तमीम इक़बाल के अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट संन्यास लेने के बावजूद बीसीबी अध्यक्ष नाज़मुल हसन उम्मीद कर रहे हैं कि वह अपना मन बदलते हुए
संन्यास के फ़ैसले को वापस ले लेंगे। बांग्लादेश टीम प्रबंधन यह चाह रही है कि तमीम वनडे विश्व कप खेलें।
हसन बीसीबी की आपातकालीन बैठक के बाद ढाका में आधी रात को प्रेस कॉन्फ़्रेंस को संबोधित कर रहे थे, जहां उन्होंने कहा कि उन्होंने तमीम से संपर्क किया है, लेकिन अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है। उन्होंने कहा, "मैंने उनके भाई नफ़ीस से कहा कि उन्हें कम से कम इस सीरीज (अफ़ग़ानिस्तान के ख़िलाफ़) में टीम की कप्तानी करनी चाहिए। हम सीरीज़ के बाद सभी विषयों पर चर्चा करेंगे। एक महान क्रिकेटर को ऐसा निर्णय नहीं लेना चाहिए। वह टीम के एक महत्वपूर्ण सदस्य हैं। नफ़ीस ने कहा कि उन्होंने हमारा संदेश तमीम को दे दिया है, लेकिन कोई जवाब नहीं आया। हमें उनके जवाब का इंतज़ार करना होगा, मुझे उम्मीद है कि वह मुझसे संपर्क करेंगे।"
"हमें वनडे टीम में उनकी ज़रूरत है। मैं उनके फै़सले का बदलने का इंतज़ार करूंगा। मैं अब भी कहूंगा कि हमें एशिया कप और विश्व कप टीमों में उनकी ज़रूरत है। हम उनका इंतज़ार करेंगे। मैंने ऐसे फै़सले की उम्मीद नहीं की थी। उन्होंने मुझसे कहा था कि वह 2025 चैंपियंस ट्रॉफ़ी तक खेलना चाहते हैं। हमने उन्हें कप्तान बनाया।"
मैं यह जानना चाहता हूं कि सिर्फ़ 34 साल और 108 दिनों के उम्र में आपने क्रिकेट को अलविदा क्यों कहा? क्या आपके लिए आगे खेलना संभव नहीं था? क्या किसी तरह के दबाव ने आपको यह निर्णय लेने के लिए मजबूर किया? आपके कई प्रशंसक इनका जवाब मांग सकते हैं।"
मशरफ़े मुर्तजा, बांग्लादेश के पूर्व कप्तान
बुधवार को पहले वनडे से पहले बंगाली अख़बार प्रतिदिनेर बांग्लादेश ने बीसीबी अध्यक्ष का एक साक्षात्कार प्रकाशित किया था, जिन्होंने तमीम पर गैर पेशेवर होने का आरोप लगाया था। यह कप्तान के उस बयान का जवाब था जिसमें उन्होंने कहा था कि वह पूरी तरह से फ़िट नहीं होने के बावजूद अफ़ग़ानिस्तान के ख़िलाफ़ पहला वनडे खेलना चाहते हैं।.
"मैं हर बार ऐसा कुछ होने पर अपनी प्रतिक्रिया दूंगा। उन्होंने फ़िटनेस टेस्ट पास कर लिया था तो उसने मीडिया को क्यों बताया कि वह पूरी तरह से फ़िट नहीं है? अगर वह फ़िट नहीं थे तो उन्होंने फ़िटनेस टेस्ट कैसे पास कर लिया? अगर कोई समस्या होगी तो वह मुझे या फ़िजियो को बताएंगे। अचानक मीडिया में कहने का क्या उद्देश्य था? अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट इस तरह नहीं खेला जाता। हम इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे।"
"मैं उनकी सेवानिवृत्ति की घोषणा को स्वीकार नहीं करता। वह कप्तान हैं। हमारे सामने एशिया कप और विश्व कप है। यह कोई बुद्धिमानी भरा निर्णय नहीं है। ऐसा लगता है कि वह लंबे समय से इसके बारे में सोच रहे थे। ऐसा नहीं है कि यह अनायास लिया गया फ़ैसला है। यह उचित निर्णय नहीं है।"
प्रेस कॉन्फ़्रेंस में जब पूछा गया कि बीसीबी वरिष्ठ क्रिकेटरों के संन्यास के समय उनके प्रति सम्मान दिखाने में विफल रहा है, जैसे महमुदुल्लाह ने टेस्ट मैच के बीच में संन्यास ले लिया और मशरफ़े मुर्तजा ने कभी संन्यास की घोषणा नहीं की। हसन ने कहा, "मुझे कैसे सम्मान देना चाहिए? मुझे उनके लिए क्या करना होगा? अगर बांग्लादेशी क्रिकेटरों का सम्मान नहीं किया जाता है, तो किसका सम्मान किया जाता है?"
"यह मेरे लिए चौंकाने वाली बात है। मुझे नहीं पता कि उसने (तमीम) ऐसा क्यों किया। मैं नियमित रूप से क्रिकेटरों से बात करता हूं लेकिन अगर वे इस तरह का व्यवहार करते हैं, तो मुझे इस संस्कृति को रोकना होगा।"
हालांकि मशरफ़े ने तमीम के फै़सले का समर्थन किया है। साथ ही इस बात पर आश्चर्य भी जताया है कि तमीम को इतनी जल्दी निर्णय क्यों लेना पड़ा।
मशरफ़े ने एक फेसबुक पोस्ट में लिखा, "व्यक्तिगत रूप से, मैं आपके (तमीम के) फै़सले का 100% सम्मान करता हूं। तमीम आपका निर्णय निश्चित रूप से आपका ही है। इससे कोई फ़र्क़ नहीं पड़ता कि किसी को यह पसंद है या नहीं। दोनों तरफ़ से बहस होगी, लेकिन आपके लिए सबसे अच्छा क्या है, यह आपसे बेहतर कोई नहीं समझ पाएगा।"
"लेकिन मैं यह जानना चाहता हूं कि सिर्फ़ 34 साल और 108 दिनों के उम्र में आपने क्रिकेट को अलविदा क्यों कहा? क्या आपके लिए आगे खेलना संभव नहीं था? क्या किसी तरह के दबाव ने आपको यह निर्णय लेने के लिए मजबूर किया? आपके कई प्रशंसक इनका जवाब मांग सकते हैं।"