रोहित: केपटाउन में मिली जीत बहुत ही ज़्यादा ख़ास है
भारतीय कप्तान ने बुमराह और सिराज की जम कर तारीफ़ की
ESPNcricinfo स्टाफ़
05-Jan-2024
रोहित शर्मा ने केपटाउन में भारतीय टीम को मिली जीत की तुलना 2020-21 में गाबा टेस्ट में मिली जीत के साथ की है। ब्रिसबेन में मिली उस जीत के कारण भारत ने अविश्वसनीय तरीक़े से ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज़ जीती थी और इस टेस्ट में मिली जीत के कारण भारत दो मैचों की इस टेस्ट सीरीज़ को ड्रॉ करने में सफल रहा।
केवल पांच सत्रों में भारत को सात विकेट से मिली जीत के बाद रोहित ने कहा, "यह हमारी सर्वश्रेष्ठ टेस्ट मैच जीत में से एक है। केपटाउन में (पहले) कोई भी टेस्ट नहीं जीत पाने के कारण, अन्य टेस्ट जीत की तुलना में यह काफ़ी ख़ास है। ऐसे तो हर टेस्ट मैच का अपना अलग महत्व होता है और उनकी तुलना करना भी काफ़ी कठिन है। गाबा में भी हमने जो टेस्ट मैच जीता था, वह भी काफ़ी ख़ास था। उस मैदान पर उससे पहले ऑस्ट्रेलिया को हरा पाना काफ़ी कठिन था। वहां उन्हें आख़िरी बार 1988 में किसी टेस्ट में पराजय मिली थी। लगभग 23, 24 साल [32 साल] बाद हमने वहां टेस्ट मैच जीता था। एक तरह से यह उनका अभेद्य किला बन गया था, जहां ऑस्ट्रेलिया की टीम कभी टेस्ट मैच हारती ही नहीं थी।
"और जिस तरह से हमने वह टेस्ट मैच जीता वह काफ़ी महत्वपूर्ण था। उस सीरीज़ में हम 0-1 से पीछे चल रहे थे। इसके बाद हम मेलबर्न में जीते और फिर हमने सिडनी में टेस्ट मैच ड्रा कराया। फिर अंत में ब्रिस्बेन में जीत हासिल की। यह ज़रूर है कि हम टेस्ट जीत की रैंकिंग नहीं कर सकते लेकिन केपटाउन में मिली जीत बहुत ही ज़्यादा ख़ास है, क्योंकि इससे पहले हमने कभी भी यहां पर कोई टेस्ट मैच नहीं जीता था।
रोहित ने परिस्थितियों को परखने और फिर अपने गेम प्लान पर टिके रहने के महत्व के बारे में भी बात की। उन्होंने कहा, "हमें पता था कि यह बड़े स्कोर वाला मैच नहीं होगा। इसी कारण से हम अपनी गेंदबाज़ी में अनुशासित रहना चाह रहे थे। हम ज़्यादा प्रयोग नहीं करते हुए, चीज़ों को आसान रखने का प्रयास कर रहे थे। एक बार जब हमने उन्हें 55 रन पर ऑलआउट कर दिया, तो हमने बल्लेबाज़ों से बात की और उन्हें बताया कि हमें इस मैच में छोटे-छोटे योगदान की ज़रूरत है। ईमानदारी से कहूं तो शीर्ष चार या पांच बल्लेबाज़ों ने काफ़ी धैर्य दिखाया। हम जानते थे कि यहां पहली पारी की बढ़त महत्वपूर्ण होने वाली थी।
शून्य के स्कोर पर छह विकेट गंवाने के बारे में रोहित ने कहा, "मैंने कभी नहीं सोचा था कि हम बिना किसी रन के छह विकेट खो देंगे। यह थोड़ा निराशाजनक था लेकिन क्रिकेट में ऐसा होता रहता है। हालांकि जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज ने हमारी गेंदबाज़ी आक्रमण का बेहतरीन नेतृत्व किया। उन्होंने गेंद को सही क्षेत्र में डाला और पिच को बाक़ी काम करने दिया और उन्हें इसका इनाम भी मिला।"
उस पिच पर कोई भी लक्ष्य 'चुनौतीपूर्ण' था
जब दूसरे दिन के खेल की शुरुआत हुई तो भारत साउथ अफ़्रीका से 36 रन आगे था। इसके अलावा मेज़बान टीम के तीन विकेट भी गिर चुके थे। ऐसे में यह ज़रूरी था कि दूसरे दिन भी भारत दबाव बनाए रखे। रोहित ने कहा, "उस पिच पर कोई भी स्कोर बनाना चुनौतीपूर्ण था। यशस्वी जयसवाल ने काफ़ी खुलकर खेला। हमने इस बारे में चर्चा भी की थी कि अगर गेंद हमारे पाले में रही तो हमें अपने शॉट खेलने हैं।"
"जब हम आज मैदान पर आए तो हमें पता था कि अगर हमने अच्छा प्रदर्शन नहीं किया तो साउथ अफ़्रीका की टीम अच्छे स्कोर तक पहुंच सकती है। हालांकि हमने अच्छी शुरुआत की और हमें पहले ही ओवर में विकेट मिल गया। इसके बाद हमारे पास एडन मारक्रम के ख़िलाफ़ कुछ प्लान थे लेकिन उन्होंने शानदार पारी खेली।"
बुमराह के बारे में रोहित ने कहा, "हम बुमराह के क्लास को जानते हैं। हमें पता है कि वह टीम में किस प्रकार की गुणवत्ता लेकर आते हैं। उन्होंने छह विकेट हासिल करते हुए, हमें मैच में आगे रखने का काम किया।"