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ख़राब आउटफ़ील्ड, लचर ड्रेनेज व्यवस्था - ग्रेटर नोएडा की सबसे बड़ी समस्या

ख़राब आउटफ़ील्ड के कारण लगातार दूसरे दिन भी खेल शुरू नहीं हो पाया

A groundsman uses a fan to dry a patch of wet outfield, Afghanistan vs New Zealand, Only Test, 2nd day, Greater Noida, September 10, 2024

गीले मैदान को सुखाने के लिए पंखे का भी प्रयोग किया गया  •  AFP/Getty Images

अफ़ग़ानिस्तान क्रिकेट बोर्ड (ACB) ने अफ़ग़ानिस्तान और न्यूज़ीलैंड के बीच ग्रेटर नोएडा में चल रहे एकमात्र टेस्ट के दूसरे दिन भी ना शुरू होने का ठीकरा 'बारिश' पर फोड़ा है।
गीले मैदान के कारण दूसरे दिन का भी खेल रद्द होने के बाद पत्रकारों से बात करने आए ACB के अधिकारियों ने 10 मिनट के प्रेस कॉन्फ़्रेंस में लगभग 25 बार 'Rain' (बारिश) का ज़िक्र करते हुए बार-बार ज़ोर दिया कि यह मैदान और स्टेडियम अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट के मानकों पर पूरी तरह से 'फ़िट' बैठता है, लेकिन बेमौसम हुई अप्रत्याशित बारिश के कारण परिस्थितियां उनके नियंत्रण में नहीं रहीं।
ACB के अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट प्रबंधक मेहनाज़ुद्दीन राज़ ने कहा, "यह सारा मामला भारी बरसात का है। जब हमने इस मैच को यहां पर तय किया था तो स्थानीय लोगों ने बताया था कि यहां पर अगस्त के मध्य तक मानसून समाप्त हो जाता है। लेकिन पिछले दो सप्ताह से यहां पर लगातार बारिश हो रही है और कल देर शाम और रात भी काफ़ी बारिश हुई। कोई भी मैदान होता तो इतनी बारिश के बाद वहां मैच कराने के लिए संघर्ष करना पड़ता।"
पहले दिन की तरह टेस्ट के दूसरे दिन भी बारिश नहीं हुई और पूरे दिन सूर्य भी आसमान में चमकता रहा। लेकिन एक दिन पहले देर शाम हुई मूसलाधार बारिश की वजह से आउटफ़ील्ड दूसरे दिन भी गीला रहा और कई उपायों के बाद भी मैच शुरू नहीं कराया जा सका।
इस दौरान क्यूरेटर और मैदानकर्मियों ने मैदान के एक गीले हिस्से को खोदकर वहां पर सूखे घास के हिस्से लगाए, जबकि दूसरी तरफ़ के गीले मैदान को पंखों के जरिए सूखाने की कोशिश की। हालांकि ऐसा कोई भी उपाय काम नहीं आया और दिन में दो बार के निरीक्षण के बाद अंपायरों ने दूसरे दिन के खेल को भी दोपहर तीन बजे के क़रीब रद्द घोषित कर दिया गया।
इस दौरान लगातार यह सवाल उठता रहा कि क्या यह स्टेडियम और मैदान अंतर्राष्ट्रीय मैच के लिए तैयार है?
राज़ ने कहा, "यह मैदान 2016 से अफ़ग़ानिस्तान का घरेलू मैदान रहा है और हम यहां पर ज़िम्बाब्वे और आयरलैंड के ख़िलाफ़ लगभग 12 (असल में 11) अंतर्राष्ट्रीय मैचों की मेज़बानी कर चुके हैं। यह स्टेडियम सभी तरह के अंतर्राष्ट्रीय मानको को पूरा करता है। हमने टेस्ट मैच से छह महीने पहले, पहली बार इस स्टेडियम का निरीक्षण किया था और फिर आने वाले महीनों में भी लगातार ऐसा करते रहे। वहीं मेहमान (न्यूज़ीलैंड) टीम के क्रिकेट एसोसिएशन की तरफ़ से भी यह निरीक्षण किया गया और वे भी यहां पर टेस्ट मैच खेलने पर राज़ी हुए थे। लेकिन कुछ चीज़ें आपके नियंत्रण में नहीं होतीं, बारिश भी ऐसी ही चीज़ है।"
राज़ ने बताया कि इस मैच को कराने के लिए ACB को BCCI के द्वारा बेंगलुरू और कानपुर के भी विकल्प मिले थे, लेकिन लॉजिस्टकल व कुछ अन्य कारणों से उन्होंने इस मैदान को ही चुनना उचित समझा।
राज़ ने कहा, "हमारे लिए यही मैदान सबसे उपयुक्त था क्योंकि यह दिल्ली एयरपोर्ट से सिर्फ़ दो घंटे की दूरी पर है और दुबई व काबुल से दिल्ली के लिए आसानी से फ़्लाइट भी उपलब्ध है। इसके अलावा हमने यहां पर पहले भी मैच खेले हैं, इसलिए हमने यही विकल्प चुना। लेकिन आप कुछ चीज़ों को नियंत्रित नहीं कर सकते। कल तो ऐसा भी हुआ कि मैदान पर बारिश हो रही थी, जबकि 15 मिनट दूर हमारे होटल पर कोई बारिश नहीं थी। यह सब कुछ अप्रत्याशित है।"
वहीं ACB कॉमर्सियल विभाग के प्रमुख अकबर मोहम्मद पकतियान ने बताया, "मैच शुरू होने से कुछ दिन पहले एक ऐसा मौक़ा भी आया था, जब लगातार हो रही बारिश के कारण हम मैच को आसपास के किसी दूसरे मैदान पर ले जाने के बारे में सोच रहे थे। लेकिन ऐसा संभव नहीं था क्योंकि हम जहां भी संपर्क कर रहे थे, वहां के प्रबंधन के लोग कह रहे थे कि ऐसी बारिश में किसी भी मैदान को 24 घंटे के भीतर तैयार नहीं किया जा सकता।"
आपको बता दें कि ग्रेटर नोएडा का यह स्टेडियम ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी के स्थानीय प्रशासन की देखरेख में आता है और BCCI द्वारा मैदान दिए जाने के बाद यह ACB की ज़िम्मेदारी थी कि वे स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर इस मैच को आयोजित कराए।
राज़ ने इस बात से इनकार किया कि इस मैच का आयोजन कराने में ACB और स्थानीय प्रशासन के बीच तालमेल का अभाव है। उन्होंने कहा, "स्थानीय प्रशासन, ग्राउंड स्टाफ़ से हमें पूरा सहयोग मिल रहा है और वे अपनी तरफ़ से मैदान को तैयार करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। वे पंखे लगा रहे हैं, सुपर-सॉपर का प्रयोग कर रहे हैं और यहां तक कि कुछ जगह गीले मैदान के हिस्सों को हटाकर वहां पर सूखे टर्फ लगाया जा रहा है। कल देर शाम और रात इतनी अधिक बरसात हुई कि उसके पानी के निकालने के लिए रात भर वॉटर पम्प का प्रयोग करना पड़ा और वे देर रात काम करते रहे। वे अपनी तरफ़ से हरसंभव कोशिश कर रहे हैं और हम उनके शुक्रगुज़ार हैं।" राज़ ने दावा किया कि अगर मंगलवार रात बारिश नहीं होती है, तो बुधवार को मैच तय समय से शुरू हो सकता है। हालांकि जब वह दावा कर रहे थे, उसके कुछ ही मिनटों के बाद मैदान पर फिर से मूसलाधार बारिश होने लगी और अब तीसरे दिन का खेल भी अधर में लटक गया है।

दया सागर ESPNcricinfo हिंदी में सब एडिटर हैं।dayasagar95