2017 और 2022 विश्व कप के बीच 28 के नीचे का औसत, लेकिन विश्व कप की 18 पारियों में 53 का औसत बताता है कि वह बड़े मंच की खिलाड़ी हैं।
हरमनप्रीत कौर न्यूज़ीलैंड में चल रहे विश्व कप से पहले दबाव में थी क्योंकि 2017 विश्व कप के बाद से वह रनों के सूखे से जूझ रही थी। वह 2017 सेमीफ़ाइनल में ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ खेली गई 171 रनों की पारी के दम पर ही अब तक टीम में टिकी हुई थीं। लेकिन वेस्टइंडीज़ के ख़िलाफ़ 109 और न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ 71 रनों की पारी ने याद दिलाया कि उनकी भारतीय मध्य क्रम में क्या अहमियत है।
इंग्लैंड से मैच से एक दिन पहले हरमनप्रीत ने कहा, "बड़े टूर्नामेंट बहुत अहम होते हैं और उसमें आपकी भूमिका बहुत महत्वपूर्ण होती है। ऐसे में आपको ज़िम्मेदारी लेनी होती है और अपनी टीम के लिए प्रदर्शन करना होता है। हो सकता है कि इसी वज़ह विश्व कप में मेरा प्रदर्शन अच्छा है। मैं हमेशा टीम के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ देना चाहती हूं, लेकिन कई बार चीज़ें आपके हक़ में नहीं जाती हैं। हालांकि मैं यह कोशिश करती हूं कि जब भी हम विश्व कप में खेलें, तो मैं अपनी टीम के लिए खड़ी हूं।"
उनके करियर की बल्लेबाज़ी औसत 35.17 से उनका विश्व कप में बल्लेबाज़ी औसत (53.07) एकदम उलट है, जिसमें से उनके करियर के चार में से तीन शतक विश्व कप में ही आए हैं। यहां तक कि उनके वनडे करियर की कई हाइलाइट्स विश्व कप में ही आई हैं। 2009 विश्व कप में उन्होंने वनडे में डेब्यू किया था। 2013 विश्व कप में इंग्लैंड के ख़िलाफ़ उन्होंने अपना पहला वनडे शतक लगाया। वहीं उनका एक अकेला प्लेयर ऑफ़ द मैच अवार्ड भी 2017 विश्व कप सेमीफ़ाइनल में ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ ही आया था।
हरमनप्रीत ने बड़ी पारी खेलने के पीछे का कारण खुद का सपोर्ट करना बताया। उन्होंने कहा, "कई बार मुझे खुद का सपोर्ट करने की ज़रूरत होती है, यही मैंने वेस्टइंडीज़ और न्यूज़ीलैंड से मैच से पहले किया। जब मैं स्मृति या उस बल्लेबाज़ के साथ बल्लेबाज़ी करती हूं जो पहले से सेट तो मैं वहां मुझे सेटल होना आसान हो जाता है और मैं तब मैच का लुत्फ लेती हूं।"
हरमनप्रीत ने विश्व कप से पहले वार्म अप मैच में साउथ अफ़्रीका के ख़िलाफ़ 114 गेंद में 104 रनों की पारी खेली थी। इससे पहले न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ द्विपक्षीय सीरीज़ के आख़िरी मैच में भी उन्होंने 66 गेंद में 63 रन बनाए थे।
उन्होंने कहा, "विश्व कप से पहले यह अच्छा था कि हमें न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ पांच मैचों की वनडे सीरीज़ और एक टी20 खेलने का मौक़ा मिला। इसके कारण हमें लय मिल गई और हम इन परिस्थतियों के आदी हो गए और यही कारण है कि हम यहां पर अच्छा कर रहे हैं।"
तीन मैचों में दो जीत के साथ भारत अब गत चैंपियन इंग्लैंड से भिड़ेगा, जिन पर तीन हार के बाद टूर्नामेंट से बाहर होने का ख़तरा मंडरा रहा है। इंग्लैंड ने भारत को 2017 विश्व कप फ़ाइनल में मात्र नौ रनों से हराया था, लेकिन हरमनप्रीत का मानना है कि टीम उस मैच के बारे में नहीं सोचकर मौजूदा समय के बारे में सोच रही है।
उन्होंने कहा, "अगर हम पूरी बात करें, तो हमने इंग्लैंड को हराकर [2017] विश्व कप की शुरुआत की [लीग चरण में]। और हम केवल पिछले प्रदर्शनों पर ध्यान केंद्रित नहीं कर सकते। उन्होंने [2017 के फ़ाइनल में] अच्छा क्रिकेट खेला था, लेकिन अभी यह लय के बारे में है, और यह हमारी तरफ़ है। हम अपनी ताकत पर ध्यान देना चाहते हैं। अतीत इतिहास है और अगर हम उस पर बहुत अधिक ध्यान केंद्रित करते हैं, तो हम अपने दबाव में इजाफ़ा ही करेंगे। हम वर्तमान में जीना चाहते हैं और पिछले परिणामों के बारे में सोचने के बजाय हमारे द्वारा किए गए अच्छे कामों पर ध्यान केंद्रित करना चाहते हैं।"
भारत के खेल का एकमात्र पहलू जिससे हरमनप्रीत चिंतित दिखी, वह था समूहों में विकेट खोना, जो लगातार होता रहा है। उन्होंने पाकिस्तान के ख़िलाफ़ 112 रन पर पांच विकेट, न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ 95 रन पर पांच विकेट और वेस्टइंडीज़ के ख़िलाफ़ 78 रन पर तीन विकेट खो दिए थे।
उन्होंने कहा, "कई बार हम एक के बाद एक विकेट खो रहे हैं और अगर हम इस पर काम करें तो जो हम चाहते हैं वह होने लगेगा। इस समय हम बस आराम से रहना चाहते हैं और स्थिति का लुत्फ लेना चाहते हैं, क्योंकि कई बार इससे आपको बेहतर प्रदर्शन करने में मदद मिलती है।"
विशाल दीक्षित ESPNcricinfo में असिस्टेंट एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी में सीनियर सब एडिटर निखिल शर्मा ने किया है।