तमीम इक़बाल के अनुसार टेस्ट और टी20 सीरीज़ हारने के बाद बांग्लादेश, वेस्टइंडीज़ के दौरे पर अपनी क़िस्मत को बदलने के लिए उत्सुक था। तमीम के नेतृत्व में बांग्लादेश ने वनडे सीरीज़ में
2-0 की बढ़त हासिल कर ली है। मेहमान टीम ने वेस्टइंडीज़ के ख़िलाफ़ दूसरे मैच में नौ विकेट से जीत दर्ज की, जो
शेष गेंदों के मामले में उनकी सबसे बड़ी जीत थी।
तमीम ने कहा कि टीम
शाकिब अल हसन,
मुशफ़िक़ुर रहीम और
यासिर अली की ग़ैरमौजूदगी से जूझ रही है, लेकिन उन्होंने बांग्लादेश को
लगातार पांचवीं वनडे सीरीज़ जीत दिलाने के लिए प्रेरित किया। शाकिब और मुशफ़िक़ुर व्यक्तिगत कारणों से सीरीज़ से बाहर हो गए जबकि यासिर को पीठ में चोट लगी है। बांग्लादेश ने ऑलराउंडर मोहम्मद सैफ़ुद्दीन को भी मिस किया जो सीरीज़ से पहले पीठ की चोट से नहीं उबर पाए थे।
तमीम ने मैच के बाद कहा, "जब आपकी सर्वश्रेष्ठ एकादश के तीन खिलाड़ी नहीं होते हैं तो आत्मविश्वास डगमगा जाता है, लेकिन खिलाड़ियों ने टीम को उन्हें मिस नहीं करने दिया। हर कोई जीतने के लिए भूखा था। हम दौरे से कुछ हासिल करना चाहते थे, ख़ासकर टी20 सीरीज़ के बाद। यह मेरे बारे में नहीं है, बल्कि अन्य पंद्रह खिलाड़ियों के लिए है। मुझे लगता है कि खिलाड़ियों की मुराद के कारण हमें यह परिणाम मिला।"
तमीम ने आगे कहा, "हर जीत हमारे लिए ख़ास है, चाहे हम ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, न्यूज़ीलैंड या ज़िम्बाब्वे में खेल रहे हों। हमें शतक या पांच विकेट लेने के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी। हमें जीत का जश्न मनाना चाहिए, क्योंकि इस स्तर पर कोई भी आपको कुछ भी उपहार नहीं देता है। आपको हर चीज़ के लिए लड़ना होगा।"
बांग्लादेश ने दोनों मैचों में पहले क्षेत्ररक्षण करने का फ़ैसला किया, जिससे उन्हें प्रोविडेंस स्टेडियम की पिचों पर एक महत्वपूर्ण फ़ायदा हुआ, उनके स्पिनरों को मदद मिली। स्पिन गेंदबाज़ी ऑलराउंडर
मोसद्देक हुसैन का टीम में जगह बनाने के लिए बांग्लादेश ने तस्कीन अहमद को बाहर कर दिया, क्योंकि उन्हें दूसरे मैच से पहले स्पिनरों के लिए और मदद की उम्मीद थी।
तमीम ने कहा, "ये बहुत मुश्किल विकेट हैं। मीरपुर से भी बदतर। आप नहीं जानते कि कौन सी गेंद इन विकेटों पर आपको आउट कर देगी। हमने 149 और 108 के स्कोर बनाए थे, इसलिए मैं इन विकेटों पर किसी को जज नहीं करना चाहता।
"हम जानते थे कि हमें एक और स्पिनर की ज़रूरत पड़ेगी, जब हमने कल (मंगलवार) पिच को देखा। हमने यह भी सोचा कि यह एक अतिरिक्त बल्लेबाज़ को खिलाने के बराबर मोल का हो सकता है। आप इस विकेट पर गुच्छे में विकेट खो सकते हैं। गेंद बहुत ज़्याद घूमती है, यह पूरी तरह से टैक्टिल फ़ैसला था। तस्कीन का बाहर होना दुर्भाग्यपूर्ण था, वह अच्छी गेंदबाज़ी कर रहा था।"
ख़ुद स्पिन का मुक़ाबला करने के लिए तमीम ने बांग्लादेश की बल्लेबाज़ी लाइन-अप को बदलने के लिए
लिटन दास की सलाह ली। इसका मतलब तमीम-लिटन की शुरुआती जोड़ी को तोड़ना पड़ा, जो पिछले पांच वर्षों में बांग्लादेश की सबसे नियमित जोड़ी थी।
तमीम ने ख़ुलासा किया, "(नाजमुल हुसैन) शांतो के साथ ओपनिंग करना लिटन की शानदार सलाह थी। वेस्टइंडीज़ की पारी के अंत में उन्होंने मुझे बताया कि कैसे मैं शांतो के साथ ओपनिंग करने जा रहा हूं। मुझे लगा कि उन्होंने एक शानदार सलाह दी है। शुरुआत में दाएं हाथ के बल्लेबाज़ों के लिए यह वास्तव में मुश्किल होता।
"शांतो और मैंने सोचा कि हम रन बनाए बिना भी अपना काम कर सकते हैं। जब बाएं हाथ के स्पिनर अपने सभी ओवर ख़त्म कर लेंगे, तब भी उन्हें 30 ओवर गेंदबाज़ी करनी होगी। हमने 48 रन की साझेदारी की थी लेकिन यहां यह शतकीय साझेदारी के माफ़िक है।"
अब कप्तान का मानना है कि मौक़ा पाने की बारी बेंच पर बैठे खिलाड़ियों की है। इसका मतलब यह होगा कि अनामुल हक़, इबादत हुसैन और तस्किन को एक बल्लेबाज़ और संभवत: तेज़ गेंदबाज़ मुस्तफ़िज़ुर रहमान और शोरिफ़ुल इस्लाम की जगह लेनी होगी।
तमीम ने कहा, "सबसे महत्वपूर्ण बात हमारी बेंच स्ट्रेंथ को परखना है। हम बांग्लादेश टीम में अक्सर ऐसा नहीं करते हैं। आप ऐसा नहीं कर सकते हैं जब मैचों में अंक शामिल होते हैं लेकिन इस सीरीज़ में 2-0 से आगे होने से हमें उन खिलाड़ियों को खेलते देखने की अनुमति मिलती है जो कई महीनों से हमारे साथ यात्रा कर रहे हैं।
"मुझे लगता है कि मेरे लिए एक मैच मिस करना पूरी तरह से ठीक है। अगर हम अभी अपनी बेंच स्ट्रेंथ का टेस्ट नहीं करते हैं, तो हम कब करेंगे?"