पाकिस्तान सुपर लीग (पीएसएल) पहली ऐसी टी20 लीग बनने की ओर है जहां उसका टकराव आईपीएल के साथ होगा। वहीं पिछले 30 सालों में पहली बार पाकिस्तान किसी
आईसीसी टूर्नामेंट (चैंपियंस ट्रॉफ़ी 2025) की मेज़बानी करेगा।
इसका ये भी मतलब है कि पीसीबी पीएसएल के 10वें सीज़न को कराने के लिए मार्च और मई के बीच की विंडो देखेगा। वहीं अंतर्राष्ट्रीय कैलेंडर के मुताबिक आईपीएल हर साल मार्च के पहले सप्ताह में होता है और जून की शुरुआत तक चलता है।
2009 से पाकिस्तान ने अब तक सभी एफ़टीपी चक्रों में कई बडे़ देशों की मेज़बानी नहीं की थी, लेकिन इस चक्र में उन्हें भरपूर घरेलू सीज़न मिला है। हालांकि भारत राजनैतिक मतभेदों की वजह से पाकिस्तान का दौरा नहीं करेगा लेकिन 2023 से 2027 के बीच के चक्र में लगभग सभी बडे़ देश पाकिस्तान का दौरा करेंगे। पाकिस्तान 27 में से 13 टेस्ट, 47 में से 26 वनडे और 56 में से 27 टी20 घर पर खेलेगा।
2009 में श्रीलंका की टीम पर हमला होने के बाद 2016 तक पाकिस्तान घर पर सीरीज़ आयोजित नहीं कर सका था। इसकी शुरुआत 2017 से हो सकी जब पीसीबी और पाकिस्तान सरकार ने टीमों को सुरक्षा का भरोसा दिलाया। पाकिस्तान ने पिछले तीन सालों में लगभग सभी देशों की सफलतापूर्वक मेज़बानी की है।
2025 में पीएसएल जहां आईपीएल से टकराएगा तो 2026 में अगला सीज़न सात महीनों से भी कम समय में आयोजित होगा। 2027 में 12वां सीज़न दोबारा से अपने पुराने समय जनवरी-फ़रवरी में आयोजित होगा।
पीसीबी के सीईओ फ़ैज़ल हसनैन ने कहा, "2023 से 2027 तक हमारा व्यस्त कार्यक्रम है और हमें खिलाड़ियों के वर्कलोड का भी ध्यान रखना है। हमने सभी तीन प्रारूपों में एक उपयुक्त संतुलन खोजने की भी कोशिश की है ताकि इन तीनों का महत्व बना रहे। मुझे पूरा विश्वास है कि हमारे क्रिकेट प्रशंसक बांग्लादेश, इंग्लैंड, न्यूज़ीलैंड, साउथ अफ़्रीका, श्रीलंका और वेस्टइंडीज़ से मैचों का लुत्फ उठा पाएंगे जो आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के तहत टेस्ट खेलने यहां आएंगे। साथ ही अफ़ग़ानिस्तान, ऑस्ट्रेलिया, आयरलैंड और ज़िम्बाब्वे भी सफे़द गेंद क्रिकेट का दौरा करने के लिए यहां आएंगे। चार सालों में 12 में से 10 आईसीसी के फुल मेंबर देश यहां खेलेंगे।"
पीसीबी साउथ अफ़्रीका और न्यूज़ीलैंड के साथ फ़रवरी 2025 में और इंग्लैंड और श्रीलंका के साथ 2026 में दो त्रिकोणीय सीरीज़ को लेकर भी आगे देख रहा है।
हसनैन ने आगे कहा, "हम कोशिश कर रहे हैं कि आईसीसी के बड़े टूर्नामेंट से पहले खिलाड़ियों को सही तैयारी करने का मौक़ा मिले। हम इस तरह से अंतर्राष्ट्रीय मैचों को कराएंगे जिससे आईसीसी टूर्नामेंट की तैयारी हो सके।"