इंग्लैंड की जीत में सैम करन के प्रदर्शन को नहीं भुलाया जा सकता
बेन स्टोक्स की ज़िंदादिली पारी पर भी करन पड़े भारी
ऐलेक्स मैल्कम
13-Nov-2022
सैम करन प्लेयर ऑफ़ द टूर्नामेंट बनने के हक़दार थे • AFP/Getty Images
डेथ ओवरों में गेंदबाज़ी हमेशा से टी20 विश्व कपों में इंग्लैंड की समस्या रही थी। बेन स्टोक्स 2016 में कार्लोस ब्रैथवेट को नहीं रोक सके थे। 2021 में क्रिस जॉर्डन, आदिल रशीद और क्रिस वोक्स ने तीन ओवरों में 57 रन लुटाए और न्यूज़ीलैंड को छह गेंद रहते फ़ाइनल का टिकट थमा दिया था।
सैम करन स्काई स्पोर्ट्स पर एक जानकार के तौर पर सेमीफ़ाइनल के समय काम कर रहे थे और वह एमसीजी के बीच में खड़े थे जहां उन्हें इंग्लैंड की डेथ ओवर गेंदबाज़ी का जवाब देना था और देखिए अब वह फ़ाइनल में पाकिस्तान के ख़िलाफ़ 12 रन देकर तीन विकेट लेकर प्लेयर ऑफ़ द मैच भी बने और प्लेयर ऑफ़ द टूर्नामेंट भी।
करन ने पुरस्कार समारोह में कहा, "मेरे पास अभी कुछ शब्द नहीं हैं।"
उन्होंने कहा, "इस टूर्नामेंट में आते हुए मैं परिस्थिति के साथ अनुकूल होना चाहता था। मैंने वाकई अपने करियर में डेथ ओवरों में इतनी गेंदबाज़ी नहीं की थी और यही एरियर था जहां पर मैं हमेशा काम करना चाहता था।"
जबकि वह अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए शब्दों को खोजने के लिए लड़खड़ाते दिखे लेकिन इस पूरे टूर्नामेंट में किसी भी स्तर पर वह कभी नहीं डगमगाए।
उनके सुनहरे बालों के अलावा कुछ भी उनके बारे में ख़ास नहीं था। ना तो उनके पास गति है ना ही इतनी हाइट और ना ही एक ख़तरनाक ऐक्शन। उनकी धीमी गति की गेंदें ज़रूर प्रभावित करने वाली हैं और यही वह चीज़ है जो उनको मैच के बीच में रखती है।
परिणाम के स्वरुप बल्लेबाज़ उन पर आक्रमण करने जाते हैं लेकिन क़ामयाब नहीं हो पाते हैं।
पाकिस्तान चार ओवर शेष रहते अच्छे स्थान पर थी, 119 रनों पर चार विकेट और शान मसूद और शादाब ख़ान के बीच अच्छी साझेदारी हो चुकी थी।
करन ने पहले ही शुरुआत में पाकिस्तान को झटके दिए थे, जब उन्होंने अपने पहले दो ओवरों में केवल पांच रन देते हुए एक विकेट लिया था, जिसमें मोहम्मद रिज़वान का बड़ा विकेट शामिल था।
उन्होंने अपने पहले दो ओवरों में दिखाया कि उनके पास किस तरह का दिमाग़ है। उस समय जब क्रिस वोक्स अपनी आठ धीमी गति की गेंद पर 15 रन लुटा चुके थे। यह परिस्थितियां करन के साथ थी जहां पर बिना किसी गति में बदलाव के बिना सीम के साथ लेंथ पर गेंद डालनी थी।
जब वह आख़िरी चार ओवरों में अपने दो बचे ओवर करने आए तो उन्होंने केवल 10 रन दिए और जहां पाकिस्तान के बल्लेबाज़ मुश्किल पिच पर 160 के स्कोर की ओर देख रहे थे वहां तक नहीं पहुंच पाए।
करन ने 12 गेंद में सात रन देते हुए दो विकेट लिए और विश्व कप फ़ाइनल में कुल 12 रन देकर तीन विकेट लिए जहां 15 डॉट बॉल उन्होंने की और केवल अकेले ऐसे गेंदबाज़ दोनों टीम में रहे जिन पर कोई भी बाउंड्री नहीं लग सकी। यह उनकी मास्टरक्लास का एक बेहतरीन उदाहरण था, वह केवल साधारण से प्लान के पास पाकिस्तान के बल्लेबाज़ों को लंबी बाउंड्री पर हिट करने के लिए मज़बूर कर रहे थे। यही वजह थी कि मसूद और मोहम्मद नवाज़ दोनों डीप मिडविकेट पर लपके गए।
पाकिस्तान के आठ विकेट 137 रनों पर गिर चुके थे लेकिन यह इसीलिए अहम है कि अगर इंग्लैंड को और 10 रन बनाते होते तो हो सकता था कि वह उस स्कोर तक नहीं पहुंच पाते, इसी वजह से करन का यह प्रदर्शन अहम था। मसूद भी इस बात को अच्छे से समझते हैं।
उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि करन अपनी शीर्ष फ़ॉर्म में थे। वह ऐसे खिलाड़ी हैं जिनकी इस प्रारूप में मांग रहती है। वह एक ऑलराउंडर हैं। वह बेहद ही शानदार हैं और मुझे लगता है कि बहुत ही चतुर भी हैं। वह बेहद अंत तक बल्लेबाज़ों को देखते हैं।"
"वह केवल एक ही लेंथ पर गेंदबाज़ी नहीं करते हैं। वह अच्छी यॉर्कर भी कर सकते हैं। उनके पास अच्छी बंपर है। वह कटर भी डालते हैं और उनकी लेंथ बॉल भी मुश्किल होते हैं। जब आप उनके कद को देखकर उन पर आक्रमण करना चाहते हो तो वह दिखाते हैं कि वह क्या कर सकते हैं और मुझे लगता है कि इस टूर्नामेंट में वह शानदार रहे हैं।"
करन का सुधार इस कैलेंडर ईयर में शानदार रहा है। उन्होंने 2022 में कुल 109 टी20 खेले हैं और 8.62 की इकॉनमी से रन दिए हैं और प्रति 19.6 गेंद में एक बाउंड्री खाई है। इस साल 36 मैचों में उन्होंने अब 7.86 की इकॉनमी से रन दिए हैं और प्रति 14.9 गेंद में बाउंड्री दी है। इस विश्व कप में उन्होंने डेथ ओवरों में 64 गेंद की हैं और 70 रन देते हुए नौ विकेट लिए हैं।
इंग्लैंड के कप्तान जॉस बटलर भी चाहते थे कि करन डेथ में गेंदबाज़ी करें।
बटलर ने कहा, "सैम करन ने कदम आगे बढ़ाए और शानदार काम किया। वह एक शानदार क्रिकेटर हैं, वह इन मुश्किल परिस्थितियों को पसंद करते हैं और वह प्लेयर ऑफ़ द टूर्नामेंट बनने के हक़दार हैं।"
उन्होंने कहा, "वह शानदार खिलाड़ी हैं। वह लगातार बेहतर होते जा रहे हैं और देखिए अभी वह युवा हैं, लेकिन उनके कंधों पर अभी भी ज़िम्मेदारी है और वह बस गेंद करना चाहते हैं। आप बस कहो और वह तैयार हो जाते हैं और वह ख़ुद भी कह देते हैं कि हां मैं गेंद करना चाहता हूं। मैं उनके लिए बहुत ख़ुश हूं, उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया है और वह उसके हक़दार भी हैं।"
भले ही इंग्लैंड की इस जीत में बेन स्टोक्स सुपरमैन साबित हुए हों, लेकिन करन के प्रदर्शन को दरकिनार नहीं किया जा सकता है।
ऐलेक्स मैल्कम ESPNcricinfo में ऐसोसिएट एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी में सीनियर सब एडिटर निखिल शर्मा ने किया है।