्ष्य का बचाव करने उतरे राजस्थान के गेंदबाज़ों के पास करने के लिए अधिक कुछ नहीं था लेकिन गुजरात के बल्लेबाज़ों पर वह एक क्षण के लिए भी दबाव नहीं बना पाए। पहला विकेट भी 10वें ओवर में हासिल हुआ लेकिन तब तक मैच पूरी तरह से गुजरात के कब्ज़ें में जा चुका था।
गुजरात (A+) - पावरप्ले में गुजरात ने दो विकेट ज़रूर झटके लेकिन इसमें से एक विकेट संजू और यशस्वी के बीच तालमेल की गड़बड़ी की चलते आया। हालांकि इसके बाद गुजरात राजस्थान पर हावी हो गई और राशिद ख़ान के दो विकेटों में पहले अश्विन और फिर रियान पराग को चलता किया। वहीं जोश लिटिल ने लय में लग रहे कप्तान संजू का अहम विकेट निकाला। इसके बाद गुजरात ने राजस्थान के ऊपर अपनी पकड़ को ढीला नहीं पड़ने दिया और मध्य ओवरों में राशिद और नूर अहमद राजस्थान के ऊपर पूरी तरह से हावी हो गए। हालांकि बतौर बल्लेबाज़ बोल्ट ने संघर्ष करने का प्रयास ज़रूर किया लेकिन मोहम्मद शमी ने उनकी पारी पर भी विराम लगा दिया।
क्षेत्ररक्षण
राजस्थान (B) - गुजरात के बल्लेबाज़ इस क़दर हावी थे कि गेंदबाज़ों की तरह ही राजस्थान के फ़ील्डरों के पास करने के लिए कुछ नहीं था। हालांकि दूसरे ओवर में तीस गज़ के दायरे में राजस्थान के फ़ील्डर शुभमन गिल को बांधने में क़ामयाब हुए लेकिन यह भी एक अल्पविराम ही साबित हुआ।
गुजरात (A) - क्षेत्ररक्षण में गुजरात ने कोई बड़ी ग़लती नहीं की। गुजरात के फ़ील्डरों ने कैच भी लपके और अगर बीच में मिसफ़ील्ड हुआ भी तब उस गेंद पर भी नॉन स्ट्राइकर एंड पर यशस्वी का रन आउट के रूप में विकेट मिल गया। हालांकि 13वें ओवर में राहुल तेवतिया ने पहली स्लिप में ध्रुव जुरेल का कैच ज़रूर छोड़ा लेकिन अभिनव मनोहर के सटीक निशाने ने अंतिम सांसें गिन रही राजस्थान की पारी को कम स्कोर पर समेट दिया।
रणनीति
राजस्थान (B+) - पहले बल्लेबाज़ी करते समय छह बल्लेबाज़ और पांच गेंदबाज़ों के साथ जाने का निर्णय लेना थोड़ा समझ के परे था। इसका परिणाम यह हुआ कि रियान पराग को इंपैक्ट प्लेयर के तौर पर दस ओवर के भीतर ही इस्तेमाल करना पड़ गया। पारी की शुरुआत में बटलर और यशस्वी ने स्विंग को काटने के लिए चहलकदमी ख़ूब की। हालांकि इसमें उन्हें सफलता मिलती हुई दिखाई दी लेकिन चहलकदमी का अधिक उपयोग किया संजू सैमसन ने लेकिन शफल करना उन्हें भी भारी पड़ गया।
गुजरात (A+) - गुजरात शुरू से ही राजस्थान पर हर तरह से हावी रही। गिल को इंपैक्ट प्लेयर विकल्प के तौर पर रखकर हार्दिक ने अपने पत्ते पहले ही खोल दिए थे लेकिन गिल की उंगली में लगी चोट भी राजस्थान को फ़ायदा नहीं पहुंच पाई। शुरुआत में जब राजस्थान के सैमसन और यशस्वी को जोड़ी ने रफ़्तार बढ़ाई तब हार्दिक ने पावरप्ले में ही राशिद को लाने में देरी नहीं की और एक बार राजस्थान को बैकफ़ुट पर धकेलने के बाद गेंदबाज़ों को रोटेट किया। मिडिल ओवर्स की ज़िम्मेदारी उन्होंने राशिद और नूर को सौंपी और इसमें वह सफल साबित हुए। बल्लेबाज़ी में भी एक छोटी चेज़ में आक्रामक रुख़ अपनाया जोकि सही साबित हुआ।